धनबाद: बिजली संकट के खिलाफ MLA राज सिन्हा ने शुरु किया 72 घंटे का धरना
कोयला राजधानी धनबाद में जारी बिजली संकट के खिलाफ बीजेपी एमएलए राज सिन्हा ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर 72 घंटे के लिए धरना पर बैठ गये हैं। एमएलए के साथ बीजेपी जिला अध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह समेत बड़ी संख्या में बीजेपी नेता व कार्यर्कता धरना पर बैठे थे। एमपी पीएन सिंह व चंदनकियारी एमएलए अमर बाउरी भी राज सिन्हा का साथ देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे थे। कड़ाके की ठंढ के बीच 72 घंटे के महाधरने की पहली सर्द रात में बीजेपी कार्यकर्ता जनता की समस्याओं को लेकर सड़क पर एमएलए के साथ अडिग इरादों के साथ डटे रहे।
- जनता करे पुकार, बिजली-पानी दो सरकार
- सरकार को जगाने की कोशिश..
धनबाद। कोयला राजधानी धनबाद में जारी बिजली संकट के खिलाफ बीजेपी एमएलए राज सिन्हा ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर 72 घंटे के लिए धरना पर बैठ गये हैं। एमएलए के साथ बीजेपी जिला अध्यक्ष चंद्र शेखर सिंह समेत बड़ी संख्या में बीजेपी नेता व कार्यर्कता धरना पर बैठे थे। एमपी पीएन सिंह व चंदनकियारी एमएलए अमर बाउरी भी राज सिन्हा का साथ देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे थे। कड़ाके की ठंढ के बीच 72 घंटे के महाधरने की पहली सर्द रात में बीजेपी कार्यकर्ता जनता की समस्याओं को लेकर सड़क पर एमएलए के साथ अडिग इरादों के साथ डटे रहे।
झारखंड सरकार को जगाने के लिए धरना
पार्टी एमएलए राज सिन्हा के समर्थन में धरनास्थल पर पहुंचे एमपी पीएन सिंह ने कहा कि धनबाद की स्थिति बिजली के मामले में बहुत ही खराब हो गई है। 24 घंटे में 14 घंटे तक बिजली नहीं मिलती है। पीक आवर में अक्सर बिजली गायब रहती है ,जाड़े के मौसम में जब एसी और पंखे की जरूरत नहीं है, तब यह हाल है। रात को जब कोई सोने जाता है तो बिजली आती है। सुबह जब सोकर उठता है तो बिजली गायब हो जाती है। सीएम के पास ही ऊर्जा विभाग है लेकिन इस समस्या को ठीक नहीं कर पा रहे हैं। सरकार जब बहरी -गूंगी हो जाए तो विपक्ष की भूमिका बड़ी हो जाती है। इसीलिए हमारे एमएलए सरकार को जगाने के लिए धरना पर बैठे है।
जनता की तकलीफ और हकमारी बर्दाश्त नहीं
एमएलए राज सिन्हा ने कहा कि पूरे झारखंड में बिजली की समस्या विकराल हो गई है लेकिन धनबाद से ही केवल आवाज उठ रही है। उनका मकसद सरकार पर दबाव बनाना है ताकि जेबीवीएनएल जनता की परेशानियों को समझें और इसे दूर करने के लिए उपाय करें। उन्होंने कहा कि उनके आंदोलन को ताकत देने के लिए बाबूलाल मरांडी और प्रदेश अध्यक्ष के प्रतिनिधि धनबाद पहुंच रहे हैं। एमएलए ने कहा कि जेबीवीएनएल डीवीसी को भुगतान नहीं कर रहा है। इसी कारण समस्या पैदा हुई है। सिर्फ बिजली ही नहीं ,पानी को लेकर भी धनबाद की हकमारी हो रही है। पहले जहां 65 एमएलडी पानी मिलता था, वहां अब केवल 40 एमएलडी ही पानी की आपूर्ति की जा रही है।
24 घंटे में 15 से 16 घं बिजली नही रहती
राज सिन्हा ने कहा कि 24 घंटे में 15 से 16 घंटे बिजली नही रहती है।मामले को लेकर विधानसभा में भी मांग उठाया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर समस्या के निदान के लिए अपील की गई। बीजेपी के शीर्ष नेताओं के नेतृत्व में जेवीएनल सीएमडी अविनाश कुमार से मुलाकात की गई। सभी का चक्कर लगाते लगाते अब पूरी तरह से थक चुके हैं। बिजली और पानी जीवन के लिए सबसे जरूरी है।लेकिन सरकार की कुम्भकर्णी निद्रा नही टूट रही है।सरकार को कुम्भकर्णी निद्रा से जगाने के लिए आज से 72 घन्टे का आंदोलन शुरू किया गया है। तीन दिनों तक यह धरना कार्यक्रम चलता रहेगा।विधायक ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि जब तीन दिनों तक सड़क किनारे चौराहे पर धरना देगी तो हो सकता है कि सरकार की नींद से जागे।हम यह चाहते भी है कि सरकार की कुम्भकर्णी निद्रा टूटे।लोगों को बिजली और पानी की आ रही समस्या का निदान निकाल सके।आम लोग के साथ साथ बिजली नही रहने के कारण धनबाद में उद्योग धंधे भी चौपट हो रहे हैं।