Jharkhand: हेमंत सोरेन जेल जाने के करीब,वाइफ को गद्दी सौंपने के चक्कर में CM खड़ा करेंगे संवैधानिक संकट: बाबूलाल
झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन को जब ऐसा लगा है कि वह जेल जाने के करीब हैं तो अपनी वाइप कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में जुट गये हैं।
- ऐसा हुआ तो राज्य में हो सकता है संवैधानिक संकट
- सीएम के इस कदम से झारखंड का बन सकता है मजाक
दुमका। झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन को जब ऐसा लगा है कि वह जेल जाने के करीब हैं तो अपनी वाइप कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में जुट गये हैं। इसके लिए गांडेय के झामुमो विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा कराया गया है।
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झारखंड की सरकार जेलों से संचालित हो रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 2, 2024
जेल में बैठे दुर्दांत अपराधियों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के घनिष्ठ संबंध हैं।
अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर टेंडर मैनेज का कार्य भी जेलों से हो रहा है है, साथ ही जांच के नाम पर आयोग बना के सिर्फ लीपापोती की जा रही है।… pic.twitter.com/s7m9F5xv90
दुमका सर्किट हाउस में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाबूलाल ने कहा कि राज्य में एक बार फिर से संवैधानिक संकट उत्पन्न होने की स्थिति है। सीएम हेमंत सोरेन को यह पता है कि उनकी पत्नी अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट से चुनाव नहीं लड़ सकती हैं।
*भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा-राज्य में संविधान का मजाक उड़ाया जा रहा है।सीएम जेल जाने से पहले पत्नी को सीएम बनाना चाहते हैं।अब राज्य में उप चुनाव नहीं हो सकता।राज्य की बदलती राजनीतिक परिस्थितियों में राज्यपाल विधिवेत्ताओं के परामर्श से विधिसम्मत निर्णय लें ताकि…
— Office of Babulal Marandi (@babulalmarandi) January 2, 2024
जेएमएम एमएलए से इस्तीफा करवाया
बाबूलाल ने कहा कि इसलिए हेमंत ने झामुमो विधायक से इस्तीफा करवाया है। बाबूलाल ने महाराष्ट्र हाइकोर्ट के एक निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि झारखंड में विधानसभा चुनाव होने में एक साल से भी कम वक्त है। कोर्ट के उस आदेश के मुताबिक एक साल से कम समय रहने पर विधानसभा उपचुनाव कराया जाना असंवैधानिक है। झारखंड में पिछला विधानसभा चुनाव का परिणाम जिस दिन से आया है, उस दिन से ही चुनाव आयोग विधानसभा का गठन कर दी है। ऐसी परिस्थिति में झारखंड में भी उपचुनाव कराया जाना असंवैधानिक होगा क्योंकि अब यहां भी एक साल से कम बचा है। उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन अगर ऐसा निर्णय लेते हैं तो यह उनकी दूसरी बड़ी गलती होगी। बाबूलाल ने कहा कि अगर सीएम का ऐसा कोई भी प्रस्ताव आता है तो बीजेपी गवर्नर से मिलकर इस मामले में अटार्नी जनरल से सलाह लेने व विधि-सम्मत कदम उठाए जाने की मांग करेगी। बाबूलाल ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन के ऐसे कदम से एक बार फिर झारखंड का मजाक बन सकता है। बीजेपी राज्य का मजाक बनने नहीं देना चाहती है। उन्होंने कहा कि नहीं भाजपा राष्ट्रपति शासन की मांग नहीं करेगी। बीजेपी की मंशा है कि सिर्फ कानून के आधार पर ही राज्य की व्यवस्थायें चले।
गांडेय विधायक ने दिया इस्तीफा
गांडेय विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक सरफराज अहमद ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सरफराज अहमद ने बताया कि उन्होंने निजी और पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दिया है।