Jharkhand: AK-47 रिकवरी केस : ED की नोटिस पर फिर नहीं पहुंचे CM के सिक्युरिटी इंचर्ज DSP विमल कुमार
झारखंड के संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लॉन्ड्रिं ग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी के समन पर सीएम के सिक्युरिटी इंचार्ज डीएसपी विमल कुमार ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे। दूसरे समन के बवजूद नहीं आने पर अब ईडी की ओर से डीएसपी विमल कुमार को बहुत जल्द ही तीसरा समन भेजा जायेगा। इसके बाद भी नहीं पहुंचने पर ईडी कानूनसम्मत कार्रवाई करेगी।
- ईडी तीसरी बार करेगी समन
- DSP प्रमोद कुमार से छह और जेल सुपरिटेडेंट हामिद अख्तर से सात मार्च को पूछताछ करेगी ईडी
रांची। झारखंड के संताल एरिया में 1000 करोड़ के इलिगल माइनिंग मामले में मनी लॉन्ड्रिं ग के तहत इन्विस्टीगेशन कर रही ईडी के समन पर सीएम के सिक्युरिटी इंचार्ज डीएसपी विमल कुमार ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे। दूसरे समन के बवजूद नहीं आने पर अब ईडी की ओर से डीएसपी विमल कुमार को बहुत जल्द ही तीसरा समन भेजा जायेगा। इसके बाद भी नहीं पहुंचने पर ईडी कानूनसम्मत कार्रवाई करेगी।
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ईडी ने अगस्त 2022 को प्रेम प्रकाश के ठिकाने पर की थी रेड
यह मामला पॉलिटिकल लीडर्स व ब्यूोक्रैट्स के करीबी व इलिगल माइनिंग में अरेस्ट प्रेम प्रकाश के ठिकाने से दो एके-47 की बरामदगी का है। ईडी ने इलिगल माइनिंग मामले में 24 अगस्त 2022 को प्रेम प्रकाश के ठिकाने पर रेड की थी।रेड के दौरान हरमू स्थित प्रेम प्रकाश के घर से दो एके-47 की बरामदगी हुई थी। इसके बाद ईडी ने पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर प्रेम प्रकाश को अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद से ही प्रेम प्रकाश ज्यूडिशियल कस्टडी में है। उस समय यह खुलासा हुआ था कि ये आर्म्स सीएम सिक्युरिटी में तैनात दो पुलिस कांस्टेबल मुकेश कुमार और श्यामल होरो के थे। दोनों ने ईडी की पूछताछ में स्वीकार किया था कि वे रांची जिला बल के कांस्टेबल हैं। दोनों की पोस्टिंग सीएम सिक्युरिटी में था, लेकिन सीनीयर अफसरों के आदेश पर वे प्रेम प्रकाश के यहां रह रहे थे।
हालांकि, झारखंड पुलिस ने घटना के तुरंत बाद एक प्रेस बयान जारी कर बताया था कि दोनों पुलिस कांस्टेबल की वहां जान-पहचान थी। बारिश हो रही थी, जिसके चलते दोनों ने अपना आर्म्स सुरक्षा के ख्याल से वहां रख दिया था। इस लापरवाही के लिए दोनों को सस्पेंड कर दिया गया था।इसके बाद 18 अक्टूबर को सीएम की सुरक्षा में तैनात विशेष शाखा के एसपी को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था, जिन्होंने कह दिया था कि दोनों जवानों का सीएम की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है।
ईडी को डीएसपी से पूछने है कई सवाल
डीएसपी विमल कुमार से ईडी यह जानकारी लेना चाहती है कि सीएम सिक्युरिटी के पुलिस कांस्टेबल प्रेम प्रकाश के आवास पर अपना एके 47 क्यों रखे हुए थे। ईडी को संदेह है कि प्रेम प्रकाश ने अपनी पहुंच के बल पर इलिगल तरीके से दोनों जवानों को अपने बॉडीगार्ड के रूप में रखा था।
DSP प्रमोद कुमार से छह और जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से सात मार्च को होगी पूछताछ
ईडी ने अब बड़हरवा के तत्कालीन एसडीपीओ वर्तमान में सीटीसी मुसाबनी के डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा को तीसरा समन व रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिटेडेंट हामिद अख्तर को समन भेजा है।
डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा को छह मार्च, जबकि जेल अधीक्षक को सात मार्च को ईडी के रांची एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया गया है। दोनों सेअलग-अलग मामलों में पूछताछ होनी है। डीएसपी प्रमोद मिश्रा अब तक पूर्व के दोनों समन पर ईडी कार्यालय नहीं गए थे, अगर इस बार भी वे ईडी के कार्यालय में नहीं जाएंगे तो ईडी उनके विरुद्ध कानूनसम्मत कार्रवाई भी कर सकती है।वहीं, हामिद अख्तर पूर्व में एक बार ईडी कार्यालय जा चुके हैं, जहां उनसे पूछताछ हुई थी। ईडी ने उनसे जेल का सीसीटीवी फुटेज भी मांगा था, जो अब तक वे उपलब्ध नहीं करा सके।
डीएसपी प्रमोद मिश्रा से बड़हरवा केस में पूछताछ करेगी ईडी
डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा से ईडी के अधिकारी साहिबगंज के बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद में मारपीट व धमकी मामले में पूछताछ करेंगे। इस मामले में 22 जून 2020 को प्राथमिकी दर्ज हुई थी।इस केस में मिनिस्टर आलमगीर आलम, सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित कई अन्य आरोपित बने थे। एफआइआर दर्ज होने के अगले ही दिन यानी 23 जून को महज 24 घंटे के भीतर कांड का सुपरविजन तत्कालीन एसडीपीओ बड़हरवा प्रमोद कुमार मिश्रा ने दे दिया। मिनिस्टर आलमगीर आलम व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा केा क्लीन चिट दे दी थी।
संताल में 1000 करोड़ के इगिगल माइनिंग मामले में ईडी इसी बड़हरवा टोल प्लाजा विवाद से संबंधित केस को आधार बनाकर जांच शुरू की थी। ईडी का मूल केस यही था, जिसमें ईडी ने अवैध खनन के बड़े-बड़े खुलासे किये और बरामदगी भी की। इस मामले में जब कांड के आइओ सह एएसआइ मोहम्मद सरफुद्दीन खान से क्लीन चिट देने के मामले में ईडी ने सवाल किया तो उन्होंने कह दिया कि एसडीपीओ बड़हरवा प्रमोद कुमार मिश्रा ने क्लीन चिट दी थी। इसके बाद से ही ईडी ने पहले 12 दिसंबर 2022 व फिर 15 दिसंबर 2022 के लिए समन किया, लेकिन दोनों ही समन पर वे नहीं पहुंचे।
डीएसपी के बचाव में राज्य सरकार की गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग आ गई थी। ईडी के विरुद्ध सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दाखिल की थी, जिसपर ईडी के पक्ष में फैसला आया। ईडी को बुलाने का अधिकार सुरक्षित है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद ईडी ने डीएसपी को तीसरा समन भेज दिया है। ईडी उनसे यह जानने का प्रयास करेगी कि उन्होंने किसके दबाव में उन्होंने तथ्यों को छुपाया और सही तरीके से जांच नहीं की तथा दोनों को क्लीन चिट दे दी।
जेल सुपरिटेंडेट हामिद अख्तर ने ईडी को नहीं दी सीसीटीवी फुटेज
ईडी ने समन पर रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक हामिद अख्तर गत पांच दिसंबर को ईडी के रांची एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे थे। वहां उनसे पूछताछ हुई थी। ईडी ने उनसे जेल का सीसीटीवी फुटेज मांगा था, लेकिन उन्होंने नहीं दिया। ईडी को सूचना मिली थी कि जेल में रहते हुए मनी लॉन्ड्रिं ग के गिरफ्तार आरोपित जेल मैनुअल का उल्लंघन कर रहे हैं। मोबाइल फोन सहित वह सभी सुविधाएं भोग रहे हैं, जो जेल मैनुअल के विरुद्ध है। जेल अधीक्षक ने जब सीसीटीवी फुटेज नहीं दी तो ईडी कोर्ट पहुंची और विशेष अदालत ने भी हामिद अख्तर को सीसीटीवी फुटेज ईडी को सौंपने को कहा था, जिसपर हामिद अख्तर ने ईडी कोर्ट के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी।
ईडी ने उन्हें फिर समन कर सात मार्च को ईडी ऑफिस में उपस्थित होने के लिए कहा है। ईडी उनसे सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध नहीं कराने व मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत रहते हुए जेल मैनुअल के विरुद्ध सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में पूछताछ करेगी।