Bihar: बिहार विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव की घोषणा, नीतीश, राबड़ी समेत 10 नेताओं का टर्म पूरा होगा
बिहार विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव का की घोषणा कर दी गयी है। सीएम नीतीश कुमार और विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी समेत 11 एमएलसी का टर्म पूरा हो रहा है। सभी की सदस्यता छह मई को समाप्त हो रही है।
पटना। बिहार विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव का की घोषणा कर दी गयी है। सीएम नीतीश कुमार और विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी समेत 11 एमएलसी का टर्म पूरा हो रहा है। सभी की सदस्यता छह मई को समाप्त हो रही है।
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बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए चार मार्च को नोटिफिकेशन जारी कर दिया जायेगा। 21 मार्च को चुनाव होगा और उसी दिन शाम में परिणाम की घोषणा कर दी जायेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार विधान परिषद का चुनाव का शेड्यूल इस प्रकार होगा।
नोटिफिकेशन- चार मार्च
नामांकन की आखिरी तारीख- 11 मार्च
नामांकन पत्रों की जांच- 12 मार्च
नाम वापसी की आखिरी तारीख- 14 मार्च
चुनाव की तारीख- 21 मार्च
रिजल्ट की घोषणा- 21 मार्च शाम
जिन नेताओं का टर्म पूरा हो रहा
बिहार विधान परिषद में छह मई जिन नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें सीएम नीतीश कुमार, विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी,अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, खालिद अनवर, प्रेमचंद्र मिश्रा, एक्स मिनिस्टर मंगल पांडे, संजय झा, संजय पासवान, रामेश्वर महतो, रामचंद्र पूर्वे और एक्स मिनिस्टर शाहनवाज हुसैन शामिल हैं। इनमें से संजय झा पहले ही राज्यसभा जा चुके हैं।
टर्म पूरा हो रहे 11सीटों में से जेडीयू के पास चार, बीजेपी के पास तीन, आरजेडी के पास दो, कांग्रेस के पास एक और जीतन राम मांझी की पार्टी हम के पास एक सीट है। सभी दल इसे बरकरार रखने के लिए अपने गठबंधन साथियों के साथ ताकत झोंक देंगे। संख्या बल की बात करें तो विधान परिषद की एक सीट पर जीत के लिए विधानसभा के 21 सदस्यों के वोट की जरूरत है। विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से एनडीए आसानी सेछह सीटों पर जीत हासिल करता हुआ दिख रहा है। विपक्षी गठबंधन की सभी सीटों पर जीत में थोड़ा संदेह है क्योंकि विश्वास मत से ठीक पहले आरजेडी के तीन एमएलए टूटकर जदयू के साथ आ गये। विपक्ष को पांच सीटों पर जीत के लिए 105 एमएलए के वोट की जरूरत होगी जिसके लिए वे एड़ी चोटी एक कर देंगे। फिलहाल विधानसभा में दलवार स्थिति इस प्रकार है। 78 एमएलए के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है। आरजेडी के 79 एमएलए में से तीन ने जेडीयू खेमें में आ जाने से उनकी संख्या अब 79 से घटकर अब 76 रह गई है। एनडीए के जदयूके 45, हम के चार एमएलए हैं। महागठबंधन में कांग्रेस के 19, भाकपा माले के 11, माकपा और भाकपा के चार तथा एक निर्दलीय और एएमआइएएम के एक एमएलए हैं।