Dhanbad : अमन सिंह को जेल में मर्डर करने वाला निकला उत्तर प्रदेश का रितेश यादव, आशीष व रिंकू है मास्टरमाइंड
धनबाद जेल में बंद एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों के मर्डर के आरोपी उत्तर प्रदेश का शार्प शूटर अमन सिंह की मर्डर करने वाला सुंदर महतो का असली नाम रितेश यादव है। बोकारो जिले के तेलीडीह का सुंदर महतो बताकर बाइक चोरी में जेल गया था। सुंदर का असली नाम रितेश यादव है। वह उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ का रहने वाला है।
- आशीष व रिंकू ने करायी अमन की मर्डर
- बोकारो का सुंदर महतो बनकर बाइक चोरी में गया है जेल
- जेल हॉस्पिटल में एडमिट 16 बंदी सेल में किये गये शिफ्ट
धनबाद। धनबाद जेल में बंद एक्स डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों के मर्डर के आरोपी उत्तर प्रदेश का शार्प शूटर अमन सिंह की मर्डर करने वाला सुंदर महतो का असली नाम रितेश यादव है। बोकारो जिले के तेलीडीह का सुंदर महतो बताकर बाइक चोरी में जेल गया था। सुंदर का असली नाम रितेश यादव है। वह उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ का रहने वाला है।
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पुलिस पूछताछ में रीतेश यादव खुद को सुंदर महतो ही बताने की कोशिश कर रहा था। पुलिस सख्ती के बाद वह टूट गया जिससे राज खुल गया। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि बड़ी प्लानिंग से जेल में अमन सिंह की मर्डर करायी गयी है। अभी तक की पुलिसिया छानबीन व परिजनों के आरोपों के अनुसार प्रयागराज का क्रिमिनल रिंकू सिंह ही अमन सिंह मर्डर केस का असली मास्टरमाइंड है।
मुनीडीह पुलिस ने 25 नवंबर चोरी की बाइक से पकड़ा तो रीतेश यादव ने अपना नाम सुंदर महतो, पिता का नाम गुरुचरण महतो, पता तेलो चंद्रपुरा (जिला बोकारो) बताया था। मुनीडीह पुलिस की सूचना पर तेलो में सघन छानबीन की गयी, लेकिन सुंदर नाम के व्यक्ति के पहचान वाला कोई नहीं मिला।
आशीष व रिंकू ने रीतेश का ब्रेनवॉश कर करवायी अमन की मर्डर
पुलिस सोर्सेज का कहना है कि धनबाद जेल से बेल पर बाहर निकला निकलाउत्त प्रदेश के प्रयागरज का कुख्यात रिंकू सिंह ने प्रतापगढ़ से रितेश यादव से संपर्क कर जेल जाकर घटना को अंजाम देने के लिए तैयार किया। बदले में उसे मोटी रकम का लालच दिया गया। इस काम में रिंकू के साथ धनबाद टाउन के हीरापुर जेसी मल्लिक रोड निवासी आशीष रंजन सिंह उर्फ छोटू भी था। इसके बाद बाइक चोरी का प्लॉट तैयार किया गया। चोरी की बाइक के साथ पकड़े जाने पर मुनीडीह ओपी प्रभारी सालो हेंब्रम के बयान पर कांड संख्या 169/23 दर्ज कर सुंदर महतो को जेल भेज दिया गया। सुंदर महतो जब जोल में अमन सिंह को गोलियों से भून दिया तो पुलिस छानबीन में खुलासा हुआ वह रीतेश यादव है।
रिंकू व अमन में पैसे को लेकर हुआ था विवाद
रिंकू सिंहऔर अमन सिंह पहले साथ थे। नीरज सिंह मर्डर केस में पुलिस रिंकू सिंह को भी आरोपित की थी। उत्त प्रदेश से रिंकू को धनबाद जेल लाया गया था। अमन मुख्य रुप से रिंकू का ही चेला था। धनबाद जेल में रहने के दौरान रिंकू सिंह व अमन में रंगदारी से आ रही रकम की हिस्सेदारी को लेकर विवाद हो गया था। अमन खुद गैंग बनाकर लाखों रुपये प्रतिमाह वसूली करने लगा। रंगदारी की रमक वह अपने भाई व रिश्तेदारों को देकर प्रोपर्टी अर्जित करने लगा। अमन के बदौलत उसका भाई धनबाद आकर कोल बिजनस में हाथ अजमाया। कथित रुप से कोल बिजनस के साथ वह अमन की रंगदारी की राशि को एक नंबर बनाने लगा। इससे रिंकू व आशीष की अमन से दूरी बढ़ गयी। पुलिस को आशंका है कि पैसे के लेन-देन का विवाद ही अमन की मर्डर का एक कारण हो सकता है।
वैसे पुलिस अभी तक अमन सिंह की मर्डर को लेकर किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है।अमन की मर्डर में रीतेश को मोहरा बनाया गया है। रिंकू और आशीष के ऊपर भी कोई है, जिसने यह साजिश रची है। पुलिस इस दिशा में काम कर रही है। रितेश उर्फ सुंदर को पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर सरायढेला पुलिस स्टेशन में रखकर पूछताछ की जायेगी।
अमन का अपने गुट में हो गया था विवाद
धनबाद जेल में शूटर अमन सिंह को मर्डर मामले में सुंदर महतो उर्फ रीतेश यादव के अलावा अन्य कई बंदियों की संलिप्ता के एवीडेंस मिले हैं। सुंदर के अलावा, सतीश साव उर्फ गांधी, विकास बजरंगी की भी संलिप्तताकी बात कही जा रही है। अमन सिंह की मर्डर में सुंदर का साथ कई बंदियों ने दिया था। सोर्सेज का कहना है कि दो दिन पहले ही दो पिस्टल जेल के अंदर मंगवाया गया था। आरोप है कि इसमें सतीश सिंह हत्याकांड में जेल में बंद सतीश साव उर्फ गांधी व विकास बजरंगी ने उसका सहयोग किया है। इसके अलावा भी कई बंदी इसमें जुड़े हुए हैं।
घेराबंदी कर किया गया अमन का मर्डर
सोर्सेज के अनुसार जेल के हॉस्पिटल वार्ड में एडमिट अमन सिंह अपने बेड पर था। इसी दौरान वहां पहुंचे सुंदर महतो के साथ गांधी व विकास ने उसे घेर लिया गया। जब तक अमन कुछ समझ पाता, उस पर ताड़तोड़ गोलियां चलने लगी। एक-एक कर उसे नौ गोलियां मारी गयी। अमन जेल हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। एसएनएमएमसीएच ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जेल में कई माह से हो रही थी अमन सिंह की रेकी
अमन सिंह की मर्डर की प्लानिंग लगभग एक साल पहले की गयी थी। अमन को अपनी मर्डर की आशंका थी। अमन भी कोर्ट में पेशी के दौरान अपनी मर्डर की आशंका जताया करता था। बाहर मौका नहीं मिलने पर प्लानिंग कर दो दर्जन बंदियों को शामिल कर अमन सिंह की मर्डर करायी गयी। पिछले तीन माह से अन की रेकी कर मौका मिलते ही मौत के घाट उतारने की प्लानिंग बन रही थी।
धनबाद के अलावा अन्य जिलों में भी गैंग बना लिया था अमन
बताया जाता है कि पिछले कई सालों से अमन सिंह धनबाद ही नहीं झारखंड के अन्य जिलों में भी अपना एक बड़ा गैंग तैयार कर लिया था। धनबाद-बोकारो के कई क्रिमिनल उसके गैंग से में जुड़े थे। धनबाद जिले के कई क्रिमिनल जो अभी धनबाद जेल में बंद हैं, अमन के लिए काम करते थे। फरार चल रहा आशीष रंजन भी अमन के इशारे पर कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। हाल के दिनों में और कोयले की काली कमाई व रंगदारी की रकम अमन सिंह सिर्फ अपने संबंधियों के पास रखने लगा। काम करने वाले को काफी कम रकम दे रहा था। आशीष को भी कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद रुपये नहीं मिले। अशीष जब अमन से रुपये मांगने का प्रयास किया तो उसे पता चला कि उसकी भी मर्डर की प्लानिंग तैयार की गयी है। इससे आक्रोशित आशीष यूपी के क्रिमिनल रिंकू से मिलकर जेल में पूरी फिल्डिंग तैयार कराकर अमन की मर्डर करा दी।
जेल हॉस्पिटल में एडमिट 16 बंदी हुए फिट, सेल में किये गये शिफ्ट
शार्प शूटर अमन सिंह की जेल हॉस्पिटल में हुई मर्डर के बाद 22 कैदियों में 16 को सोमवार को मेडिकल जांच के बाद फिट घोषित कर दिया गया। जिला प्रशासन के निर्देश पर सोमवार को हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम जेल हॉस्पिटल पहुंच वहां एडमिट बंदियों की जांच की। जांच के बाद16 बंदियों को फिट घोषित कर दिया गया। इसके बाद 16 बंदियों सेल में शिफ्ट कर दिया गया। जेल हॉस्पिटल के 30 बेड पर सोमवार को 22 बंदियों एडमिट थे। सभी बंदियों की हेल्थ जांच किया गया। स्वस्थ मिले कैदियों को तत्काल सेल में भेज दिया गया। वहीं छह अस्वस्थ बंदी को जेल हॉस्पिटल में रखा गया है।