JSCA स्टेडियम निर्माण में घोटाला फिर सुर्खियों में, अध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव को ईडी का समन
रांची JSCA स्टेडियम निर्माण में 196 करोड़ रुपये के फंड में हेराफेरी के आरोपों को लेकर ईडी ने झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता अजयनाथ शाहदेव को तलब किया है। ईडी ने उन्हें 11 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है।
- 196 करोड़ के फंड में हेराफेरी की जांच तेज
- स्टेडियम निर्माण घोटाला: ईडी का शिकंजा, जेएससीए अध्यक्ष तलब
रांची। झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) के रांची स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में कथित वित्तीय घोटाले की जांच एक बार फिर चर्चा में है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जेएससीए के मौजूदा अध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव को समन जारी किया है।
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ईडी ने उन्हें 11 नवंबर को रांची स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है। यह कार्रवाई उस पुराने केस से जुड़ी है जिसमें स्टेडियम निर्माण के दौरान करोड़ों रुपये के फंड में गड़बड़ी के आरोप लगे थे।
196 करोड़ रुपये के फंड में हेराफेरी का आरोप
रांची में बने इस अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण वर्ष 2010 से 2015 के बीच हुआ था। आरोप है कि बीसीसीआई से मिले 196 करोड़ रुपये के फंड का गलत इस्तेमाल किया गया। पूर्व रणजी खिलाड़ी उज्जवल दास और शेषनाथ पाठक ने इस मामले में सबसे पहले आवाज उठाई थी।शिकायत के अनुसार, स्टेडियम का प्रारंभिक बजट काफी कम था, लेकिन बाद में इसे लगभग 250 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया। आरोप है कि लागत बढ़ाकर अवैध तरीके से धन निकाला गया।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई थी एफआइआर
शिकायतकर्ताओं ने इस मामले में तत्कालीन जेएससीए अध्यक्ष (दिवंगत) अमिताभ चौधरी, पूर्व सचिव राजेश वर्मा, और पूर्व कोषाध्यक्ष गोविंदो मुखर्जी समेत कई पदाधिकारियों के खिलाफ बिष्टुपुर पुलिस स्टेशन, जमशेदपुर में कंपलेन दर्ज कराने की कोशिश की थी।जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, तो उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज हुई, मगर पुलिस ने बाद में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी। अदालत ने इस रिपोर्ट को नामंजूर कर पुनः जांच का आदेश दिया।
अब ईडी की एंट्री: मनी लॉन्ड्रिंग की जांच
अब प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले को अपने हाथों में लेकर जांच शुरू की है। ईडी इस बात की तहकीकात कर रही है कि कहीं स्टेडियम निर्माण की लागत बढ़ाकर मनी लॉन्ड्रिंग तो नहीं की गयी। एजेंसी ने जेएससीए से 2009 से 2016 तक के सभी वित्तीय रिकॉर्ड, बैंक स्टेटमेंट और फंड के उपयोग का पूरा ब्योरा मांगा है।
अजयनाथ शाहदेव की भूमिका पर सवाल
स्टेडियम निर्माण के दौरान अजयनाथ शाहदेव जेएससीए के उपाध्यक्ष थे। अब ईडी उनसे उस समय की बैठकों, वित्तीय निर्णयों और उनकी भूमिका को लेकर सवाल-जवाब करेगी।गौरतलब है कि इसी साल (2025) हुए चुनाव में अजयनाथ शाहदेव जेएससीए अध्यक्ष बने हैं और उनकी टीम ने शानदार जीत दर्ज की थी।
जेएससीए में विवादों का लंबा इतिहास
यह कोई पहला मौका नहीं है जब जेएससीए विवादों में घिरा हो। इससे पहले भी संघ पर फंड के दुरुपयोग, चयन प्रक्रिया में पक्षपात और कुप्रबंधन के आरोप लगते रहे हैं।दिवंगत अध्यक्ष अमिताभ चौधरी की पत्नी निर्मल कौर ने भी संघ के कामकाज में पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
क्रिकेट जगत में हलचल
ईडी के समन के बाद झारखंड के क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया है। जेएससीए के मौजूदा और पूर्व पदाधिकारियों की परेशानी बढ़ सकती है, क्योंकि जांच एजेंसी अब सभी संदिग्ध लेन-देन और अनुबंधों की गहराई से जांच कर रही है।
निष्कर्ष
रांची के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम से जुड़ा यह मामला झारखंड क्रिकेट के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। ईडी की जांच में अगर वित्तीय गड़बड़ियों की पुष्टि होती है, तो कई बड़े नाम मुश्किल में पड़ सकते हैं।






