Jharkhand:15-20 IPS अफसरों का होगा ट्रांसफर, बदले जायेंगे कई जिलों के SP
झारखंड में 15-20 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर होगा। अफसरों के ट्रांफसर को लेकर गवर्नमेंट लेव पर मंथन चल रहा है। कई जिलों के एसपी, रेंज के डीआईजी और जोनल आईजी भी बदले जायेंगे।
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रांची। झारखंड में 15-20 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर होगा। अफसरों के ट्रांफसर को लेकर गवर्नमेंट लेव पर मंथन चल रहा है। कई जिलों के एसपी, रेंज के डीआईजी और जोनल आईजी भी बदले जायेंगे।
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बताया जाता है कि झारखंड गवर्नमेंट स्टेट में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर गंभीर है। ऐसे में बेहतर रिजल्ट नहीं देने वाले कई आईपीएस अफसर बदले जायेंगे। गवर्नमेंट व पुलिस हेडक्वार्टर लेवल से अफसरों के काम की समीक्षा की जा रही है। जिले में पुलिस कप्तान बदलने के लिये क्राइम का ग्राफ व ल़ॉ एंड ऑर्डर की समस्याओं को भी देखा जा रहा है। कई जिलों में लगातार बढ़ रहे क्राइम पर कंट्रोल के लिये तेज तर्रार आईपीएस अफसरों को जिम्मेवारी सौंपने पर भी मंथन चल रहा है।
पुलिल हेडक्वार्टर से लेकर कई जिलों में होगा फेरबदल
झारखंड पुलिस में रेल डीजी मुरारी लाल मीणा 31 दिसंबर को ही रिटार हो गये हैं। पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी अजय कुमार सिह व डीजी हेडक्वार्टर आरके मल्लिक 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में डीजी रैंक में तीन आइपीएस अफसरों का प्रमोशन होगा। इनमें एमएसए भाटिया, संपत मीणा व तादाशा मिश्रा शामिल हैं। भाटिया व मीणा अभी सेंट्रल डेपुटेशन पर हैं।दोनों को स्टेट बुलाया जा सकता है।
उग्रवाद प्रभावित तीन-चार जिले के एसपी बदलेंगे
उग्रवाद प्रभावित पश्चिम सिंहभूम, सिमडेगा व खुंटी एसपी दो साल से ज्यादा समय से पोस्टेड हैं। ऐसे में इन्हें बदल नन उग्रवाद जिले की कमान दी जा सकती है। लोहरदगा व गुमला एसपी भी इधर:उधर किये जा सकता है। संताल के भी एक-दो जिले के एसपी बदल सकते हैं। उत्तरी छोटानागपुर के भी तीन जिलों के एसपी भी ट्रांसफर लिस्ट में हैं। एक एसपी ने तो पारिवारिक कारणों से जिला से हटने की इच्छा जतायी है। एक डीआईजी साहब अपनी कुर्सी बचाने के लिए खूब हांथ-पांव मार रहे हैं। रांची की दौड़ लगा रहे हैं।
एक जिले जूनियर आईपीएस कप्तान बनने के लिए गंभीर, काट रहे हैं चंदा!
एक जिले में एसएसपी के अधीन काम करने वाले जूनियर आईपीएस कई माह से उग्रवाद प्रभावित कोल एरिया वाले जिले का कप्तान बनने की कोशिश में हैं। जिले की कप्तानी के लिए खूब-हाथ पांव मार रहे हैं। एक एनजीओ के नाम पर चंदा भी काट रहे हैं। खुद को निकट भविष्य में जिले की कमान मिलने का दावा कर रहे हैं। अपनी सेटिंग-गेटिंग में भी लगे हुए हैं।
24 जिलों में से 12 जिलों की कमान प्रमोटी आईपीएस के जिम्मे
झारखंड के 24 जिलों में पुलिस के लिए अलग-अलग तरह की चुनौतियां है। पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर से लेकर वीआईपी ड्यूटी और ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालनी होती है।ऐसी विशेष परिस्थितियों वाले राज्य में पुलिसिंग काफी कठिन होता है। ऐसे में झारखंड गवर्नमेंट का स्टेट पुलिस सर्विस के अफसरों पर भरोसा बढ़ा है। स्टेट में 24 जिलों में से 12 जिलों की कमान प्रमोटी आईपीएस अफसरों के हाथ में है। वर्तमान में झारखंड पुलिस में डायरेक्ट आईपीएस के कुल 42 एसपी रैंक के अफसर हैं। वहीं स्टेट पुलिस सर्विस के 29 अफसर आईपीएस में प्रमोट पाकर एसपी रैंक में हैं।
प्रमोटी आईपीएस अफसरों के पास 12 जिलों की जिम्मेदारी
प्रमोटी आईपीएस अफसरों के पास 12 जिलों की जिम्मेदारी है। इनमें रांची, गुमला, चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, रामगढ़, गढ़वा, देवघर, दुमका, साहेबगंज और गोड्डा जिला शामिल है।रांची और धनबाद में सिटी एसपी की भी जिम्मेदारी प्रमोटी आईपीएस अफसरों के पास है।
12 जिलों की जिम्मेदारी डायरेक्ट आईपीएस के जिम्मे
स्टेट में डायरेक्ट आईपीएस अफसर के जिम्मे भी 12 जिलों की कमान है। इनमें धनबाद, जमशेदपुर, खूंटी, सिमडेगा, लोहरदगा, पाकुड, पलामू, लातेहार, पाकुड जामताड़ा, बोकारो और चाईबासा शामिल हैं।