Dhanbad Juge Murder Case: CBI ने ऑटो व ड्राइवर के साथ किया डमी एक्सीडेंट, सीन रिक्रिएट, एवीडेंस जुटाए
धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश (8) उत्तम आनंद की मर्डर मामले में सीबीआइ टीम एवींडेंस जुटाने में लगी हुई है। CBI ने रविवार की सुबह मार्निंग वाक के समय रणधीर वर्मा चौक पर जज को धक्का मारने वाले ऑटो, ड्राइवर और उसके सहयोगी को लेकर डमी एक्सीडेंट का क्राइम सीन दोहराया।
धनबाद। धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश (8) उत्तम आनंद की मर्डर मामले में सीबीआइ टीम एवींडेंस जुटाने में लगी हुई है। CBI ने रविवार की सुबह मार्निंग वाक के समय रणधीर वर्मा चौक पर जज को धक्का मारने वाले ऑटो, ड्राइवर और उसके सहयोगी को लेकर डमी एक्सीडेंट का क्राइम सीन दोहराया।
28 जुलाई की सुबह मार्निंग वॉक पर निकले जज की रणधीर वर्मा चौक सुबह पांच बजकर आठ मिनट पर ऑटो के धक्के से मौतहो गई थी। सीबीआई भी इसी समय क्राइम सीन रिक्रिएट कर एवीडेंस जुटाने की कोशिश की।जज को धक्का मारने वाला ऑटो को जब्त कर धनबाद पुलिस स्टेशन में रखा गया है। सीबीआइ ऑटो को एक मिनी ट्रक पर लेकर घटनास्थल पर पहुंची। मिनी ट्रक से ऑटो को सड़क पर उतरा गया। धक्का देने का बाद ऑटो चालू हुआ। इसके बाद क्राइम सीन को रिक्रिएट गया। सीबीआइ के साथ आरोपित ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसका साथी राहुल वर्मा भी था। लखन वर्मा ने ऑटो चलाया और सीबीआइ की जांच टीम के एक मेंबर को धक्का मारा।
थ्री डी लेजर टेकनीक का इस्तेमाल
सीबीआइ ने यह पता करने का प्रयास किया गया कि आखिर जज उत्तम आनंद की मौत कैसे हुई। आटो को भी घटनास्थल लाया गया, जिसका इस्तेमाल उन्हें टक्कर मारने में हुआ था। इसके अलावा थ्री डी लेजर टेकनीक का इस्तेमाल करते हुए आटो की स्पीड, रोड पर उसका मुड़ाव, सड़क की स्थिति, रफ्तार, ब्रेक लगा था कि नहीं, जज धक्का लगने के बाद कैसे गिरे समेत अन्य तथ्यों को दोहराया गया। बिल्कुल घटना की तरह ही एक-एक बिंदु को दोहराते हुए जानकारी जुटाई गई।
सीबीआइ रिमांड पर हैं दोनों आरोपित
सीबीआइ दिल्ली की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने शनिवार को घटनास्थल पर सीन रीक्रिएशन किया था।सीबीआइ शनिवार को आरोपित आटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को पांच दिनों की रिमांड ली है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।सीबीआइ टीम ने घटनास्थल पर सीन रीक्रिएशन करते हुए करीब चार घंटे तक जांच की। रोड की नापी करने वाली थ्री डी ऑटो कैड टेकनीक का इस्तेमाल किया गया। इस टेकनीक से एसआइटी टीम भी घटनास्थल की जांच कर चुकी है।
सीबीआइ की एक्शन के दौरान घंटों के दौरान रणधीर वर्मा चौक से पार्क मार्केट को जाने वाली वाली रोड को वन वे कर दिया गया था। इसके बाद रणधीर वर्मा चौक से घटनास्थल की दूरी को मापा गया। आटो की स्पीड जांची गई। देखा गया कि पैसेंजर रहित आटो की स्पीड कितनी थी। आटो कितने डिग्री के कोण पर मुड़ी थी। इस जांच के दौरान सीबीआइ के लिए यह महत्वपूर्ण था कि आटो असावधानी में मुड़ा या जान बूझकर मोड़ा गया था। हालांकि जांच से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी मीडिया को देने से परहेज कर रही है।