झारखंड: ED की ताबड़तोड़ रेड से ब्यूरोक्रैट्स में हड़कंप... विशाल व प्रेम प्रकाश से जुड़े IAS- IPS टेंशन में
भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल में बंद आइएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई में आधा दर्जन लोगजद में आ गये। पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद से लगातार ब्यूरोक्रैट्स व ब्लैकमनी खपाने वाले बिजनसमैन में हड़कंप मचा हुआ है। सेंट्रल एजेंसी की कार्रवाई से स्टेट के भ्रष्ट अफसर और सत्ता के करीब रहने वाले बिजनसमैन दहशत में हैं। कब किसके ठिकानों पर सेंट्रल एजेंसी रेड शुरू कर देया अरेस्ट कर ले, इस आशंका ने रातों की नींद हराम कर दी है।
- तीन DMO से पूछताछ
- सिंडिकेट में शामिल एक कांग्रेस एमएलए भी परेशान
रांची। भ्रष्टाचार व आय से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल में बंद आइएएस अफसर पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई में आधा दर्जन लोगजद में आ गये। पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद से लगातार ब्यूरोक्रैट्स व ब्लैकमनी खपाने वाले बिजनसमैन में हड़कंप मचा हुआ है। सेंट्रल एजेंसी की कार्रवाई से स्टेट के भ्रष्ट अफसर और सत्ता के करीब रहने वाले बिजनसमैन दहशत में हैं। कब किसके ठिकानों पर सेंट्रल एजेंसी रेड शुरू कर दे या अरेस्ट कर ले, इस आशंका ने रातों की नींद हराम कर दी है।
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बिजनसमैन व बिल्डरों के ठिकानों पर हो चुकी है रेड
ईडी ने सबसे पहले पूजा सिंघल, उनके हसबैंड अभिषेक झा और सीए सुमन कुमार के यहां रेडकी। इसके बाद अभिषेक झा के प्लस हॉस्पिटल बनानेवाले बिल्डर के यहां रेड हुई। ईडी ने मंगलवार को विनायका ग्रुप के मालिक विशाल चौधरी और होम सेकरेटरी राजीव अरुण एक्का के बहनोई निशिथ केसरी के यहां रेडकी। अब ईडी ने बुधवार को गुरुवार को प्रेम प्रकाश के घर ईडी ने दस्तक दी। ईडी ने अपनी कार्रवाई से झारखंड में इस समय हड़कंप मचा रखा है। अब अगली बारी किसकी है, इस आशंका से भ्रष्ट अफसर और बिल्डर सहमे-सहमे नजर आ रहे हैं।
ईडी के रेड में विशाल चौधरी व प्रेम प्रकाश के ठिकानें से मिले दस्तावेज से स्टेट के कुछ आईपीएस व आइएएस अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।ये अफसर दोनों के कंट्रेक्ट में रहे हैं या इनके माध्यम से जिले में व महत्वपूर्ण पद हासिल कर रखा है। इनमें कुछ वैसे अफसर भी शामिल है जो पिछली सरकार में भी मालदार पदों व जिलों में रहे हैं। आरोप है कि इनलोगों ने चौधरी व प्रेम के सिडिंकेट के माध्यम से ट्रांजेक्शन के बल पर कुर्सी हासिल करने में सफलता पायी है। इन अफसरों ने ब्लैक मनी बनायी है। ब्लैक मनी को झारखंड व बंगाल समेत अन्य जगहों पर खपाया गया है।
झारखंड के अभी कई और भ्रष्ट चढ़ेंगे ईडी के हत्थे
ईडी की कार्रवाई गुरुवार को दूसरे दिन भी प्रेम प्रकाश के घर जारी है। बिहार के सासाराम के रहने वाले प्रेम प्रकाश का झारखंड के ब्यूरोक्रैाट्स व लीडर्स से करीबी संबंध रहा है। सोर्सेज का कहना है कि प्रेम प्रकाश का सत्ताधारी लीडर्स के साथ-साथ सिंडिकेट में शामिल एक कांग्रेस एमएलए से करीबी संबंध रहा है। संबंधित एमएलए के बारे में बताया जाता है कि वह ब्यूरोक्रैट्स के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए लॉबिंग करते हैं। फिलहाल ईडी प्रेम को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। प्रेम के प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह आइपीएस और आइएएस तक की ट्रांसफर पोस्टिंग में दखल रखता है। प्रेम प्रकाश से पूछताछ के बाद ईडी अब किसी नये शातिर पर हाथ डाल सकती है।
कोल्हान के तीन डीएमओ से ईडी की पूछताछ
ईडी लगातार कई दिनों से डीएमओ से पूछताछ जारी है। देवघर, दुमका, पलामू के बाद साहेबगंज के डीएमओ से पूछताछ हो चुकी है। इनके द्वारा किये जा रहे खुलासों के बाद ईडी की टीम एक एक कर सभी पर दबिश दे रही है। जो भी ईडी के हत्थे चढ़ रहा है, कोई न कोई नया राज जरूर उगल रहा है। ईडी की रडार पर आने वालों की लिस्ट लंबी होती जा रही है। ईडी ने गुरुवार को कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के डीएमओ से पूछताछ की। इनमें पश्चिम सिंहभूम के निशांत अभिषेक, पूर्वी सिंहभूम के संजय कुमार शर्मा और सरायकेला खरसावां के डीएमओ सन्नी कुमार शामिल हैं।
कहां और कैसे पहुंचाते थे रुपये, ईडी लगा रही पता
तीनों जिलों के डीएमओ पूछताछ में ईडी यह पता लगाने की कोशिश में है कि इलिगल माइनिंग का पैसा किनके पास पहुंचाया करते थे। ये रुपये किस रूप में किन किन नेताओं तक पहुंचते थे। इसमें माइंस सेकरेटरी रहीं पूजा सिंघल और मिनिस्टर की क्या भूमिका रही है। ईडी की कार्रवाई के कारण अब कई डीएमओ सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो चुके है। बहुत जल्द ईडी इस बात का खुलासा कर सकती है कि इस काले धंधे में कौन-कौन सी बड़ी मछलियां शामिल रही हैं। पूर्वी सिंहभूम के डीएमओ संजय कुमार शर्मा को जिले में आए अभी करीब पांच माह ही हुए हैं, लेकिन सरायकेला खरसावां के डीएमओ सन्नी कुमार लगभग तीन वर्ष से जिले में पदस्थापित रहे हैं। इससे पहले संजय शर्मा सरायकेला खरसावां में पोस्टेड थे। तीनों डीएमओ एक ही बैच के अफसर हैं।
अभी जांच से मुक्त नहीं हुए रवि केजरीवाल भी
पूजा सिंघल के भ्रष्टाचार मामले में ईडी की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ी तो रवि केजरीवाल की भी पेशी हुई। इनसे भी गहन पूछताछ की जा चुकी है। इन्होंने भी कई राज की बातें ईडी से साझा की हैं। फिलहाल ईडी की गिरफ्त से बाहर हैं, लेकिन जांच से मुक्त नहीं हुए हैं। एक और शख्स का जिक्र नहीं हो तो बेमानी होगा। रवि केजरीवाल झामुमो के कोषाध्यक्ष हुआ करते थे। पार्टी ने इन्हें निकाल दिया है। इतना ही नहीं इन पर सरकार गिराने की साजिश रचने का भी आरोप है। मामले में पुलिस में एफआइआर भी दर्ज है।