Dhanbad: हादसे की जांच के लिए रेलवे ने गठित की कमेटी, रेलवे विकास निगम और साइट इंचार्ज पर FIR
नबाद-गोमो रेल रूट पर निचितपुर में रेलवे फाटक के पास पोल लगाने के दौरान उसके ओवरहेड तार से सट जाने से सुपरवाइजर समेत छह की मौत मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गयी है। रेलवे ने चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। हादसामामले रामकनाली ओपी की पुलिस ने इस रेलवे और कंट्रेक्टर के खिलाफ गैर इरादतन मर्डर का केस दर्ज किया है।
धनबाद। धनबाद-गोमो रेल रूट पर निचितपुर में रेलवे फाटक के पास पोल लगाने के दौरान उसके ओवरहेड तार से सट जाने से सुपरवाइजर समेत छह की मौत मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गयी है। रेलवे ने चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है। हादसामामले रामकनाली ओपी की पुलिस ने इस रेलवे और कंट्रेक्टर के खिलाफ गैर इरादतन मर्डर का केस दर्ज किया है।
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ASI अमित कुमार की कंपलेन पर रेल विकास निगम लिमिटेड-आरवीएनएल और कंट्रेक्ट पर काम करा रही कंपनी के साइट इंचार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना में मृत लोगों की बॉडी का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है।
दिल्ली की इंजीनियरिंग कंपनी से RVNL करा रही काम
पोल लगाने का काम रेलवे विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) के जिम्मे है। आरवीएनएल एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है, जो परियोजना कार्यान्वयन और परिवहन बुनियादी ढांचे के विकास के लिए रेल मंत्रालय की निर्माण शाखा के रूप में काम करता है।आरवीएनएल पोल लगाने का काम दिल्ली की सिक्का इंजीनियरिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड से करा रही है। निचितपुर में पोल लगाने के दौरान सोमवार को करंट से झुलसे सुपरवाइजर व मजदूर भी सिक्का कंपनी के अधीन ही काम कर रहे थे।
आरवीएनएल के जीएम इलेक्ट्रिकल भी जांच टीम में शामिल
पोल लगाने का काम आरवीएनएल के जिम्मे होने के कारण ही जांच कमेटी में आरवीएनएल के जीएम इलेक्ट्रिकल को भी शामिल किया गया है। चार सदस्यीय कमेटी की जांच रिपोर्ट के बाद पूरे मामले में का खुलासा हो सकता है।
चार सदस्यीय जांच कमेटी
इस मामले में चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। वरीय मंडल सरक्षा आयुक्त, सीनियर डीईई टीआरडी, सीनियर डीएसओ और आरवीएनएल इलेक्ट्रिकल के जीएम जांच टीम में शामिल हैं। डीआरएम कमल किशोर ने बताया कि मजदूर काम कैसे कर रहे थे। किसकी अनुमति से काम कर रहे थे। यह सबकुछ इंक्वायरी के बाद ही स्पष्ट होगा। विभागीय कार्रवाई भी इंक्वायरी के बाद ही होगी।