Jharkhand : गिरिडीह में पांच करोड़ रुपये लूट मामले का मास्टरमाइंड गुलाब साह समेत दो अरेस्ट, 77 लाख कैश बरामद
झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ पुलिस स्टेशन एरिया के बाटी मोड़ पर 20 जून की रात को हुए पांच करोड़ की लूट मामले के मास्टरमाइंड खिरोधर साहू उर्फ गुलाब साहू को पुलिस ने कन्याकुमारी से दबोच लिया है। गिरिडीह पुलिस ने हजारीबाग जिले के बरही निवासी गुलाब को उसके साथी मुन्ना रविदास के साथ पकड़ा गया है। पुलिस ने मास्टरमाइंड के पास से 77 लाख कैश भी बरामद किया है। पांच करोड़ कैश लूट कांड में पुलिस अब तक कुल चार करोड़ एक लाख 15 हजार बरामद करने में सफलता हालिस की है।
गिरिडीह। झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ पुलिस स्टेशन एरिया के बाटी मोड़ पर 20 जून की रात को हुए पांच करोड़ की लूट मामले के मास्टरमाइंड खिरोधर साहू उर्फ गुलाब साहू को पुलिस ने कन्याकुमारी से दबोच लिया है। गिरिडीह पुलिस ने हजारीबाग जिले के बरही निवासी गुलाब को उसके साथी मुन्ना रविदास के साथ पकड़ा गया है। पुलिस ने मास्टरमाइंड के पास से 77 लाख कैश भी बरामद किया है। पांच करोड़ कैश लूट कांड में पुलिस अब तक कुल चार करोड़ एक लाख 15 हजार बरामद करने में सफलता हालिस की है।
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जमुआ थाना कांड सं०,256/23 पांच करोड़ कैस की लूट मामले में गिरोह के सरगना एवं मास्टरमाइंड गुलाब साव को कन्याकुमारी से गिरफ्तार कर लूटे गए 77 लाख़ रुपए कैश बरामद किया गया 5 करोड़ लूट कांड में कुल 4 करोड़ 1 लाख 15 हजार बरामद करने में सफलता प्राप्त की गई है तथा....@JharkhandPolice pic.twitter.com/5dwfxuRAs6
— GIRIDIH POLICE (@GIRIDIHPOLICE) September 21, 2023
यह जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने प्रेस कांफ्रेस में दी। गुलाब को दबोचने के लिए पुलिस की टीम लगातार कई स्टेट में रेड कर रही थी। गुजरात की डीवाई कंपनी के पांच करोड़ कैश लूटनेकी योजना बरही का गुलाब साह ने अपने गैंग के साथ मिलकर बनाया था। लूटकांड को अंजाम देनेके बाद गुलाब साह हजारीबाग जिले के बरही में स्थित अपने घर पर भी पहुंचा था, लेकिन चार दिनों के बाद पुलिस की सक्रियता देखकर वह स्कार्पियो समेत फरार हो गया। इसके बाद उसने झारखंड छोड़ बिहार के किसी इलाके में शरण लिया था।
एसपी ने कहा कि तीन माह पहले 21 जून की रात जमुआ पुलिस स्टेशन एरिया के बाटी मोड़ में एक क्रेटा वाहन से पांच करोड़ कैश की लूट को अंजाम दिया गया था। लूट को अंजाम देने के लिए हजारीबाग के बरही के आठ क्रिमिनलों ने एक स्कार्पियों और एसयूवी गाड़ी का इस्तेमाल किया था। स्कार्पियो को पुलिस ने मास्टरमाइंड खिरोधर साहू के पास से जब्त किया। खिरोधर साहू अपने साथियों के साथ लूटकांड को अंजाम देने के बाद कन्याकुमारी फरार हो गया था। एसपी ने बताया कि खिरोधर साहू अपने साथियों के साथ नेशनल हाईवे और जीटी रोड में फर्जी डीटीओ और पुलिस अफसर बनकर गाड़ियों की रेकी किया करता था। उसका पीछा कर सुनसान इलाके में लूट को अंजाम देता था।
एसपी ने बताया कि 21 जून को हुए घटना के पूर्व खिरोधर साहू ने रेकी कर पता लगाया कि क्रेटा वाहन में कैश जानेवाला है। गुजरात के बिजनसमैन मयूर सिंह जडेजा अपने सहयोगी जगत सिंह जडेजा के साथ बिहार के डीवाई कंपनी के मैनेजर भरत सिंह सोलंकी के निर्देश पर पांच करोड़ कैश लेकर कोलकाता जा रहा था। कोलकाता जाने के क्रम में ही खिरोधर साहू ने अपने आठ साथियों के साथ बाटी मोड़ में पांच करोड़ की लूट को अंजाम देकर फरार हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही कई पुलिस स्टेशन की पुलिस सक्रिय हुई। क्रिमिनलों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रेड कर रही थी। मामले में पहले छह क्रिमिनलों को अरेस्ट कर उसके पास से तीन करोड़ 24 लाख केश बरामद किया जा चुका था। पूछताछ के दौरान क्रिमिनलों ने गैंग के मास्टरमाइंड खिरोधर साहू के कन्याकुमारी में होने की बात बताई थी। इस सूचना पर ही पुलिस ने उसे कन्याकुमारी से अरेस्ट किया। पहले उसके पास से 39 लाख और बाद में उसके सहयोगी मुन्ना रविदास के पास से 38 लाख बरामद किया गया। एक स्कार्पियो भी जब्त की गयी है।
3,24,15,000 रुपये पहले ही पुलिस कर चुकी थी बरामद, छह आरोपी हुए थे अरेस्ट
पांच करोड़ कैश लूट मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ 3,24,15,000 रुपये पहले ही पुलिस कर चुकी थी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आठ मोबाइल, एक्सयूभी वाहन और क्रेटा कार में लगाये गये एक जीपीएस को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था। गिरफ्तार आरोपियों में राजेश सिंह धनबाद जिले के गोविंदपुर पुलिस स्टेशन एरिया के रामनगर विलेज रोड, मो. करीम अंसारी गोविंदपुर के अमलाटांड़, विनोद विश्वकर्मा गोविंदपुर के अमरपुर उपर बाजार और शहजाद आलम गोविंदपुर के फकीरडीह का रहनेवाला है। जबकि रंजीत कुमार हजारीबाग जिलेके बरही थाना क्षेत्र के धमना और अजीत कुमार सिंह चतरा जिला के इटखोरी थाना क्षेत्र के कोनी गांव का रहनेवाला है।
एसपी ने पुलिस अफसरों को किया सम्मानित
एसपी ने पांच करोड़ की लूटकांड का उदभेदन करने वाली पुलिस टीम में शामिल तीन डीएसपी मुकेश महतो, संदीप सुमन और नौशाद आलम समेत जमुआ थाना प्रभारी बिपिन कुमार, धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद, धनवार थाना प्रभारी सत्यदीप समेत 11 आर्म्स गार्ड को पुरस्कृत किया। सभी को कैश पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इनमें साकेत सिंह, टुनटुन साह, नरेश हज्जाम, आसीन अंसारी, नगीना पासवान भी शामिल हैं। एसडीपीओ लेवल के अफसरों को पांच-पांच हजार और एसआई रैंक के अफसरों को तीन-तीन हजार कैश देकर सम्मानित किया गया।
यह है मामला
पुलिस कंपलेन में कार ड्राइवर मयूर सिंह का कहना है कि वह गुजरात में एक टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है। उसकी पहचान गोविंद सिंह सोलंकी नामक व्यक्ति से हुई। उसने अच्छा काम दिलाने का भरोसा दिलाया। बाद में गोविंद सिंह ने उसे गुजरात से दिल्ली और फिर दिल्ली से कानपुर जाने को कहा। वह कानपुर पहुंचा तो वहां करण भाई नामक व्यक्ति ने उसे रिसीव किया। तीन दिन वहां रुकने के बाद उसकी मुलाकात गुजरात के ही जगत सिंह जडेजा उर्फ जगत भाई से करवायी गयी। जगत सिंह उसे क्रेटा वाहन (आरजे 45 सीयू /9964) में बैठा कर पटना लाया।बकौल मयूर सिंह पटना में उसे बताया गया कि उक्त क्रेटा से पांच करोड़ रुपया पटना से कोलकाता ले जाना है। पटना की डीवाई कंपनी से पांच करोड़ रुपये कैश लेकर गाड़ी के अंदर बने एक बॉक्स में डाल दिया गया। वे लोग कोलकाता के लिए 20 जून की रात लगभग नौ बजे रवाना हुए।
मयूर सिंह चला रहा था कार
मयूर ने पुलिस को बताया है कि पटना से कोलकाता जाने के क्रम में वह और जगत सिंह 20 जून की रात लगभग 1.30 बजे जमुआ में टिकामगहा गांव के पास स्थित एक पेट्रोल पंप में तेल भरवाया। यहां से आगे बढ़े ही थे कि बाटी गांव के पास एक स्कॉर्पियो ने ओवरटेक कर गाड़ी रुकवायी। स्कॉर्पियो से पांच लोग उतरे और क्रेटा का दरवाजा खुलवा चाबी ले ली। हम दोनों को स्कॉर्पियो पर जबरन बैठने को कहा। इस दौरान दोनों के साथ मारपीट भी की। जब दोनों स्कॉर्पियो पर बैठ गये तो क्रिमिनलों में से एक उनकी क्रेटा वाहन की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। उसे ले गया। स्कॉर्पियो के साथ एक एसयूवी भी था। दोनों को स्कॉर्पियो से कच्ची रास्ते होते हुए इधर-उधर घुमाने के बाद उतार कर चलते बने।मयूर सिंह ने पुलिस को दिये गये आवेदन में कहा है कि वे दोनों इधर-उधर भटकते रहे और सुबह पांच बजे सड़क पर पहुंचे। पास में ही एक होटल के पास उन्हें अपनी कार क्रेटा कार दिखी। कार केपास पहुंचा तो देखा कि कार के फर्श के निचले हिस्से में बने बॉक्स टूटा हुआ था। बॉक्स में से रकम गायब कर दी थी। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ग्रामीणों ने जमुआ पुलिस को लावारिस हालत में सड़क के किनारे खड़े लावारिस क्रेटा की सूचना दी थी।
डेढ़ माह पहले क्रेटा में लगाया था चिप
बताया जाता है कि जिस क्रेटा कार से पांच करोड़ रुपये की लूट हुई, उसमें दो चिप लगी थी। एक चिप कंपनी की थी, जबकि दूसरी रिकवरी एजेंट के सिंडिकेट ने लगा रखी थी। डेढ़ माह पहले यह कार जीटी रोड से गुजर रही थी, उस समय रिकवरी एजेंट के इस सिंडिकेट ने बरही के पास रोक लिया था। सेल्स टैक्स अफसर बनकर इस सिंडिकेट ने सात लाख रुपये की वसूली की थी। उसी दौरान सिंडिकेट के लोगों ने कार में अपना एक जीपीएस लगा दिया था। चिप लगाने के बाद लगातार इस कार पर निगरानी रखी जा रही थी। सिंडिकेट के लोगों को जानकारी मिली कि क्रेटा से बड़ी रकम ले जायी जा रही है, तो चिप के जरिए निगरानी रखते हुए सीधे उसे जमुआ के बाटी के पास रोक कार को अपने कब्जे में ले लिया।जिस समय घटना को अंजाम दिया गया, उस जीपीएस के लोकेशन के आसपास कोई अन्य वाहन नहीं था। सिंडिकेट के लोगों को पहले से ही यह जानकारी थी कि क्रेटा से कंपनी के कैश की ढुलाई होती है। इसलिए कार में सिंडिकेट ने स्थायी रूप से अपना जीपीएस चिप गोपनीय तरीके से लगा दिया था।
पटना से कोलकाता भेजी जा रही थी पांच करोड़ कैश
पटना से 21 जून की रात कोलकाता जाने के क्रम में क्रिमिनलों ने जमुआ बाटी के पास क्रेटा कार के अंडरग्राउंड सेफ में रखे पांच करोड़ रुपये कैश लूट लिये थे। यह राशि गुजरात की डीवाई कंपनी की थी कंपनी की पटना ब्रांच से पांच करोड़ रुपये लेकर कार कोलकाता के लिए रवाना हुई थी। रकम को डीवाई कंपनी की कोलकाता ब्रांच तक पहुंचाने की जिम्मेदारी मयूर सिंह जडेजा और जगत सिंह सोलंकी को दी गयी थी।बताया जाता है कि जमुआ में सफेद स्कॉर्पियो और एसयूवी कार सवार क्रिमिनलों ने पांच करोड़ कैश लूट लिये थे। मामले को लेकर गुजरात के पाटन जिला अंतर्गत सांतलपुर निवासी मयूर सिंह जड़ेजा के आवेदन पर 21 जून को जमुआ एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस सब इंस्पेक्टर नितेश कुमार पांडेय को केस का आइओ बनाया गया । पुलिस की एसआइटी 15 दिनों से लगातार रेड करत रही। पुलिस 21 जून की तड़के घटनास्थल के आसपास एक्टिव मोबाइल के लोकेशन के आधार पर कई लोगों को कस्टडी में लिया गया। पुलिस टीम ने हजारीबाग के बरही से एक व्यक्ति को उठाया। इसके बाद धनबाद के गोविंदपुर रामनगर निवासी रिकवरी एजेंट राजेश उर्फ रजनीश को कस्टडी में लिया गया।