गाड़ी में लोडकर सात करोड़ कैश ले गया झारखंड का अफसर, बिहार के ex MLA ने की मदद, राजस्थान में खरीदी जमीन
झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी अब एक नया खुलासा करते हुए हैरान कर देने वाली बात कही है। बाबूलाल ने ट्वीट कर इस खुलासे में कई तथ्यों को अभी उजागर नहीं किया है।
रांची। झारखंड के एक्स सीएम व बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी अब एक नया खुलासा करते हुए हैरान कर देने वाली बात कही है। बाबूलाल ने ट्वीट कर इस खुलासे में कई तथ्यों को अभी उजागर नहीं किया है।
केंद्रीय एजेंसियों के “आपरेशन क्लीन झारखंड” एवं न्यायालय की पैनी नज़र के बाद अब लोग संगठित लूट एवं लूट का माल खपाने के तरीक़े के बारे में जो जानकारी दे रहे हैं वह हैरान करने वाली है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 7, 2022
खनन लूट के लिये कुख्यात एक ज़िले के अधिकारी सड़क मार्ग से सात करोड़ रूपये नगद राजस्थान ले गये।
उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को टवीट करते हुए लिखा है- सेंट्रल एजेंसियों के आपरेशन क्लीन झारखंड एवं कोर्ट की पैनी नजर के बाद अब लोग संगठित लूट एवं लूट का माल खपाने के तरीके के बारे में जो जानकारी दे रहे हैं, वह हैरान करने वाली है। खनन लूट के लिये कुख्यात एक जिले के अफसर सड़क मार्ग से सात करोड़ रुपये कैश राजस्थान ले गये। लोगों ने बताया कि नोट ट्रांसपोर्ट कर ले जाने के इस काम में उन्होंने बिहार के एक एक्स एमएलए मित्र की मदद ली। फिर उस ब्लैक मनी से राजस्थान में नामी-बेनामी जमीन लिये गये हैं।बाबूलाल मरांडी का यह टवीट इस समय सुर्खियों में है। ट्विटर के अलावा फेसबुक वॉल पर भी उन्होंने यह जानकारी जनता से शेयर की है।
लोगों ने बताया कि नोट परिवहन कर ले जाने के इस काम में उन्होंने बिहार के एक पुर्व विधायक मित्र की मदद ली।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 7, 2022
फिर उस काले धन से राजस्थान में नामी-बेनामी ज़मीन लिये गये हैं।@JharkhandCMO @dir_ed @IncomeTaxIndia
बाबूलाल ने सीएम, इनकम टैक्स व ईडी को किया टवीट
बाबूलाल मरांडी का इशारा किस ओर है, यह तो स्पष्ट नहीं हो रहा है। हलांकि उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और ईडी को टवीट किया है। इसके पीछे उनकी मंशा साफ है कि झारखंड सरकार भ्रष्टाचार संबंधित इस सूचना को गंभीरता से लेकर तुरंत जांच कराए। इतनी बड़ी रकम राजस्थान ले जाने वाला अफसर कौन है, पता लगाया जाना चाहिए। बिहार के किस एक्स एमएलए ने इस काले धंधे में उक्त अफसर की मदद की, इसकी जांच होनी चाहिए। झारखंड से इतनी बड़ी रकम गाड़ी में लादकर राजस्थान ले जायी गई और सरकारी खुफिया तंत्र को इसकी भनक तक क्यों नहीं लगी, यह भी जांच का विषय है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी इस सूचना को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
सीएम हेमंत सोरेन उनके भाई, मंत्री और अब गिरिडीह विधायक पर भी चुनाव के दौरान शपथ पत्र में जानकारियां छिपाने का आरोप है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 7, 2022
ये सरकार है या सर्कस? मंत्री विधायक, व्यापारी और कंपनियों का हिस्सेदार निकल रहा है।
अब कहीं सीएम साहब इसे भी स्वरोजगार सृजन बताकर खुद की पीठ न थपथपा लें!
यह सरकार है या सर्कस
बाबूलाल मरांडी इन दिनों एमपी निशिकांत दुबे की तरह इंटरनेट मीडिया पर आक्रामक नजर आ रहे हैं। जिस तरह निशिकांत दुबे हर सुबह एक नई जानकारी शेयर कर हेमंत सोरेन को घेरते नजर आते हैं, उसी प्रकार अब बाबूलाल मरांडी भी सिस्टम की पोल खोलने में जुट गए हैं। बाबूलाल मरांडी हर दिन एक से अधिक टवीट शेयर कर रहे हैं। बाबूलाल ने एक अन्य टवीट में उन्होंने लिखा है- सीएम हेमंत सोरेन, उनके भाई, मंत्री और अब गिरिडीह एमएलए पर भी चुनाव के दौरान शपथ पत्र में जानकारियां छिपाने का आरोप है। ये सरकार है या सर्कस? मंत्री, विधायक, व्यापारी और कंपनियों का हिस्सेदार निकल रहा है। अब कहीं सीएम साहब इसे भी स्वरोजगार सृजन बताकर खुद की पीठ न थपथपा लें!
◆ रेवड़ी की तरह आपस में मिल बाँट लिए आपके, आपके भाई, आपके चेले-चमचों के खनन पट्टे की जाँच चल रही है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) June 7, 2022
आपके ऐसे "विकास कार्यों " की लिस्ट बहुत लंबी है। जनता की अदालत में अब सबकुछ सार्वजनिक है।
अच्छा होगा, राज्य व जनता के हित में बहानेबाजी करने के बजाय कुछ ठोस काम करिए।
जनता की अदालत में सबकुछ सार्वजनिक हो गया
बाबूलाल मरांडी ने एक और टवीट कर लिखा है- रेवड़ी की तरह आपस में मिल बांट लिए आपके भाई, आपके चेले-चमचों के खनन पट्टे की जांच चल रही है। आपके ऐसे विकास कार्यों की लिस्ट बहुत लंबी है। जनता की अदालत में अब सबकुछ सार्वजनिक है। अच्छा होगा, राज्य व जनता के हित में बहानेबाजी करने के बजाय कुछ ठोस काम करिए। बाबूलाल मरांडी का यह टवीट भी चर्चा में है। इस पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।