Jharkhand: 750 करोड़ के GST घोटाले में जमशेदपुर, रांची व धनबाद में बिजनसमैन के ठिकानों पर ED की रेड

ईडी ने ₹750 करोड़ के जीएसटी घोटाले में रांची समेत कई राज्यों में एक साथ छापेमारी की है। फर्जी कंपनियों और इनपुट टैक्स क्रेडिट घोटाले में कई लोगों के खिलाफ जांच तेज। पढ़ें पूरी खबर Threesocieties.com पर।

Jharkhand: 750 करोड़ के GST घोटाले में जमशेदपुर, रांची व धनबाद में बिजनसमैन के ठिकानों पर ED की रेड
जमशेदपुर में ईडी की रेड।
  • सेल कंपनी के नाम पर करोड़ों का लेन-देन

रांची। झारखंड में 750 करोड़ के जीएसटी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम गुरुवार की सुबह से रांची, जमशेदपुर, सरायकेला व धनबाद में रेड कर रही है। ईडी के अनुसार झारखंड के आठ स्थानों पर रेड की जा रही है।  
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ईडी की टीम ने जमशेदपुर के बिष्टुपुर के कांट्रेक्टर एरिया में ज्ञानचंद्र जायसवाल के आवास, बिष्टुपुर के ऑफिस सहित सरायकेला में उनकी कंपनी में भी रेड की है।ईडी की टीम द्वारा जुगसलाई व कदमा में भी रेड किये जाने की बात सामने आई है। ईडी की टीम धनबाद के झरिया चार नंबर मेन रोड में अमित अग्रवाल उर्फ चीनू अग्रवाल के जगदंबा फर्नीचर दुकान और फॉर बिल्डिंग अपनों घर में रेड कर रही है। करोड़ों रुपये के जीएसटी घोटाले के पैसों को मनी लांड्रिंग के तहत लेन-देन का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम ने सेल कंपनियों के खिलाफ देश के आठ ठिकानों पर रेड कर रही है। इसमें 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले की बात सामने आ रही है।
फर्जी बिल से सरकार को करोड़ों का नुकसान 
झारखंड में 750 करोड़ के जीएसटी घोटाले में ईडी की टीम ने आरोपितों के कागजी कंपनियों के 10 बैंक अकाउंट्स में जमा 60 लाख रुपये जब्त किये थे।ईडी की यह कार्रवाई आर्थिक अनियमितताओं और संदिग्ध लेन-देन से जुड़ी जांच के तहत की गयी है। टीम के सदस्य वित्तीय दस्तावेजों, बैंक लेन-देन, संपत्ति से जुड़े रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्य जुटाने में लगे हुए हैं। जीएसटी घोटाला मामले में ईडी पहले भी रेड कर चुकी है। पहले की रेड में ईडी ने कोलकाता से शिव कुमार देवड़ा, जमशेदपुर से अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया सहित चार लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा है। 

इन पर फर्जी बिल के सहारे आईटीसी का गलत लाभ लेकर सरकार को नुकसान पहुंचाने के आरोप है। जीएसटी घोटाले को अंजाम देने के लिए देवड़ा गैंग में शामिल लोगों ने शेल कंपनियां बनायी थी। आईटीसी का अनुचित लाभ लेने के बाद इसमें से अधिकांश शेल कंपनियों को बंद कर दिया है। इन कंपनियों का जीएसटी रजिस्ट्रेशन सस्पेंड या कैंसिल किया जा चुका है। 
ईडी की टीम द्वारा गिरफ्तार लोगों से पूछताछ करने पर जीएसटी घोटाले में फर्जी बिल बना कर सरकार को नुकसान पहुंचाने में और लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली थी। इन सूचनाओं की प्रारंभिक जांच पूरी करने के बाद ईडी ने जीएसटी घोटाले में दूसरे दौर की रेड शुरू की है, जिसमें शिव कुमार देवड़ा के गैंग से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है।