Jharkhand Liquor Scam: जमानत पर बाहर सभी आरोपित ईडी के रडार पर, सेंट्रल जांच एजेंसी जल्द होगा समन

झारखंड शराब घोटाला मामले में ईडी की जांच तेज, जमानत पर बाहर आए सभी आरोपितों को एजेंसी जल्द समन कर पूछताछ के लिए बुलायेगी।

Jharkhand Liquor Scam: जमानत पर बाहर सभी आरोपित ईडी के रडार पर, सेंट्रल जांच एजेंसी जल्द होगा समन
ईडी की जांच आगे बढ़ेगी।

रांची। झारखंड में शराब घोटाला मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कारर्वाई और तेज हो गयी है।  ईडी जल्द ही जमानत पर बाहर आये सभी आरोपितों को समन कर पूछताछ के लिए बुलायेगी।
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ईडी के रांची स्थित जोनल ऑफिस में पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ के राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर में दर्ज एफआइआर के आधार पर एफआइआर दर्ज की गयी थी। इसके बाद ईडी ने सभी संदिग्धों के ठिकानों पर रेड भी की थी। ईडी अभी इस मामले की छानबीन कर ही रही थी कि इस मामले में झारखंड की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एंट्री हो गयी।एसीबी ने उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग से नई व पुरानी उत्पाद नीति, झारखंड में शराब के कारोबार में छत्तीसगढ़ के कारोबारियों की एंट्री के दौरान बड़े पैमाने पर वित्तीय लेन-देन के साक्ष्य आदि से संबंधित दस्तावेज को जब्त किया और अपने साथ लेकर चली गयी। एसीबी ने 20 मई को इस पूरे प्रकरण में एफआइआर दर्ज की।र एक-एक कर झारखंड व छत्तीसगढ़ से जुड़े 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दी। 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल नहीं की, जिसका नतीजा यह हुआ कि सभी आरोपित जेल से बाहर हो गये।
जांच से जुड़े कई अहम सबूत ईडी के हाथ लगे
ईडी एसीबी के हर एक स्टेप पर नजर रख रही थी। अब जब सभी आरोपित जेल से बाहर आ गये हैं तो ईडी एक-एक कर सभी आरोपितों को समन कर पूछताछ के लिए बुलायेगी, ताकि शराब घोटाला मामले में ईडी झारखंड में घोटाले की तह खंगाल सके। बताया जा रहा है कि जांच से जुड़े कई अहम सबूत ईडी के हाथ लगे हैं, जिन्हें मजबूत करने के लिए आरोपितों से दोबारा पूछताछ जरूरी है। झारखंड में हुए इस शराब घोटाले में करोड़ों रुपये के हेरफेर का आरोप है। ईडी पहले ही कई बार छापेमारी कर दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त कर चुकी है। अब एजेंसी की नजर उन आरोपितों पर है, जो फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
छत्तीसगढ़ की ईओडब्ल्यू ने भी झारखंड में सक्रिय रहे छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारोबारियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ में दाखिल चार्जशीट पर भी ईडी की नजर है। जांच में सामने आये तथ्यों के आधार पर भी ईडी की जांच आगे बढ़ेगी।
झारखंड एसीबी ने जिन्हें भेजा था जेल, सभी बेल पर
झारखंड एसीबी ने अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनमें उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के पूर्व प्रधान सचिव विनय कुमार चौबे, पूर्व संयुक्त आयुक्त उत्पाद गजेंद्र सिंह, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सुधीर कुमार दास, पूर्व महाप्रबंधक वित्त सह अभियान सुधीर कुमार, प्लेसमेंट एजेंसी मार्शन केस्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह, पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश, छत्तीसगढ़ का शराब कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राफी के प्रबंध निदेशक विधु गुप्ता, छत्तीसगढ़ की शराब आपूर्ति कंपनी श्रीओम साईं ब्रिवरीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक अतुल कुमार सिंह व मुकेश मनचंदा तथा मैनपावर आपूर्ति कंपनी सुमित फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित प्रभाकर शामिल थे। सभी वर्तमान में जेल से मिलने के बाद बाहर हैं।