Jharkhand कांग्रेस के महासचिव आलोक दुबे समेत चार लीडर छह साल के लिए पार्टी से सस्पेंड

झारखंड कांग्रेस ने राज्य के महासचिव आलोक दुबे और डॉ. राजेश गुप्ता समेत चार लीडर्स को छह साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। इससे पार्टी के अंदर घमासान मच गया है। अनुशासन समिति ने राज्य नेतृत्व के खिलाफ गतिविधियों के लिए आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता और साधु शरण गोप के सस्पेंशन की सिफारिश की थी।

Jharkhand कांग्रेस के महासचिव आलोक दुबे समेत चार लीडर छह साल के लिए पार्टी से सस्पेंड

अनुशासन समिति ने की सस्पेंशन की सिफारिश 
रांची। झारखंड कांग्रेस ने राज्य के महासचिव आलोक दुबे और डॉ. राजेश गुप्ता समेत चार लीडर्स को छह साल के लिए सस्पेंड कर दिया है। इससे पार्टी के अंदर घमासान मच गया है। अनुशासन समिति ने राज्य नेतृत्व के खिलाफ गतिविधियों के लिए आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, डॉ राजेश गुप्ता और साधु शरण गोप के सस्पेंशन की सिफारिश की थी।

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पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप
बताया जाता है कि पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होना मुख्य वजह सामने आई है। कथित तौर पर कांग्रेस के इन नेताओं को अनुशासन समिति ने चेतावनी भी दी थी बावजूद इसके प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोला था। इन नेताओं से 21 दिसंबर 2022 को शोकॉज भी पूछा गया था, लेकिन 14 दिनों में सभी जवाब असमर्थ रहे। फरि एक महीने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी लेकिन प्रावधान के तहत समिति ने स्वीकार नहीं किया।

गलत बयानबाजी बनी कार्रवाई का मुख्य कारण
सभी नेताओं के ऊपर गलत बयानबाजी भी निलंबन का मुख्य कारण बताई जा रही है। कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह के मुताबिक कारण बताओ नोटिस देने के बाद भी इन चारों ने अपना पक्ष नहीं रखा साथ ही 24 दिसंबर को बोकारो में बैठक कर संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी नेतृत्व पर गलत बयानबाजी भी की थी। इसके बाद अनुशासन समिति द्वारा इन्हें छह वर्षों के लिए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से अनुशंसा की गई।