धनबाद–कोलकाता में ED का बड़ा एक्शन, कोयला कारोबारियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी , हड़कंप
धनबाद और कोलकाता में ईडी की बड़ी कार्रवाई, डेको आउटसोर्सिंग कंपनी और कोयला कारोबारी मनोज अग्रवाल, सुधीर चौटाला व इंद्रराज भदौरिया के ठिकानों पर छापेमारी। अवैध कोयला कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तेज।
- धनबाद के बड़े कोयला कारोबारी और अधिकारी हुए बेचैन
धनबाद। कोयले की राजधानी कहे जाने वाले धनबाद में शुक्रवार की अहले सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई ने पूरे कोयलांचल में खलबली मचा दी। ईडी की टीम ने धनबाद और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी कर अवैध कोयला कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग के नेटवर्क की जांच तेज कर दी है।
यह भी पढ़ें: Jharkhand: बिना सुरक्षा काफिले के रांची की सड़कों पर निकले सीएम हेमंत सोरेन, औचक निरीक्षण से हलचल

धनबाद के धनसार और मेमको मोड़ इलाके में स्थित कोयला आउटसोर्सिंग कंपनी डेको (DECO) के कार्यालय और उसके संचालक मनोज अग्रवाल के आवास पर सुबह करीब सात बजे ईडी की टीम पहुंची। इसके अलावा कोयला कारोबारी सुधीर चौटाला और इंद्रराज भदौरिया के ठिकानों पर भी एक साथ तलाशी अभियान चलाया गया।
डेको कंपनी और बड़े कोयला कारोबारियों पर शिकंजा
ईडी की कार्रवाई के दायरे में बीसीसीएल से जुड़ी आउटसोर्सिंग कंपनी डेको, उसके निदेशक ए.एन. झा के मेमको मोड़ स्थित ट्रिनिटी गार्डन अपार्टमेंट के फ्लैट सहित कई स्थान शामिल हैं। ईडी की गाड़ियां लंबे समय तक परिसर के अंदर खड़ी रहीं और अधिकारियों ने कमरों को सील कर घंटों दस्तावेजों की जांच की।सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी कोयले के अवैध खनन, तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में की जा रही है। जांच के दौरान वित्तीय दस्तावेज, डिजिटल डेटा, लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड और जीएसटी व टैक्स से जुड़ी फाइलों की गहन जांच की जा रही है।
कोलकाता तक फैला छापेमारी का दायरा
धनबाद के साथ-साथ कोलकाता में भी ईडी की टीम ने एक साथ दबिश दी है। कोलकाता में गोदावरी कमोडिटीज और धनसार इंजीनियरिंग से जुड़े लोगों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इन कंपनियों का नेटवर्क झारखंड और पश्चिम बंगाल में फैले अवैध कोयला कारोबार से जुड़ा हुआ है।
21 नवंबर की रेड से जुड़ी है ताजा कार्रवाई
ईडी की यह ताजा कार्रवाई 21 नवंबर को धनबाद और पश्चिम बंगाल में हुई बड़ी छापेमारी से जुड़ी बताई जा रही है। उस समय ईडी ने करीब 40 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर कोयला कारोबारी दीपक पोद्दार, एलबी सिंह (एटी देवप्रभा ग्रुप), अनिल गोयल समेत कई लोगों के घर और दफ्तर खंगाले थे।उसी कार्रवाई के दौरान मिले अहम सुरागों और सबूतों के आधार पर ईडी ने अब मनोज अग्रवाल, सुधीर चौटाला और इंद्रराज भदौरिया के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ाया है।
कौन हैं इंद्रराज भदौरिया?
जानकारी के मुताबिक, इंद्रराज भदौरिया झारखंड और पश्चिम बंगाल के बड़े कोयला ट्रांसपोर्टरों में गिने जाते हैं। उनकी कंपनी दोनों राज्यों से देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित पावर प्लांट्स को कोयला सप्लाई करती है। ईडी को संदेह है कि इस नेटवर्क के जरिए अवैध कोयले की आपूर्ति और काली कमाई को वैध बनाने की कोशिश की गई।
कोयला सेक्टर में मची बेचैनी
ईडी की इस कार्रवाई से धनबाद से लेकर कोलकाता तक कोयला कारोबारियों और उनसे जुड़े अधिकारियों में बेचैनी बढ़ गई है। माना जा रहा है कि जांच की आंच आने वाले दिनों में कोल इंडिया और बीसीसीएल से जुड़े कुछ अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है। हालांकि, देर शाम तक ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन संकेत साफ हैं कि यह कार्रवाई कोयला क्षेत्र में फैले बड़े अवैध नेटवर्क को उजागर करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।






