Jharkhand: TSPC ने ली बीजेपी लीडर सह कोल बिजनसमैन राजेंद्र साहू की मर्डर की जिम्मेवारी
झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ में बीजेपी लीडर सह कोल बिजनसमैन राजेंद्र साहू की मर्डरकी जिम्मेवारी टीपीसी उग्रवादी संगठन ने ली है। उत्तरी दक्षिणी सब जोनल कमेटी के कमांडर अभिषेक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 12 अगस्त को बालूमाथ में टीपीसी संगठन द्वारा राजेंद्र साहू पर फौजी कार्रवाई की गयी।
- संगठन का लेवी के 70 करोड़ रुपये गबन करने का था आरोप
रांची। झारखंड के लातेहार जिले के बालूमाथ में बीजेपी लीडर सह कोल बिजनसमैन राजेंद्र साहू की मर्डरकी जिम्मेवारी टीएसपीसी उग्रवादी संगठन ने ली है। उत्तरी दक्षिणी सब जोनल कमेटी के कमांडर अभिषेक ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 12 अगस्त को बालूमाथ में टीएसपीसी संगठन द्वारा राजेंद्र साहू पर फौजी कार्रवाई की गयी।
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राजेंद्र साहू की मर्डर के पीछे वजह यह है कि साल 2000 से 2005 के बीच उसने भाकपा माओवादी संगठन में काम किया। वहां से अच्छा- खासा पैसा लेकर भाग गया। इसके बाद राजेंद्र साहू टीएसपीसी संगठन के संरक्षण में आया। प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि राजेंद्र साहू ने टीएसपीसी संगठन का लेवी के 70 करोड़ रुपये गबन किया था। संगठन द्वारा पैसे मांगे जाने पर भी पैसा वापस नहीं किया।
राजेंद्र ने आर्म्स खरीदने के लिए दिये गये एक करोड़ रुपये हड़प लिया
टीएसपीसी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि कॉमरेड मुरारी द्वारा राजेंद्र साहु को आर्म्स खरीदने के लिए वर्ष 2007 में 1.05 करोड़ रुपये दिये गये थे। वह पैसा भी राजेंद्र साहू ने गबन कर लिया। इसके बाद संगठन के लिए काम करने लगा। संगठन के नाम पर बड़ी- बड़ी कंपनियों से बड़े-बड़े कोल ट्रांसपोर्टिंग का काम लेने लगा। उसने कुछ कैडरों का ट्रक, हाइवा, लोडर का पैसा भी गबन कर लिया।उसने हजारों ट्रक, हाइवा और लोडर मालिकों और मजदूरों का चार करोड़ रुपये भी हड़प लिया।
राजेंद्र साहू को 12 अगस्त को गोली मारी गई थी। गंभीर हालत में उन्हें रांची ले जाकर मेडिका हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 14 अगस्त को राजेंद्र साहू की मौत हो गई।