झारखंड: बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे के ट्वीट से खलबली, कौन हैं चार शकुनि प्रेम, पूजा, चौबे, कुमार...
बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे के एक ट्वीट पर झारखंड की राजनीति में हड़कंप मच गया है। सत्ता के गलियारे के अंदर-बाहर व विपक्षी दलों के बीच चारों ओर यह ट्वीट चर्चा में है। लोग ट्विट में उल्लेख किये गये पात्रों शकुनि और विभीषण को अपने-अपने तरीकों से परिभाषित करने में लगे हैं।
रांची। बीजेपी एमपी निशिकांत दूबे के एक ट्वीट पर झारखंड की राजनीति में हड़कंप मच गया है। सत्ता के गलियारे के अंदर-बाहर व विपक्षी दलों के बीच चारों ओर यह ट्वीट चर्चा में है। लोग ट्विट में उल्लेख किये गये पात्रों शकुनि और विभीषण को अपने-अपने तरीकों से परिभाषित करने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी को चार शकुनि व चार विभीषण यानि प्रेम,पूजा,चौबे,कुमार ने रसातल पहुँचा दिया।शकुनि यानि अग्रवाल द्वय,मिश्र,श्रीवास्तव ।अब तो बचने का कोई रास्ता ही नहीं है ।पिता जी व दुर्गा सोरेन जी की पार्टी को मिट्टी में मिला दिया
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 25, 2022
बीजेपी के गोड्डा एमपी निशिकांत दूबे ने ट्विटर पर लिखे गए संदेश में कहा कि चार शकुनि और चार विभीषण हेमंत सोरेन को रसातल में पहुंचा दिया।सीएम हेमंत सोरेन को टैग किए गए ट्वीट में चार शकुनि व चार विभीषण के बारे में इशोर में बताने की कोशिश की गई है। प्रेम, पूजा, चौबे, कुमार के सांकेतिक नामों के कई मतलब निकाले जा रहे हैं।शकुनि को उदृत करते हुए निशिकांत दूबे ने अग्रवाल द्वय, मिश्र और श्रीवास्तव का जिक्र किया है। बीजेपी सांसद ने कहा कि अब तो हेमंत सोरेन के बचने का कोई रास्ता ही नहीं है। पिता जी शिबू सोरेन व बड़े भाई दुर्गा सोरेन जी की पार्टी को उन्होंने मिट्टी में मिला दिया।
राज्य में लूट एक आम बात हो गयी है, दिन दहाड़े लूट की घटना को अंजाम दिया जा रहा है । राज्य की विफलताओं का हर्जाना जनता चुका रही है । pic.twitter.com/dOMMSbESK4
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 26, 2022
एक और ट्वीट में निशिकांत ने कहा - इ तो डकैती कर रहा है, यह चोरी व भ्रष्टाचार नहीं है। माल महाराज का मिर्जा खेले होली। मधु कोड़ा जी तो इनके करतूत के सामने महात्मा दिखाई पड़ रहे हैं। झारखंड सरकार की कहानी महान लेखक देवकी नंदन खत्री जी के चन्द्रकान्ता उपन्यास की तरह है। इस कहानी में वर्णित चुनार के किले का पूरा रूपांतरण रांची में चल रहा है। तिलिस्म, ऐयारी, फोक्सियारी, दरबारी की पिटाई। आगे और भी मजेदार होगा।
यह चुनावी जुमला था मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी का ।मेरे लोकसभा व आपके विधानसभा गोड्डा,देवघर व दुमका ज़िले की जनता गर्मी से परेशान है ,बच्चे ढिबरी में पढ़ रहे हैं,पानी तो कुँआ में भी नहीं है,उद्योग धंधा तो केवल बालू,गिट्टी व शराब बचा है ।इ तीर तो पाषाण युग में पहुँचा दिया https://t.co/DAZa7aO1uZ
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 26, 2022
निशिकांत ने एक पर एक कई ट्वीट से सीएम हेमंत सोरेन को निशाने पर लेते हुए कहा कि झारखंड सरकार निकम्मी सरकार है, और कोई शर्म इस सरकार में बची नहीं है। जनता बिजली बिना त्राहिमाम कर रही है और मुख्यमंत्री जी पार्टी करने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री जी का चुनाव में विधानसभा से कनेक्शन कट होना तय है। राज्य की जनता नौकरी बिना, रोजगार बिना और अपनी खाली जेब देख कर तरसे और हेमंत जी हवाबाज मुख्यमंत्री फर्जीवाड़ा करके अपना घर भरे। इन्होंने शपथ ग्रहण के जगह झारखंड को खोखला करने की कसम खायी थी।
निशिकांत दूबे ने लिखा- हेमंत सरकार का काला चिट्ठा अब बाहर आता नजर आ रहा है। भाजपा ने संघर्ष कर इस सरकार की चोरी, दलाली को सामने लाने का काम किया है। अब समय नजदीक है जब हेमंत जी और इनके सहयोगियों को घर बैठाया जाए। 13 करोड़ की लागत से बने जलमीनार के चालू नहीं होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि जलमीनार सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है उसी तरह जैसे झारखंड के मुख्यमंत्री जी है सिर्फ एक शोभा के लिए, जलमीनार को ठीक करने और मुख्यमंत्री जी को बदलने की आवश्यकता है। निशिकांत दूबे ने कहा कि बीजेपी सड़क पर जनता के हक के लिए उतरेगी और हम इस विफल सरकार को घुटनों पर लाने का काम करेंगे। बेरोजगारी, पानी की समस्या, बिजली की समस्या, माफियाओं, दलालों, दुष्कर्म की घटनाओं से जनता परेशान हो चुकी है। अब बारी है इस सरकार को परेशानी में लाने की।
मुख्यमंत्री एवं उनके कुनबे को पत्थर, बालू, कोयला, ज़मीन, शराब, ट्रांसफ़र-पोस्टिगं जैसे गोरखधंधे में लूटने से फ़ुरसत मिले तब न बिजली के बारे किये गये वादे की याद आयेगी। https://t.co/XFtkSl7YTA
— Babulal Marandi (@yourBabulal) April 26, 2022
वही झारखंड के एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी ने ट्विटर पर कहा- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी, खुद के पास रखे गये खान विभाग से आपने अपने नाम पत्थर माइंस ले लिया। उद्योग वाले विभाग से आदिवासी उद्यमियों के हिस्से की 11 एकड़ जमीन पत्नी कल्पना सोरेन के नाम करवा लिया। आपका बस चले तो पूरा झारखंड सोरेन परिवार के नाम कराने में भी आप संकोच नहीं करियेगा क्या?