धनबाद: स्नेक सेवर बापी गया जेल, सांपों को जैविक उद्यान में छोड़ा गया
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने रेलवे स्टाफ व स्नेक सेवर के नाम से फेमस सुब्रतो डे उर्फ बापी दा को शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने गोमो सिकलाइन स्थित बापी के रेलवे र्क्वटर से जब्त 11 विषैले सांप कोबरा सहित रसेल वाइपर, सेनबोआ, उल्फ स्नेक (चिति) एवं धामिको ओरमांझी (रांची) के जैविक उद्यान ले जाकर छोड़ दिया।
धनबाद। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने रेलवे स्टाफ व स्नेक सेवर के नाम से फेमस सुब्रतो डे उर्फ बापी दा को शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने गोमो सिकलाइन स्थित बापी के रेलवे र्क्वटर से जब्त 11 विषैले सांप कोबरा सहित रसेल वाइपर, सेनबोआ, उल्फ स्नेक (चिति) एवं धामिको ओरमांझी (रांची) के जैविक उद्यान ले जाकर छोड़ दिया।
फॉरेस्ट डिपार्टमेंट बापी के खिलाफ जांच कर रहा है। वनपाल परमानंद रजक ने बताया कि इस मामले में बापी के कई सहयोगियों के बारे में जांच की जा रही है। डिपार्टमेंट उन लोगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करेगा। बापी लोगों को सांप पकड़ने का प्रशिक्षण देने के बाद उसे सांप पकड़ने का तरीका बताता था। बापी अवैध रूप से घर में सांप रख रहा था। रेडके दौरान एक सांप मृत भी पाया गया। सांप की मौत किस कारण हुई थी यह जांच का विषय है। बिना लाइसेंस का दवा रखना संगीन जुर्म है।
बापी के खिलाफ अवैध रूप से घर में सांप रखने, विषधर का जहर निकालकर बेचने, सांप पकड़ने का प्रशिक्षण देने के एवज में लोगों से पैसा वसूलने की कंपलेन वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड एवं ट्रेड रिकॉर्ड एनलाइसिस ऑफ फ्लोरा इंफोना इन कॉमर्स (ट्रैफिक) दिल्ली ऑफिस में की गई थी। कंपलेन के आधार पर डीएफओ को जांच का आदेश दिया गया था। रेंजर एके मंजुल के नेतृत्व में विभाग की टीम शुक्रवार को तोपचांची पुलिस का सहयोग से बापी के रेलवे क्वार्टर में रेड कर कई विषैला सांप, सर्पदंश का इलाज के लिए रखा दवा, सांप पकड़ने का औजार का बक्सा आदि जब्त कर उसे अरेस्ट किया था।
रेलवे क्वार्टर में चला रहा था क्लीनिक
बापी अपने ने गोमो सिकलाइन स्थित रेलवे क्वार्टर के मेन गेट के ऊपर इंडियन रेलवे, स्नेक रेस्क्यू टीम लिखा बड़ा बोर्ड लगा रखा है। क्वार्टर के अंदर सांप काटने के शिकार लोगों के इलाज के लिए क्लिनिक बना रखा है। इसमें सर्पदंश मरीजों के ठहरने की जगह भी है। इलाज में अधिक रुपये लिए जाने के कारण हाल ही में वहां हंगामा भी हुआ था। उसके खिलाफ पड़ोसी द्वारा मारपीट का मामला हरिहरपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया है।
बापी खूद को बड़े अफसरों का अपना करीबी बताया करता था। इनलोगों से हमेशा संपर्क में रहने का बात लोगों से किया करता था। बताया जाता है कि बापी ने यू ट्यूब चैनल के माध्यम से खूद को एक गंभीर बीमारी से पीड़ित बताकर लोगों को भ्रमित कर दिया था। तोपचांची के एक युवक ने इसका पर्दाफाश किया था। युवक ने सोशल मीडिया के सहारे बापी से पूछा था कि अगर आपको गंभीर बीमारी है, तो रिपोर्ट सार्वजनिक कर इसका सबूत दें।