झारखंड: लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने और पोस्टरबाजी में शामिल सफेदपोशों को चिन्हित कर होगी एक्शन
डीजीपी एमवी राव ने कहा कि क्रिमिनल संगठन और नक्सली संगठन अपना काम आउटसोर्सिंग कर दिया है। एजेंट के माध्यम से पोस्टरबाजी करवा रहे हैं। इसके पीछे कुछ सफेदपोश लोग भी जुड़े हुए हैं। पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है। इनके खिलाफ तब तक कार्रवाई जारी रहेगी जब तक अंतिम आदमी ना पकड़ा जाए।
रांची। डीजीपी एमवी राव ने कहा कि क्रिमिनल संगठन और नक्सली संगठन अपना काम आउटसोर्सिंग कर दिया है। एजेंट के माध्यम से पोस्टरबाजी करवा रहे हैं। इसके पीछे कुछ सफेदपोश लोग भी जुड़े हुए हैं। पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर रही है। इनके खिलाफ तब तक कार्रवाई जारी रहेगी जब तक अंतिम आदमी ना पकड़ा जाए। मीडिया से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि 31 दिसंबर तक एक उग्रवादी संगठन का नामोनिशान मिटाने का टारगेट रखा गया था। कुछ काम की वजह से यह पूरा नहीं हो पाया लेकिन इसे जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा।
जनवरी तक डीजीपी पुलिस स्टेशन के ओसी से करेंगे बात
डीजीपी एमवी राव राज्य के सभी पुलिस स्टेशन के ओसी से बात कर उनकी परेशानियों को जान रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि जनवरी महीने के लास्ट तक राज्य के सभी ओसी से बात कर ली जायेगी। आम लोगों की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करनेवाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस की कार्यशैली सुधारने की कोशिश जारी है। पुलिस की समस्याओं का भी समाधान होगा। अफीम की खेती रोकने के लिए पुलिस के इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ेंगे इसका प्रोपोजल भी तैयार है। आजकल आम लोगों से पुलिस को सूचनाएं खूब मिल रही हैं।उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान झारखंड पुलिस ने करीब 40 लाख लोगों को भोजन कराया।
स्पेशल ऑपरेशन 125 आर्म्स के साथ 128 अरेस्ट
डीजीपी के निर्देश पर स्टेट में 16 नवंबर से लेकर 25 दिसंबर तक इलिगल आर्म्स के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया।रखंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 125 आर्म्स बरामद किये। अलग-अलग आर्म्स की 1,869 गोलियां भी बरामद की। पुलिस कार्रवाई में इलिगल आर्म्स के साथ 128 लोगों को पकड़ा गया। एक नवंबर से लेकर 25 दिसंबर इलिगल कारोबार के खिलाफ भी स्टेट में ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान 20,410 किलो जावा महुआ, देशी शराब 72,250 लीटर, अंग्रेजी शराब 17,045 लीटर, अफीम 60 किलो, डोडा 1,269 किलो, ब्राउन शुगर 98 किलोजब्त किया गया। 429 लोग अरेस्ट किये गये।
50 एनकाउंटर में 14 नक्सली मारे गये
वर्ष 2020 में पुलिस और नक्सली के बीच 50 एनकाउंटर की घटना हुई। इस दौरान अलग अलग नक्सली संगठन के 14 नक्सली मारे गये। एक पुलिस जवान शहीद भी हुआये। नक्सलियों ने 27 लोगों की मर्डर की। इस दौरान नक्सलियों ने चार बार पुलिस पर हमला किया। आगजनी की घटना 17 वारदातों को अंजाम दिया। इस वर्ष सबसे अधिक भाकपा माओवादी ने 52 घटनाओं को अंजाम दिया। PLFI ने 41, टीपीसी 13, जेजेएमपी 13 और एसजेएमएम ने दो घटनाओं को अंजाम दिया है। झारखंड पुलिस ने 553 नक्सली को अरेस्ट किया है। 276 आईडी और 3,666 डेटोनेटर बरामद किया गया। पुलिस की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर अलग-अलग नक्सली संगठन के 14 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष सरेंडर भी किया है।
सोशल मीडिया से पुलिस को मिली 7,909 सूचनाएं
झारखंड पुलिस को सोशल मीडिया पर काफी सूचनाएं मिल रही हैं। पिछले 13 अप्रैल से लेकर 22 दिसंबर तक झारखंड पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से 7,909 घटना से संबंधित जानकारी मिली। इनमें पुलिस ने 7,385 मामले में कार्रवाई की है। शेष 522 मामले पेंडिंग हैं। स्टेट में इस वर्ष 28,578 क्रिमिनल अरेस्ट हुए।