Jharkhand:पलामू पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार अरेस्ट
झारखंड में पलामू जिला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पलामू पुलिस ने नितेश दस्ते के 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार को अरेस्ट कर लिया है। कमांडर के पास से उसके सहयोगी राजेंद्र सिंह द्वारा लिखित चिट्ठी भी बरामद की गयी है। माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार बिहार के औरंगाबाद के सलैया का रहने वाला है।
- नितेश दस्ते के का है इनामी जोनल कमांडर
- पुलिस स्टेसन लूटकांड और पुलिस पार्टी पर हमले सहित कई घटना को अंजाम देने में रहा है शामिल
पलामू। झारखंड में पलामू जिला पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। पलामू पुलिस ने नितेश दस्ते के 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार को अरेस्ट कर लिया है। कमांडर के पास से उसके सहयोगी राजेंद्र सिंह द्वारा लिखित चिट्ठी भी बरामद की गयी है। माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार बिहार के औरंगाबाद के सलैया का रहने वाला है। यह जानकारी पलामू की एसपी रिष्मा रमेशन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।
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बिहार के औरंगाबाद के नबीनगर में एनटीपीसी पुलिस स्टेशन एरिया के रहने वाले नक्सली सीताराम लगभग दो दशक से नक्सली संगठन में एक्टिव था। दस्ता सदस्य के रूप में शामिल सीताराम रजवार एके-56 रखता था। अपने काम के बदौलत वह संगठन में जोनल कमांडर बन गया। सीताराम रजवार पर झारखंड और बिहार में 70 सभी अधिक बड़े नक्सली हमले को अंजाम देने का आरोप है। सीताराम रजवार झारखंड-बिहार सीमा पर पलामू, गया औरंगाबाद में माओवादियों का तीसरा सबसे बड़ा कमांडर था।
पलामू एसपी ने बताया किभाकपा माओवादी जोनल कमांडर सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार वर्ष 2001 में माली पुलिस स्टेशन लूटकांड के दौरान आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की नृसंश हत्या में शामिल था। मोनबार में दो महिला और दो पुरुष को फांसी देने में भी वह शामिल था। वर्ष 2009 में विधानसभा चुनाव के समय माहूर मोहम्मदगंज पुलिस स्टेशन एरिया अंतर्गत पोलींग पार्टी को आईडी ब्लाष्ट कर उड़ाने,वर्ष 2017 में कौड़िया विश्रामपुर में टीपीसी से एनकाउंटर में भी यह शामिल रहा है। इस एनकाउंटर में टीपीसी पार्टी का सोलह सदस्य को मारा गया था।
एसपी ने बताया कि वर्ष 2015-16 में पलामू के काला पहाड़ की इलाके में लैंड माइंस विस्फोट में पुलिस के सात जवान शहीद हुए थे। इस घटना का भी सीताराम रजवार आरोपी है। सीताराम को जोन नंबर-2 का कमान सौंपा गया था। जिसके अंतर्गत छत्तपरपुर- हुसैनाबाद मुख्य सड़क के उत्तर दिशा छत्तरपुर से देवरी के सिमेंट फैक्ट्री तक का उत्तरी क्षेत्र जिसमें छत्तरपुर से हरिहरगंज होते हुए अंबा से कुटुम्बा नबीनगर होते हुये तेतरिया मोड से पतरघाटा होते हुये सोन नदी के बीच का क्षेत्र का जिम्मा मिला था। इन इलाको में ठेकेदारों, इट भटठा मालिकों केशर तथा पत्थर खदान के मालिक से लेवी का पैसा वसूली सीताराम ही करता था। उन्होंने बताया का जोनल कमांडर पलामू जिला के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 28 कांडों तथा बिहार के औरंगाबाद तथा गया जिला के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 23 कांडों में वांछित है।
बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे माओवादी
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर स्टेट में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस दिशा में पुलिस को सफलता भी मिल रही है। पलामू एसपी को गुप्त सूचना मिली कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के नितेश यादव अपने दस्ता के सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार, संजय यादय उर्फ गोदराम एवं अन्य सदस्यों के साथ झरगडा गांव से सटे झपिया पहाड के जंगल में किसी बडी घटना को अंजाम देने के लिये रूका हुआ है। हुसैनाबाद एसडीपीओ मुकेस कुमार महतो के नेतृत्व में थाना प्रभारी संजय कुमार यादव व लतेया पिकेट प्रभारी धर्मवीर कुमार यादव तथा आर्म्स गार्ड को सम्मिलित कर एक छापामारी दल का गठन किया गया।
छापामारी दल को दो भागों में विभक्त कर झरगडा गांव से सटे झपिया पहाड के समीप पहुंचे कि तभी पुलिस को देखकर नक्सली भागने लगे। इसी दौरान जोनल कमाण्डर सीताराम रजवार उर्फ रमन रजवार को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने अपना नाम सीताराम रजवार बताया. जो 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर निकला।तालाशी के क्रम में माओवादी सहयोगी राजेन्द्र सिंह के द्वारा भेजा गया एक चिट्ठी बरामद किया गया। पुलिस की पूछताछ में उसने विभिन्न कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.सीताराम रजवार के विरुद्ध हुसैनाबाद थाना (कांड सं0-288/23) एफआइआर दर्ज की गयी है।