Jharkhand : पंचतत्व में विलीन हुए दिशोम गुरु शिबू सोरेन, CM हेमंत सोरेन ने दी मुखाग्नि, जनसैलाब ने कहा अंतिम जोहार
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और दिशोम गुरु शिबू सोरेन पंचतत्व में विलीन हो गये। बेटे सीएम हेमंत सोरेन ने दी मुखाग्नि, अंतिम विदाई में लाखों लोगों ने नम आंखों से कहा 'अंतिम जोहार'।

- लाखों लोगों ने दी गुरुजी को श्रद्धांजलि
रांची। झारखंड की राजनीति के भीष्म पितामह,आदिवासी चेतना के प्रतीक जननायक,एक्स सीएम व राज्यसभा एमपी 'दिशोम गुरु' शिबू सोरेन मंगलवार की शाम पंचतत्व में विलीन हो गये। रामगढ़ के गोला प्रखंड स्थित पैतृक नेमरा गांव में पूरे राजकीय सम्मान के गुरुजी का अंतिम संस्कार साथ संपन्न हुआ। सीएम हेमंत सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन की चिता को नम आंखों से मुखाग्नि दी। मौके पर गुरुजी के छोटे पुत्र एमएलए बसंत सोरेन समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे।
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पहाड़ों की तलहटी में बसे नेमरा गांव में लाखों लोगों के जनसैलाब की मौजूदगी में झमाझम बारिश के बीच शाम 6.45 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान शिबू सोरेन अमर रहे, जबतक सूरज जांच रहेगा शिबू सोरेन अमर रहे की नारेबाजी होती रही। नेमरा गांव गोला प्रखंड से 15 किमी दूर चारों तरफ से छोटी-बड़ी पहाड़ी की तलहटी में बसा है। नेमरा में अंत्येष्टि स्थल के करीब बहता टेका नाला, धान के खेत और घनघोर जंगल हैं, जहां शिबू सोरेन अपने पुरखों के कतार में शामिल हो गये।
आज प्रकृति भी बहुत रोयी...
प्रकृति का सबसे प्यारा लाल आज प्रकृति की गोद में समा गया...
अंतिम जोहार मेरे बाबा...
वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें! pic.twitter.com/GuX5SFUcbi
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 5, 2025
अंत्यिष्टि स्थल पर पार्थिव शरीर पहुंचते ही शुरू हो गयी बारिश
नेमरा में अंत्येष्टि स्थल पर जैसे ही शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर पहुंचा, झमाझम बारिश शुरू हो गई। बारिश के बीच ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। शिबू सोरेन को अंतिम विदाई देने के लिए श्मशान घाट पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। नम आंखों से लोगों ने उन्हें अंतिम जोहार कहा। सीएम हेमंत सोरेन और छोटे बेटे बसंत सोरेन ने शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को कंधा दिया।
#WATCH | रामगढ़, झारखंड | लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि देने उनके गांव नेमरा पहुंचे, जिनका कल निधन हो गया था। pic.twitter.com/ay5kXs94yb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2025
देर से पहुंचे राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे
शिबू सोरेन के अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल होने लोकसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता राहुल गांधी तथा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रांची तो पहुंचे, लेकिन वे समय पर अंत्येष्टि कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाये। उनका शुरू में रांची से नेमरा तक चौपर से जाने का कार्यक्रम था, लेकिन मौसम खराब होने तथा विजिबिलिटी कम होने के कारण सड़क मार्ग से गये। गोला से नेमरा के बीच भारी जाम होने के कारण वे समय पर नहीं पहुंच पाये। वे वहां देर से पहुंचे।
कांग्रेस अध्यक्ष श्री @kharge और नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi ने JMM के संस्थापक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिबू सोरेन जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम विदाई दी।
— Congress (@INCIndia) August 5, 2025
आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित करने वाले आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को प्रेरणा… pic.twitter.com/bAyL4ogJ0g
इस मौके पर कांग्रेस प्रसिडेंट मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, आरजेडी लीडर व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, झारखंड के एक्स सीएम अजुर्न मुंडा, झारखंड के सभी मिनिस्टर, सत्ताधारी दल के एमएलए, चीफ सेकरेटरी अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, गृह सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता सहित कई आईएएस और आईपीएस अफसरों के अलावा कई बड़ी हस्तियां, सीनीयर अफसर, झामुमो नेता, कार्यकर्ता, उनके समर्थक, झारखंड आंदोलनकारी और परिजन उपस्थित थे।
झारखंड विधानसभा परिसर में दी गयी श्रद्धांजलि
इससे पहले सुबह 10 बजे झारखंड विधानसभा में उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। यहां गवर्नर संतोष कुमार गंगवार, विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, सेंट्रल मिनिस्टर जुएल उरांव, अन्नपूर्णा देवी, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ के अलावा कई मंत्री एवं पक्ष एवं विपक्ष के लगभग सभी एमएलए ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद "अंतिम जोहार" के रूप में उनकी शव यात्रा रामगढ़ के नेमरा गांव के लिए निकली। लंबे काफिला के बीच सड़क के किनारे खड़े लोग नम आंखों से उन्हें विदाई दे रहे थे। उनका पार्थिव शरीर नेमरा पहुंचने से पहले झारखंड के सभी जिलों से बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता और उनके समर्थक वहां पहुंच चुके थे।
गुरुजी को श्रद्धांजलि देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। दूर-दराज़ के गांवों से लोग पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे और 'अंतिम जोहार' कहकर अपने नेता को विदाई दी। वातावरण "गुरुजी अमर रहें" के नारों से गूंज उठा।अंतिम यात्रा में कई मंत्री, विपक्षी नेता, सामाजिक संगठनों और आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। रांची से लेकर दुमका तक का रास्ता फूलों से पटा रहा।
शिवलाल से बने शिबू सोरेन
वर्तमान रामगढ़ जिले के नेमरा में 11 जनवरी 1944 को शिबू सोरेन का जन्म हुआ था। बचपन में उनका नाम शिवलाल था। बाद में शिबू सोरेन हुआ। गुरुजी की प्रारंभिक पढ़ाई नेमरा के ही सरकारी स्कूल से की थी। उन्होंने गोला हाईस्कूल से पढ़ाई की। उनके पिता पेशे से शिक्षक व गांधीवादी सोबरन सोरेन की 27 नवंबर 1957 को महाजनों ने हत्या कर दी थी। पिता की हत्या के बाद पढ़ाई छोड़ कर शिबू सोरेन ने महाजनों के खिलाफ संघर्ष करने का फैसला किया। शिबू सोरेन झारखंड के तीन बार मुख्यमंत्री रहे। कुल 308 दिनों का कार्यकाल रहा। वे सर्वाधिक 153 दिन सीएम रहे। दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में इलाजरत शिबू सोरेन ने चार अगस्त की सुबह 81 साल की उम्र में आखिरी सांस ली थी। शिबू सोरेन, जिन्होंने आदिवासी अधिकारों के लिए ज़िंदगी भर संघर्ष किया, अब भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विरासत झारखंड के हर कोने में जीवित रहेगी।