धनबाद: लोक अदालत में रिकार्ड 25 हजार मामलों का निष्पादन
नालसा के निर्देश पर वर्ष 2021 के चौथे नेशनल लोक अदालत में शनिवार को 25341 विवादों का निपटारा कर 29 करोड़ 14 लाख 65 हजार 856 रुपये की रिकार्ड रिकवरी की गई। इसमें 11 लोगों को अनुकंपा के आधार पर आन स्पाट नियुक्ति पत्र बीसीसीएल द्वारा सौंपा गया। वहीं 683 लोगों के बीच मेडीकल व ग्रेच्युटी के 18 करोड 94 लाख 19 हजार 899 रुपये का भुगतान किया गया।
- नालसा के निर्देश पर वर्ष 2021 के चौथे नेशनल लोक अदालत में 25341 विवादों का निष्पादन किया गया
धनबाद। नालसा के निर्देश पर वर्ष 2021 के चौथे नेशनल लोक अदालत में शनिवार को 25341 विवादों का निपटारा कर 29 करोड़ 14 लाख 65 हजार 856 रुपये की रिकार्ड रिकवरी की गई। इसमें 11 लोगों को अनुकंपा के आधार पर आन स्पाट नियुक्ति पत्र बीसीसीएल द्वारा सौंपा गया। वहीं 683 लोगों के बीच मेडीकल व ग्रेच्युटी के 18 करोड 94 लाख 19 हजार 899 रुपये का भुगतान किया गया।
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विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा, एसएसपी संजीव कुमार, फैमिली जज तौफीकुल हसन, बार अध्यक्ष अमरेंद्र सहाय और एसबीआइ के रिजनल मैनेजर नवीन कुमार ने लोक अदालत का उद्घाटन किया। चेयरमैन राम शर्मा ने कहा कि हमारा संविधान हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है। नेशनल लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पूरी करने के दिशा में एक कदम है। इसलिए 23 नवम्बर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह में किया जा रहा है।
बैंक लोन के सर्वाधिक मामले
नेशनल लोक अदालत में विवादों के निस्तारण के लिए 15 बेंच का गठन किया गया था। अवर न्यायाधीश सह डालसा सचिव निताशा बारला ने बताया की नेशनल लोक अदालत में सर्वाधिक 405 मामले बैंक लोन रिकवरी के, आपराधिक मामले 227, मोटर यान दुर्घटना दावा के 54, इलेक्ट्रीसिटी एक्ट के 325, लेबर एक्ट के 16 और वैवाहिक विवादों के 70 मामलों का निपटारा हुआ।निपटारे के लिए 10 हजार मामले चिन्हित किए गए थे, परंतु सबके सहयोग से अधिक विवादों का निष्पादन किया गया।
मौके पर न्यायिक पदाधिकारियों में अपर प्रधान न्यायाधीश फैमिली कोर्ट प्रेमलता त्रिपाठी, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश कुमार श्रीवास्तव, स्वयंभू, राजकुमार मिश्रा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुलदीप, अवर न्यायाधीश, राजीव त्रिपाठी, रेलवे के न्यायिक दंडाधिकारी राकेश रोशन, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी श्वेता कुमारी विशाल माझी, मनोज कुमार इंदीवर, शिवम चौरसिया, सफदर अली नायर, संतोषनी मुर्मू, निर्भय प्रकाश, पूनम कुमारी, अभिषेक श्रीवास्तव, स्थाई लोक अदालत के चेयरमैन उमाशकर प्रसाद सिंह, सर्टिफिकेट आफिसर फागुनी राम डालसा के पैनल अधिवक्ता अजय कुमार भट्ट, रंजीत कुमार झा, पंचानन सिंह, जया कुमारी, नीरज कुमार, जय राम मिश्रा, सोनिया कुमारी, संजीव कुमार सिंह ये थे मौजूद थे।
एमएलए राज सिन्हा ने भी खत्म कराया अपना विवाद
नेशनल लोक अदालत में धनबाद एमएलए राज सिन्हा ने भी चार वर्ष पुराने अपने मामले को समाप्त करा लिया। एमएलए राज सिन्हा ने वर्ष 2017 में दिनेश सिंह नामक युवक पर शराब पीकर गाली गलौज और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था। मामला प्रमुख न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में लंबित था जिसमें विधायक ने सुलह कर लिया।