Hindenburg Adani Group: मात्र एक रिपोर्ट से Gautam Adani को 48000 करोड़ का नुकसान !
अमेरिका की जानी-मानी इन्वेस्ट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने कुछ दिन पहले ही अपने जांच की एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अदाणी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर करने और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी करने का आरोप था। इस एक रिपोर्ट से गौतम अडानी की नेटवर्थ केवल एक दिन में ही काफी गिर गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी को एक दिन में लगभग 6 बिलियन डॉलर (लगभग 48,600 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली। अमेरिका की जानी-मानी इन्वेस्ट रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग ने कुछ दिन पहले ही अपने जांच की एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अदाणी ग्रुप पर शेयरों में हेरफेर करने और अकाउंटिंग में धोखाधड़ी करने का आरोप था। इस एक रिपोर्ट से गौतम अडानी की नेटवर्थ केवल एक दिन में ही काफी गिर गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गौतम अडानी को एक दिन में लगभग 6 बिलियन डॉलर (लगभग 48,600 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है।
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भारी नुकसान
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद गौतम अदाणी के नेटवर्थ में लगभग पांच परसेंट की कमी आई है। लगभग 48,600 करोड़ रुपये के नुकसान के साथ वर्तमान में गौतम अदानी का नेटवर्थ 113 बिलियन डॉलर है।
FPO पर पड़ सकता है असर
Adani Group के तहत आने वाली अदाणी एंटरप्राइजेज के FPO कल यानी कि 27 जनवरी, 2023 को जारी होने वाले हैं। इसे 3,112 से 3,276 रुपये के प्राइस बैंड में बेचा जायेगा। वहीं, एफपीओ से पहले एंकर निवेशकों से 5,985 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
अदाणी ग्रुप के शेयर
गौतम अडानी, इंडिया में सबसे बड़े पोर्ट ऑपरेटर समूह अडानी ग्रुप के संस्थापक हैं। मार्च, 2022 स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पावर और अदाणी ट्रांसमिशन में उनकी 75% हिस्सेदारी है। उनके पास अदाणी टोटल गैस का लगभग 37%, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का 65% और अदाणी ग्रीन एनर्जी का 61% हिस्सा है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने लगाये हैं ये आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी जांच के आधार पर आरोप लगाया है कि 218 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाला अदाणी ग्रुप स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी योजना में शामिल है। इसके जवाब में अदाणी ग्रुप अमेरिकी और इंडियन कानूनों के तहत प्रासंगिक प्रावधानों का मूल्यांकन कर रही हैं
हिंडनबर्ग के आरोप पर कानूनी रास्ता अपना सकती है अदाणी ग्रुप
हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप का अदाणी ग्रुप ने जवाब दिया है कि वह अमेरिकी एक्टिविस्ट निवेशक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने के लिए कानूनी विकल्पों की जांच कर रही है। कंपनी के अनुसार, ये अदाणी की छवि खराब करने की साजिश है और इसके शेयरों की बिक्री खराब करने की कोशिश है।
अदाणी ग्रुप का जवाब
अदाणी ग्रुप के चीफ जतिन जलुंधवाला ने एक बयान में कहा कि 24 जनवरी, 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा जारी रिपोर्ट गलत इरादे से की गई है। इससे अदाणी ग्रुप, इसके शेयरधारकों और निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। यह एक चिंता का विषय है। यह भारतीयों के लिए चिंता का कारण बना है।
शेयरों की कीमत को गिराने के लिए रिपोर्ट डिजाइन
अदाणी ग्रुप के अनुसार, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट निराधार है। इसे कंपनी के शेयरों की कीमत को दिरने के लिए डिजाइन किया गया था। अदाणी ग्रुप की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज के FPO को आने में एक सप्ताह का समय रह गया है। ऐसे में संभवना है कि यह रिपोर्ट इसपर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
कानूनी रास्ता अपना रही अदाणी ग्रुप
हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए अदाणी ग्रुप अमेरिकी और भारतीय कानूनों के तहत प्रासंगिक प्रावधानों का मूल्यांकन कर रहे हैं। हालांकि, इसमें इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि कंपनी हिंडनबर्ग पर मुकदमा करने की योजना बना रही है या नहीं।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने लगाये ये आरोप
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी दो साल की गई जांच के आधार पर आरोप लगाया है कि 218 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाला अदाणी ग्रुप स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी योजना में शामिल है। गौतम अडानी ने मोटे तौर पर 120 बिलियन अमरीकी डालर का शुद्ध मूल्य अर्जित किया है, जो पिछले 3 सालों में 100 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो गया है। इससे कंपनी को इस अवधि में 819 प्रतिशत की औसत वृद्धि हुई है।