जामताड़ा: पुलिस व माफिया व सफेदपोशों के संरक्षण में बड़े पैमाने पर चल रहा है इलिगल कोल कारोबार
संथाल परगना का जामताड़ा जिला अभी झारखंड में इलिगल कोल कारोबार का सबसे बड़ा स्पॉट बना हुआ है। जिले में नाला व मिहिजाम में बड़े पैमाने पर इलिगल कोल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग चल रहा है। कोल तस्कर, सफेदपोश व पुलिस की मिलीभगत से इलिगल कोल कारोबार बेरोक-टोक जारी है।
- नाला व मिहिजाम बना है स्टेट का सबसे बड़ा स्पॉट
- दुर्गापुर का झा जी, धनबाद का पांडेय जी के साथ निरसा व बोकारो के तस्करों की है सांठगांठ
- झारखंड,बंगाल,बिहार व यूपी को कोल माफियाओं का पुलिस से है सांठगांठ
रांची। संथाल परगना का जामताड़ा जिला अभी झारखंड में इलिगल कोल कारोबार का सबसे बड़ा स्पॉट बना हुआ है। जिले में नाला व मिहिजाम में बड़े पैमाने पर इलिगल कोल माइनिंग व ट्रांसपोर्टिंग चल रहा है। कोल तस्कर, सफेदपोश व पुलिस की मिलीभगत से इलिगल कोल कारोबार बेरोक-टोक जारी है।
पुलिस हेडक्वार्टर के आदेश की भी अनदेखी
बताया जाता है कि इलिगल कोल कारोबार को रोकने के लिये पुलिस हेडक्वार्टर लेवल से एसपी दीपक कुमार सिन्हा को निर्देश दिया गया है।डीआईजी संथाल परगना सुदर्शन मंडल को जामताड़ा भेजा गया था। जेएमएम एमएलए सीता सोरेन ने भी इलिगल कोल कारोबार के खिलाफ आवाज उठाया। मीडिया में लगातार खबरें चल रही है। बावजूद कोल कारोबार जारी है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या डीआईजी और एसपी इलिगल कारोबार रोकने में सक्षम नहीं हैं। क्या इलिगल कोल कारोबारियों को पुलिस का संरक्षण हासिल है?
बंगाल, बिहार, यूपी, धनबाद, निरसा व बोकारो के कोल माफिया का है सिंडिकेट
बताया जाता है कि जामाताड़ा में चल रहे इलिगल कोल कारोबार में बिहार,बंगाल,बोकारो,धनबाद,निरसा, रांची का कोल माफिया का सिंडिकेट काम कर रहा है। हाल में बीजेपी की मेंबरशीप लेनेवाला बंगाल का झा जी,धैया चनचनी कॉलोनी वाला पांडेय,रांची के चौबे, दुर्गापुर का सिंह, राखा व डब्ल्यू के साथ कई तस्कर इस गैंग में शामिल हैं। नाला पुलिस स्टेशन एरिया में सैकड़ों लोगों को इलिगल माइनिंग में लगाया गया है। जेसीबी से माल निकालकर लोडिंग किया जाता है। इस इलाके से 40 से 50 ट्रक इलिगल कोल पर डे बिहार व यूपी भेजा जा रहा है।
मिहिजाम में बैलगाड़ी व साइकिल से आता है कोयला
मिहिजाम में दो भट्टा में पर डे सैकड़ों साइकिल व बैलगाड़ी से बंगाल से कोयला लाकर स्टॉक किया जा रहा है। इलिगल माइनिंग के साथ-साथ कोलियरी से चोरी कर कोयला इन भट्ठों में पहुंचता है। यहां से डेली 30 से 40 ट्रक कोयला डिस्को पेपर पर बिहार व यूपी के मंडियों में भेजा जा रहा है। जिले में बंगाल के झा व सिंह, धनबाद का पांडेय, रांची का चौबे उर्फ पांडेय के साथ निरसा का एक ग्रुप जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि जामताड़ा जिला के नाला थाना पुलिस स्टेशन एरिया के खड़ीमाटी, पत्थरघट्टा, बड़कुडी, चिचुड़बिल, महेशमुंडा व सुल्तानपुर और बिन्दापाथर पुलिस स्टेशन एरिया के रांगासोला इलाके में इलिगल कोल कारोबार चल रहा है। रात में जेसीबी व पेलोडर लगाकर इलिगल कोल की लोडिंग होती है।
ईसीएल की बंद कोलियरी से हो रहा है इलिगल माइनिंग
इसीएल की बंद कोलियरी कास्ता, पलास्थली से कोल माफिा इलिगल माइनिंग करवा रहे हैं। माइनिंग किये गये कोल को मोटरसाइकिल व ट्रेक्टर से ढ़ोकर नाला पुलिस स्टेशन एरिया स्टॉक किया जाता है। यहां ट्रक में लोड कर कोयले को बिहार व यूपी भेज दिया जाता है।
ट्रकों से कोयला देवघर होते हुए बिहार व यूपी भेज दिया जाता है।
ईसीएल सिक्युरिटी टीम द्वारा जब्त 20 ट्रक छुड़ा ले गये कोल माफिया
पुलिस का संरक्षण पाकर कोल माफिया के गर्गों का मनोबल बढ़ा हुआ है। इसका अंदाजा 22 जनवरी की रात हुई घटना से पता चलता है। ईसीएल सिक्युरिटी टीम ने रेड कर इलिगल कोल लदे 20 ट्रकों को जब्त किया था। माफिया के गुर्गों ने सुरक्षाकर्मियों पर ही हमला कर दिया। फायरिंग, बमबाजी व पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी में सात जवान घायल हो गये। सुरक्षाकर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।बंदूक व गोली लूट ली गयी।