दुमका: दूसरे समुदाय की महिला का मर्डर कर पेट्रोल से जलाने का आरोपी अरेस्ट
झारखंड की उपराजधानी दुमका के तालझारी पुलिस की पुलिस ने 31 अगस्त को पहाड़पुर झाड़ियों में मिले महिला के अधजले बडी की शिनाख्त कर ली है। मृतका समेली देवी उर्फ पूजा कुमारी हंसडीहा के नोनीहाट पंचायत के चंपातरी गांव की रहने वाली थी। उसे तालझारी के सकटिया गांव के शादीशुदा मुन्ना मियां में प्रेमजाल में फंसाया। चरित्रहीनता का आरोप लगाकर 30 अगस्त को जंगल में मुन्ना ने भाई सुलेमान मियां और पिता जुमरति मियां के साथ मिलकर मार डाला। पुलिस ने मुन्ना मियां को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
दुमका। झारखंड की उपराजधानी दुमका के तालझारी पुलिस की पुलिस ने 31 अगस्त को पहाड़पुर झाड़ियों में मिले महिला के अधजले बडी की शिनाख्त कर ली है। मृतका समेली देवी उर्फ पूजा कुमारी हंसडीहा के नोनीहाट पंचायत के चंपातरी गांव की रहने वाली थी। उसे तालझारी के सकटिया गांव के शादीशुदा मुन्ना मियां में प्रेमजाल में फंसाया। चरित्रहीनता का आरोप लगाकर 30 अगस्त को जंगल में मुन्ना ने भाई सुलेमान मियां और पिता जुमरति मियां के साथ मिलकर मार डाला। पुलिस ने मुन्ना मियां को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।
यह भी पढ़ें:झारखंड: सब इंस्पेक्टर के भाई समेत पांच साइबर ठगों को जामताड़ा पुलिस ने दबोचा
यह है मामला
तालझारी पुलिस स्टेशन की पुलिस ने 31 अगस्त की सुबह पहाड़पुर जंगल से एक महिला का अधजला बॉडी बरामद किया था। बॉडी शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने चौकीदार कासिम मियां के बयान पर अननोन के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज किया था। पुलिस कोइन्विस्टीगेशन के दौरान पता चला कि महिला की दोस्ती सकटिया गांव में मुन्ना मियां के साथ थी। पुलिस ने दो नवंबर को मुन्ना मियां (30) को दबोता तो सारा मामला सामने आ गया। चौथी क्लास तक पढ़ा तालझरी के सकटिया गांव निवासी मुन्ना ने पुलिस के समक्ष अपने स्वीकोरित बयान में बताया है कि वह खेती-बाड़ी और मजदूरी करता है। वह सहारा के चित्रानंद साह का आटो 250 रुपये प्रतिदिन के मजदूरी पर चलाता था। चित्रानंद के घर में महिला अपने बच्चे के साथ रहकर साफ सफाई का काम करती थी। एक दिन उसके बच्चे की तबीयत खराब हो गयी तो चित्रानंद के कहने पर जोगिया मोड़ ले जाकर उसका इलाज करवाया। वहां ले जाने के क्रम में महिला ने अपना नाम पूजा कुमारी उर्फ समेली देवी और ससुराल नोनीहाट के चंपातरी बताई।
मोबाइल पर बात करते-करते महिला से प्यार हो गया
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह पूजा का मोबाइल नंबर लेकर बात करने लगा। आरोपी मुन्ना ने कहा है कि बात करते-करते महिला से प्यार हो गया। कुछ दिनों बाद महिला व उसके बच्चे को लेने के लिए रानीगंज (पश्चिम बंगाल) में रहने वाले ससुराल के लोग आये लेकिन साथ जाने से मना कर दिया। ससुराल वालों से झगड़ा कर हावड़ा चली गयी। वहां से फोन कर बताया कि उसके पास रुपये नहीं है। वह हावड़ा जाकर रुपये दिया और साथ लेकर गुजरात चला गया। कुछ दिनों बाद अकेले वापस आ गया। एक दिन पूजा ने फोन कर उसे बताया कि वह गुजरात से बैंगलोर चली आई है। इसके बाद वह भी पूजा के पास चला गया। दोनों वहां काम करने लगे। बीच-बीच में दोनों गांव जाते और आठ-दस दिन रहकर लौट जाते। बैंगलुरू में पता चला कि पूजा का कई लोगों से संबंध है।
भाई व पिता के साथ मिलकर कर दिया मर्डर
मुन्ना ने पुलिस को बताया कि एक दिन उसने पूजा को दूसरे युवक के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। उससे झगड़ा कर वापस सहारा आ गया। पूजा कुमारी से बहुत प्यार करता था। उसे दूसरी पत्नी के रूप में रखे हुए था। उसके इस व्यवहार से बहुत तनाव में आ गया।लगातार तनाव में रहने के बाद भाई सुलेमान मियां और पिता जुमरति मियां को सारी बात बताकर हत्या की साजिश रची। आधार कार्ड बनाने के नाम पर पूजा को देवघर बुलाया। पूजा 28 अगस्त को बच्चे के साथ देवघर आई। देवघर कालेज के पास अजीत महथा के भाड़े के मकान में दोनों को रखा। वह 29 अगस्त को देवघर गया और रात में उसके साथ रहा।
मुन्ना 30 अगस्त की सुबह सहारा आया। भाई सुलेमान मियां के साथ लोहे का चापड़ व माचिस खरीदकर घटनास्थल के पास झाड़ियों में छिपा दिया। बाइक से देवघर गया और आधार कार्ड बनाने के नाम पर पूजा को लेकर शाम चार बजे दुमका के लिए चला। आधार वाले को फोन करने के नाम पर उसे इधर-उधर घुमाते रहा। फिर बोला कि आधार कार्ड बनाने वाला आफिस चला गया है, आने में देरी होगी। उसे आधार कार्ड बनाने वाले का घर ले जाने के बहाने बाइक से पहाड़पुर के पहाड़ी के तरफ ले गया। भाई व पिता को फोन कर पहाड़ी के पास बुलाया। इसी बीच भाई ने मौका देखकर चापड़ निकाल कर उसे थमा दिया। सुलेमान ने पूजा को कसकर पकड़कर मुंह दबा दिया। उसने चापड़ से पूजा के गले पर वार किया। मरा समझकर बाइक में लादकर कुछ दूर ले जाकर सड़क किनारे झाड़ी में फेंक दिया।
बाइक से पेट्रोल निकालकर महिला की बॉडी को जलाया
मुन्ना ने बताया कि पूजा की मर्डर के बाद साक्ष्य छुपाने के लिए खून लगी गंजी निकाल कर पूजा के बॉडी पर डाल दी। इसके बाद बाइक से पेट्रोल निकाल कर बॉडी में चारों ओर छिड़ककर माचिस लगा दी। भाई को वहीं छोड़ कर चापड़ को कलवर्ट में ले जाकर धोया। चापड़ को वहीं मिट्टी में गाड़ने के बाद देवघर के मोहनपुर चला गया। वह 31 अगस्त की सुबह सहारा आया और घटना का जायजा लिया। पता चला कि पुलिस बॉडी को उठा कर ले गयी है। बॉडी की पहचान नहीं हुई है। वह दूसरे दिन देवघर गया और पूजा के बच्चे को साढ़ू के घर देवघर के दुर्गापुर में रख दिया। वह लगातार पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखे रहे। जब आश्वस्त हो गया कि घटना दब गई है तो घर में आराम से रहने लगा। पुलिस दो नवंबर की रात उसे अरेस्ट कर तालझारी थाना ले गयी। उसकी निशानदेही पर तीन नवंबर को कलवर्ट के पास से मर्डप में प्रयुक्त लोहे का चापड़ बरामद किया। पुलिस ने उसका वीवो मोबाइल भी जब्त कर लिया है।