IAS Pooja Singhal Case: पूजा सिंघल और अन्य अफसरों पर ACB दर्ज करेगी FIR, ED ने की थी अनुशंसा
झारखंड में मनरेगा घोटाले के बाद अब संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग में भी आइएएस अफसरपूजा सिंघल की मुश्किलें बढ़ेंगी। मनी लांड्रिंग के तहत जांच के दौरान सामने आये तथ्यों के आधार पर ईडी ने स्टेट गवर्नमेंट से पीसी एक्ट के तहत FIR दर्ज करने की अनुशंसा की थी। ईडी की अनुशंसा पर स्टेट गवर्नमेंट के लॉ डिपार्टमेंट ने भी अपनी सहमति दे दी है। अब स्टेट गवर्नमेंट के निर्देश पर एसीबी में पीसी एक्ट के तहत पूजा सिंघल व अन्य अफसरों पर FIR दर्ज होगी।
रांची। झारखंड में मनरेगा घोटाले के बाद अब संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग में भी आइएएस अफसरपूजा सिंघल की मुश्किलें बढ़ेंगी। मनी लांड्रिंग के तहत जांच के दौरान सामने आये तथ्यों के आधार पर ईडी ने स्टेट गवर्नमेंट से पीसी एक्ट के तहत FIR दर्ज करने की अनुशंसा की थी। ईडी की अनुशंसा पर स्टेट गवर्नमेंट के लॉ डिपार्टमेंट ने भी अपनी सहमति दे दी है। अब स्टेट गवर्नमेंट के निर्देश पर एसीबी में पीसी एक्ट के तहत पूजा सिंघल व अन्य अफसरों पर FIR दर्ज होगी।
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ईडी की अनुशंसा पर बतौर माइंस मिनिस्टर सीएम हेमंत सोरेन ने पीसी एक्ट के तहत केस दर्ज करने के लिए पूजा सिंघल व अन्य के विरुद्ध विधि विभाग से राय मांगी थी। पूजा सिंघल फिलहाल मनी लांड्रिंग अधिनियम के तहत ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। उन्हें ईडी ने विगत 11 मई 2022 को अरेस्ट किया था। एक महीने की अंतरिम जमानत के बाद वह एक बार फिर शनिवार को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में भेज दी गईं हैं।
मनरेगा घोटाले में जांच के रास्ते इलिगल माइनिंग तक पहुंची थी ईडी
खूंटी के बहुचर्चित मनरेगा घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच के दौरान ईडी पूजा सिंघल तक पहुंची थी। इसी मामले में विगत वर्ष छह मई 2022 को ईडी ने पूजा सिंघल व उनके हसबैंड से जुड़े झारखंड, बंगाल, बिहार, हरियाणा और राजस्थान में कुल 25 ठिकानों पर रेड की थी। इस दौरान करोड़ों रुपये सहित आय से अधिक संपत्ति से जुड़े कई कागजात बरामद किये गये थे। उस समय पूजा सिंघल खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव थीं।
ईडी की रेड में पूजा सिंघल के सहयोगी सीए सुमन कुमार के यहां से ईडी को 19.76 करोड़ रुपये बरामद हुए थे। इसके बाद ईडी ने पूजा सिंघल को 11 मई को अरेस्ट किया था। रेड में पूजा सिंघल के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन कुमार के पास से 19.76 करोड़ रुपये कैश मिले थे। ईडी ने जब छानबीन की थी तो पता चला था कि उक्त राशि इलिगल माइनिंग के हैं, जिसे संबंधित जिलों से पूजा सिंघल के लिये आये थे। इसके बाद ही ईडी ने इलिगल माइनिंग मामले में जांच तेज की तो 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग का खुलासा हुआ। इसमें पूजा सिंघल व उनके सहयोगियों की भी संलिप्तता उजागर हुई थी। ईडी ने जांच के बाद सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करते हुए सभी पेपर पुलिस को भी सौंप दिए हैं। कोर्ट ने इस मामले में आरोपितों के खिलाफ आरोप गठन पर सुनवाई के लिए आठ फरवरी की तिथि निर्धारित की है।ईडी ने सभी आरोपितों के विरुद्ध पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार के माध्यम से अवैध धन वसूली मामले में सुसंगत धाराओं में एफआइआर दर्ज करने के लिए स्टेट गवर्नमेंट से अनुशंसा की थी।
ईडी ने अस्थायी रूप से जब्त की संपत्ति
ईडी ने पूजा सिंघल से जुड़ी 82.77 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया था। इसमें ''पल्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल'', ''पल्स डायग्नोस्टिक एंड इमेजिनिंग सेंटर'' और रांची में स्थित दो भूखंड शामिल थे। ईडी ने स्टेट गवर्नमेंट को जब्त संपत्ति की जानकारी देते हुए अपनी अनुशंसा में यह भी लिखा था कि इस मामले में भी पूजा सिंघल से पूछा जाना चाहिए कि उनकी उक्त संपत्ति का स्रोत क्या था?