धनबाद: जज उत्तम आनंद मर्डर केस के आरोपियों का होगा लाइ डिटेक्टर टेस्ट, पुलिस रिमांड अवधि बढ़ेगी
एडीजे -8 (जज) उत्तम आनंद मर्डर केस के आरोपियों लखन वर्मा व राहुल वर्मा की लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जायेगा। एसआइटी चीफ एडीजी (ऑपरेशन) संजय आनंद लाटकर ने एसएसपी संजीव कुमार को निर्देश दिया है कि जज को ऑटो से टक्कर मारने वाले लखन वर्मा व राहुल वर्मा लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में पहले करें।
- ऑटो के पीछे बाइक से जाने वाला व्यक्ति बीसीसीएल स्टाफ निकला
धनबाद। एडीजे -8 (जज) उत्तम आनंद मर्डर केस के आरोपियों लखन वर्मा व राहुल वर्मा की लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जायेगा। एसआइटी चीफ एडीजी (ऑपरेशन) संजय आनंद लाटकर ने एसएसपी संजीव कुमार को निर्देश दिया है कि जज को ऑटो से टक्कर मारने वाले लखन वर्मा व राहुल वर्मा लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में पहले करें।
बताया जाता है कि पुलिस उक्त दोनों आरोपियों की लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में एक-दो दिनों में अरजी देगी। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद पुलिस इस मामले में आगे की प्रक्रिया शुरु करेगी।लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए आरोपी की सहमति जरुरी है।आरोपी की सहमति के बाद ही कोर्ट की प्रक्रिया आगे बढ़ायी जायेगी। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद कोलकाता, दिल्ली या अन्य जगह आरोपियों का लाइ डिटेक्टर टेस्ट कराया जा सकता है।
मर्डर केस के आरोपियों लखन वर्मा व राहुल अभी लखन व राहुल पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर है। पुलिस इन दोनों की रिमांड अवधि बढ़ाने की तैयारी में है। रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए भी कोर्ट में अरजी दी जायेगी। दोनों से पुलिस के साथ-साथ एसआइटी भी कई राउंड पूछताछ कर चुकी है। इन दोनों को ऑटो मालिक रामदेव लोहार से आमाना-सामना कराकर पूछताछ की गयी है।
बाइक चलाने वाला बीसीसीएल स्टाफ निकला
जज को टक्कर मारने वालाे ऑटो के पीछे एक बाइक सवार गुजरा है। सीसीटीवी फुटेज से संदेह था कि वह रेकी कर रही है। पुलिस जांच में पता चला है कि वह बीसीसीएल स्टाफ है। पूछताछ में उसने बताया है कि वह ड्यूटी से लौट रहा था। एक्सीडेंट के बाद वह सहम गया। वह बीपी समेत अन्य रोग से ग्रसित है। घबराने के कारण वह नहीं रूका और चुपचाप घर चला गया। उसने अपनी बीमारी से संबंधित कागजात भी पुलिस को दिखाये हैं।
सजा सुनाये आरोपियों की छानबीन
जज उत्तम आनंद की कोर्ट द्वारा पलामू व बोकारो में सजा सुनाये गये आरोपियों की लिस्ट बनायी जा रही है। कईयों को आजीवन कारावास की सजा भी सुनायी गयी है। आरोपी कहां व किस हालत मैं हैं। कौन बेल पर हैं और कौन बाहर है इसकी डिटेल ली जा रही है। अरेस्ट किये आरोपियों से सजायाप्ता का संबंध है या नहीं इसका पता लगाया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सीएम हेमंत सोरेन ने जज मर्डर केस की जांच सीबीआइ से कराने की अनुशंसा की है। जब तक सीबीआइ को केस हैंड ओवर नहीं हो जाता है कि जिला पुलिस मामले की जांच करेगी। एसआइटी इस केस को सुलझाने में लगी है। ताबड़तोड़ रेड की जा रही है। परिस्थिति जन्य साक्ष्य व टेक्नीकल एवीडेंस जुटाया जा रहा है। रणधीर वर्मा चौक के समीप 28 जुलाई की अहले सुबह जज को ऑटो से टक्कर मार दिया गया था। हॉस्पीटल में उनकी मौत हो गयी थी। पुलिस ऑटो जब्त कर ड्राइवर लखन वर्मा व उसके सहयोगी राहुल वर्मा के अलावा ऑटो मालिक रामदेव लोहार को अरेस्ट कर चुकी है।