धनबाद: उग्रवाद प्रभावित गंगापुर गांव में नकली अंग्रेजी शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़, 10 अरेस्ट
राजगंज पुलिस स्टेशन एरिया के उग्रवाद प्रभावित गंगापुर गांव में सोमवार को नकली अंग्रेजी शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। लिलौरी मंदिर के पीछे रामेश्वर राय के घर में रेड कर दस लोगों को अरेस्ट किया है। भारी मात्रा में शराब निर्माण की सामग्री भी जब्त की गई है।
धनबाद। राजगंज पुलिस स्टेशन एरिया के उग्रवाद प्रभावित गंगापुर गांव में सोमवार को नकली अंग्रेजी शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू के लीडरशीप में राजगंज पुलिस ने लिलौरी मंदिर के पीछे रामेश्वर राय के घर में रेड कर दस लोगों को अरेस्ट किया है। भारी मात्रा में शराब निर्माण की सामग्री भी जब्त की गई है।
राजगंज समेत कई पुलिस स्टेशन की पुलिस ने गंगापुर में रामेश्वर के घर को चारों तरफ से घेर लिया। मिनी शराब फैक्ट्री दो कमरे में चल रही थी। कमरे से पुलिस ने निर्मित शराब की बोतलें, स्प्रिट का ड्राम, विभिन्न ब्रांड का रैपर एवं कार्टून आदि सामान बरामद की है। इन समानों को तीन पिकअप वेन में लादकर पुलिस स्टेशन लाया गया है। पुलिस गिरफ्त में आये 10 लोगों चार लोग मास्टरमाइंड है। अन्य मजदूर है। पुलिस अन्य लोगो के साथ रामेश्वर राय के पुत्र तेजाब राय को भी पकड़ा है।
किराये के घर में मिनी शराब फैकट्री
अवैध शराब कारोबारियों ने पांच हजार रुपये महीने पर रामेश्वर राय के घर को किराया में लिया था। रामेश्वर का पत्नी कौशल्या देवी ने बताया कि 25 दिसंबर को शराब निर्माण की सामग्री लाई गई थी। दूसरे दिन से शराब बनाने का काम शुरू कर दिया गया। सुबह आठ बजे से शाम तक शराब बनाने का काम चलता था। इस काम मे लगाये गये लोकल युवकों को पर डे तीन सौ रुपये मिलते थे। स्प्रिट ओर थोड़ा मात्रा में पानी मिलाकर रंग मिलाया जाता था। लाल हो जाने के बाद छोटे- बड़े बोतल में डाल दिया जाता था।पुलिस मौके से नकली शराब की हजारों बोतलें भी जप्त की है। नकली शराब की बोतलों पर ब्रांडेड शराब का लेबल चिपका कर राजगंज, कतरास के सरकारी दुकान बल्कि जगह-जगह होटलों में सप्लाई किया जाता था। नकली शराब बिहार भी सप्लाई किया जाता था।