धनबाद:कोविड-19 हॉस्पीटल में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर-नर्सों पर होगी कड़ी कार्रवाई, डीसी ने BCCL सीएमडी को पत्र भेजा
डीसी उमा शंकर सिंह ने बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद को पत्र लिखकर सेंट्रल हॉस्पीटल के सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा है। डीसी ने कोविड-19 हॉस्पीटल में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।
- कहा- गैर जिम्मेदाराना हरकत अस्वीकार्य
- डीसी ने सेंट्रल हॉस्पीटल के सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा
- ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा
धनबाद। डीसी उमा शंकर सिंह ने बीसीसीएल के सीएमडी पीएम प्रसाद को पत्र लिखकर सेंट्रल हॉस्पीटल के सीएमएस से स्पष्टीकरण मांगा है। डीसी ने कोविड-19 हॉस्पीटल में ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।
इस संबंध में डीसी ने कहा कि विगत 15 दिनों से देखा जा रहा है कि कोविड-19 हॉस्पीटल (सेंट्रल हॉस्पीटल) तथा डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर, भूली में प्रतिनियुक्त डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ अपनी ड्यूटी रोस्टर के अनुसार अपने कार्यस्थल पर या तो अनुपस्थित रह रहे हैं अथवा विलंब से आते हैं। इसमें डॉ. विनीता वर्मा, डॉ. तूहीना आलोक, नर्स विमला कुमारी, सुमिता दत्ता, आशा अहमद, बिंदु कुमारी तथा इंदु कुमारी शामिल है।
उन्होंने कहा कि इनकी अनुपस्थिति तथा कार्य के प्रति लापरवाही दिखाना अत्यंत निराशाजनक तथा अनुशासनहीनता का प्रतीक है। इससे पेसेंट का इलाज बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। आपदा की घड़ी में ऐसी गैर जिम्मेदाराना हरकत बिल्कुल अस्वीकार्य है। डीसी ने बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने वाले उपरोक्त डॉक्टरों का वेतन कटौती करने एवं उनके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा शीघ्र करने के लिए बीसीसीएल के सीएमडी से कहा है।
उन्होंने कहा कि डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ के अनुशासनिक प्रबंधन की जिम्मेवारी सेंट्रल हॉस्पिटल, बीसीसीएल के चीफ मेडिकल सुपरवाइजर की है। परंतु वे भी अपने दायित्व का निर्वहन करने में असमर्थ दिख रहे हैं। इसलिए उनसे भी इस आशय का स्पष्टीकरण पूछा जाए। डीसी ने कहा कि इसके बाद भी यदि डॉक्टरव मेडिकल स्टाफ अपने कार्य से अनुपस्थित रहेंगे। कार्य के प्रति लापरवाही बरतेंगे तो आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60 के तहत उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।