झारखंड किसी परिवार की जागीर नहीं,  घोर भ्रष्टाचारी हैं हेमंत सोरेन: बीजेपी

झारखंड में आसन्न सियासी संकट को लेकर प्रदेश बीजेपी की कोर कमेटी की रविवार को अहम बैठक हुई।  बैठक में राज्य के तीन एक्स सीएम  बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास मौजूद रहे। कोर कमेटी में राज्य के वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और सरकार की विफलताओं पर खुलकर चर्चा हुई।

झारखंड किसी परिवार की जागीर नहीं,  घोर भ्रष्टाचारी हैं हेमंत सोरेन: बीजेपी

रांची। झारखंड में आसन्न सियासी संकट को लेकर प्रदेश बीजेपी की कोर कमेटी की रविवार को अहम बैठक हुई।  बैठक में राज्य के तीन एक्स सीएम  बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दासके अलावा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, रवींद्र राय, नीलकंठ सिंह मुंडा, धर्मपाल सिंह आदि उपस्थित थे। कोर कमेटी में राज्य के वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों और सरकार की विफलताओं पर खुलकर चर्चा हुई।

झारखंड किसी परिवार की जागीर नहीं,  घोर भ्रष्टाचारी हैं हेमंत सोरेन: बीजेपी

बैठक के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भगवा लंगोट वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि  झारखंड किसी परिवार की जागीर नहीं है। प्रकाश ने कहा कि यह सरकार अपनी नाकामियों और विफलताओं से घिरी है। सरकार ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दीं है। बीजेपी को राज्य की जनता ने विपक्ष की भूमिका सौंपी है। पार्टी उसका ईमानदारी से निर्वहन कर रही है।बीजेपी प्रसिडेंट ने कहा कि जज तो जनता है जो समय पर सजा सुनायेगी। बीजेपी मजबूत विपक्ष की भूमिका में जनता को सरकार की नाकामियां बता रही है।

उन्होंने कहा कि यह सरकार बताये कि सीएम ने अपने नाम पर अपनी कलम से कैसे माइंस का लीज ले लिया, एक उद्योग मंत्री के रूप मे पत्नी को 11 एकड़ औद्योगिक भूमि कैसे आवंटित कर दी। अपने भाई बसंत सोरेन और अपने एमएलए प्रतिनिधि को भी खनिज के पट्टे दे दिए। इन सारे सवालों के जवाब जनता मांग रही है, जिसका जवाब हेमंत सोरेन को देना पड़ेगा। यह राज्य किसी परिवार की जागीर नहीं, बल्कि प्रदेश की सवा तीन करोड़ जनता की अमानत है। जनता ने राज्य सरकार को बड़ी उम्मीद से सेवा का अवसर दिया, लेकिन सारी उम्मीदें अब टूट गई। झामुमो, कांग्रेस और राजद के मेल से बनी गठबंधन सरकार ठगबंधन साबित हुई। हेमंत सोरेन ने मुख्य मंत्री के तौर पर शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है।

फिर बड़ा धमाका करने की तैयारी में बीजेपी, रणनीति पर गहन मंथ, रघुवर, बाबूलाल, अर्जुन मुंडा रहे मौजूद
माइंस लीज मामले में चौतरफा मुश्किलों में घिरे झारखंड केसीएम हेमंत सोरेन को लेकर बीजेपी एक बार फिर से कुछ बड़ा करने की तैयारी में है। बीजेपी प्रदेश मुख्यारलय में प्रदेश कोर कमेटी की अहम बैठक में पार्टी के सारे प्रमुख नेता मौजूद थे। एक् सीएम बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, प्रदेश अध्य,क्ष दीपक प्रकाश के अलावा बीजेपी के दिग्गज यहां किसी खास रणनीति पर मंथन किया। 

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों झारखंड के गवर्नर रमेश बैस ने नई दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद राजभवन से खबर आई कि सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में कार्रवाई के पर्याप्त आधार हैं। चुनाव आयोग की ओर से गवर्नर को मंतव्य मिलते ही गवर्नर की ओर से संभावित कार्रवाई की जायेगी। मीडिया रिपोर्ट्स में सीएम की कुर्सी खतरे में बताई जा रही है। जबकि बीजेपी ने पहले ही सीएम हेमंत सोरेन पर दोहरा लाभ का पद रखने के संगीन आरोप पर  गवर्नर से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।

झारखंड मुक्ति मोर्चाको आशंका, खेल कर सकती है बीजेपी

वही सीएम हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा उनके बचाव में आगे आई है। झामुमो ने बीते दिन प्रेस कांफ्रेंस कर नैसर्गिक न्यायय के लिए हेमंत सोरेन का पक्ष सुने जाने की वकालत की। जबकि कई कानूनी जानकारों और सुप्रीम कोर्ट के फैसले की दुहाई देते हुए मुख्यनमंत्री को पार्टी की ओर क्लिन चिट देने की पुरजोर कोशिश की गई है। झामुमो ने आने वाले दिनों में बीजेपी के बड़े नेताओं के खिलाफ बड़ा खुलासा करने का एलान भी किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा को आशंका है कि बीजेपी निर्वाचन आयोग सरीखी संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर सकती है।

सीएम के पक्ष में उतरी जेएमएम

जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य व एमएलए सुदिव्य कुमार सोनू ने बीते दिन पार्टी मुख्यालय  प्रेस कांफ्रेस कर  कहा कि इस मामले में बगैर हेमंत सोरेन का पक्ष लिए एकतरफा फैसला हुआ तो हम सक्षम न्यायालय में जायेंगे।झामुमो ने दावा किया कि बीजेपी नेता भ्रम फैला रहे हैं कि हेमंत सोरेन की सरकार गिर जायेगी। उनका यह कुप्रचार हेमंत सोरेन द्वारा सीएम का पद ग्रहण करने के अगले दिन से चल रहा है। बीजेपी नेताओं ने गवर्नर को दिये गये ज्ञापनके जरिये भ्रांति फैलाई है। जबकि यह मामला संविधान के सेक्शन 9ए के तहत नहीं आता है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा है कि खनन पट्टा कोई व्यवसाय नहीं है।

बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास पर निशाना

झामुमो ने कहा कि एक्स सीएम बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास पर निशाना साधते हुए रघुवर दास के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं की जांच चल रही है। जल्द ही बड़े खुलासे होंगे। बाबूलाल स्वयंभू न्यायाधीश बने हुए हैं। उनके मुंह से नैतिकता की बातें अच्छी नहीं लगती है। सत्ता से बाहर रहने के कारण उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।जब खनन पट्टा लेने में जब कोई संवैधानिक अड़चन नहीं थी तो उसे सरेंडर क्यों कर दिया गया, के जवाब में कहा कि आपसी सलाह पर ऐसा निर्णय किया गया। उन्होंएने कहा कि व्यवसाय करना कोई गलत काम नहीं है। भाजपा के विधायक मनीष जायसवाल से लेकर बड़े नेता नितिन गडकरी का अपना व्यवसाय है। सुदेश महतो सुदर्शन कंपनी में शेयर होल्डर हैं। दावा किया कि बीजेपी के आरोपों से झारखंड मुक्ति मोर्चा में बेचैनी नहीं है।