धनबाद: बाल सुधार गृह में तोड़फोड़ करनेवाले 15 बंदियों के खिलाफ एफआइआर
बाल सुधार गृह बरमसिया भूदा में मंगलवार की रात सजायाफ्ता व विचाराधीन बाल कैदियों के बीच जमकर मारपीट हुई। कैदियों ने सीसीटीवी कैमरा, कंप्यूटर कुर्सी, टेबल, बिजली स्विच आदि सामान तोड़ डाले।इस मामले मे संप्रेषण गृह के प्रभारी अधीक्षक पारसनाथ तांती ने 15 अज्ञात कैदियों के खिलाफ धनसार पुलिस स्टेशन मे मामला दर्ज कराया है।
धनबाद। बाल सुधार गृह बरमसिया भूदा में मंगलवार की रात सजायाफ्ता व विचाराधीन बाल कैदियों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान कैदियों ने सीसीटीवी कैमरा, कंप्यूटर कुर्सी, टेबल, बिजली स्विच आदि सामान तोड़ डाले।इस मामले मे संप्रेषण गृह के प्रभारी अधीक्षक पारसनाथ तांती ने 15 अज्ञात कैदियों के खिलाफ धनसार पुलिस स्टेशन मे मामला दर्ज कराया है।
कंपलेन में कहा गया है कि मंगलवार की रात गार्ड अनिल व बैजनाथ कुमार ने सूचना दी कि सजायाफ्ता व विचाराधीन कैदियों के बीच लाठी, डंडा, रॉड से मारपीट हो रही है। मौके पर पहुंचकर कैदियों को मना किया तो वे लोग उग्र हो गये। बंदियों को छुड़ाने के दौरान दो गार्ड जख्मी हो गये। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बाल कैदियों के सेल से लाठी, रॉड व प्लास्टिक के पाइप बरामद किए। कैदियों के दोनों गुट एक-दूसरे पर शोषण करने का आरोप लगाते हैं। दोनों गुट एक दूसरे को दूसरी जगह भेजने की मांग करते हैं। इसी कारण से दोनों गुटों में हमेशा मारपीट होती है। दोनों गुटों के बीच विवाद तीन माह से चला आ रहा है। पूर्व में भी दोनों गुटों के बीच मारपीट का मामला पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है। दोनों गुटों के बीच लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। जिला प्रशासन मामले में आवश्यक कदम उठाने की तैयारी कर रही है।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने किया केंद्र का निरीक्षण
जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी पूर्णिमा कुमारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी, बाल कल्याण समिति के सदस्य देवेंद्र शर्मा व संरक्षण पदाधिकारी आनंद कुमार बुधवार को केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। केंद्र का निरीक्षण के साथ दोनों गुट के बंदियों से मिलकर घटना की जानकारी ली। इस दौरान एसएनएमएमसीएच के डॉक्टरों ने मारपीट में एक दर्जन से अधिक घायल बाल बंदियों का इलाज किया। मारपीट मे ज्यादा जख्मी तीन बाल कैदियों का इलाज एसएनएमएमसीएच में किया जा रहा है।
सीढ़ी व शौचालय की दीवार तोड़कर जमा किया जाता है पत्थर व टाइल्स
बाल कैदी इस गृह में पत्थर कहां से लाते हैं इसकी भी छानबीन टीम ने की। छानबीन में पाया गया कि बाल कैदी सीढि़यों को तोड़कर उसमें लगे टाइल्स, दीवार व शौचालय को तोड़कर पत्थर व टाइल्स जुगाड़ करते हैं। इसी से लोग अपने सेल की छतों पर चढ़कर पथराव करते हैं। टीम यह भी पता करने में जुटी है कि आखिर ठोस दीवार को ये बाल कैदी कैसे तोड़ते हैं। इसके पूर्व भी बाल कल्याण समिति के लोगों ने केंद्र का निरीक्षण किया था। काफी मात्रा में पत्थर व टूटे टाइल्स मिले थे। इसे निकलवाकर गेट के बाहर गड्ढे में भरा गया था।
बाल संप्रेषण गृह के मारपीट मामले में जांच को तीन सदस्यीय टीम बनी
राज्य बाल कल्याण परिषद ने लिया संज्ञान
बाल संप्रेषण गृह में बाल बंदियों के बीच हुई मारपीट मामले में राज्य बाल कल्याण परिषद ने संज्ञान लिया है। जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनायी गयी है। यह टीम एक जनवरी के बाद धनबाद बाल संप्रेषण गृह आकर जांच करेगी। राज्य बाल कल्याण परिषद के सदस्य प्रदीप पांडेय ने बताया कि अक्सर धनबाद के बाल संप्रेषण गृह में सजायाफ्ता और विचारधीन बंदियों के बीच मारपीट की खबरें आती रहती है। मारपीट का कारण क्या है और संप्रेषण गृह में मौजूद सुरक्षा कर्मी क्या करते हैं, इन सभी मामलों की जांच की जायेगी।
प्रदीप पांडेय ने बताया कि बाल सप्रेंषण गृह में वर्तमान में कुल 95 बाल बंदी है। इसमें आधे से अधिक बालिग हो चुके हैं। बाल संप्रेषण गृह जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के अधीन हैं। इन्हें समय - समय पर वहां की रिपोर्ट डीसी को देकर बालिग होने वाले बंदियों को हटवाना चाहिए था. मगर ऐसा नहीं हो रहा है।