Jharkhand:प्रदीप यादव बने कांग्रेस विधायक दल का नेता,राजेश कच्छप को उपनेता व अनूप को मुख्य सचेतक की जिम्मेवारी
झारखंड के पोड़ैयाहाट सीट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया है। कांग्रेस ने खिजरी के विधायक राजेश कच्छप को विधायक दल का उपनेता और बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को मुख्य सचेतक घोषित किया है।

- पोड़ैयाहाट से छठी बार चुने गये हैं विधायक
- झारखड में मिनिस्टर और एमपी भी रहे हैं
रांची। झारखंड के पोड़ैयाहाट सीट से कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव को कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया है। कांग्रेस ने खिजरी के विधायक राजेश कच्छप को विधायक दल का उपनेता और बेरमो के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को मुख्य सचेतक घोषित किया है।
यह भी पढ़ें:Jharkhand: 200 रुपये के लिए मर्डर के मामले चार सजायाफ्ता 31 साल बाद हाई कोर्ट से बरी
छठी बार एमएलए बने प्रदीप यादव
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने गुरुवार को सदन में विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो को उक्त जानकारी दी। प्रदीप यादव गोड्डा जिले की पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र से छठी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।वह राज्य सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। वह गोड्डा से एक बार एमपी भी चुने जा चुके हैं। प्रदीप यादव काफी मजबूती से अपनी बातें विधानसभा के भीतर-बाहर रखने के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार से जुड़े कई मामलों को भी उजागर किया है।
बीजेपी से शुरू किया राजनीतिक सफर
प्रदीप यादव ने भारतीय जनता पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की थी।इसके बाद वे बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) में शामिल हो गये। वर्ष 2019 में झारखंड विकास मोर्चा के बीजेपी में विलय का विरोध करते हुए उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय किया था।वह कांग्रेस विधायक दल के उपनेता भी रह चुके हैं।
मथुरा महतो बने सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक
झारखंड के एक्स मिनिस्टर मथुरा प्रसाद महतो सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक बनाये गये हैं। विधानसभा में इस संबंध में घोषणा की गयी। मथुरा प्रसाद महतो टुंडी से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं।
कांग्रेस में सब 'ऑल इज वेल'
कांग्रेस आलाकमान ने झारखंड में पार्टी विधायक दल का नेता समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों को भरकर नाराजगी के साथ-साथ विवाद बांटने की कवायद की है। दरअसल, चार एमएलए को मंत्री का पद देने के बाद विधायकों में नाराजगी की चर्चा थी।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के चार एमएलए राधा कृष्ण किशोर , इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह और शिल्पी नेहा तिर्की को हेमंत सोरेन सरकार में जगह मिली है। दो नये चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल कर कांग्रेस ने हेमंत सरकार में अपनी शुरुआत की। इससे मंत्री पद की रेस में चल रहे कई विधायक नाराज दिखे। इन विधायकों ने कई दिनों तक दिल्ली में कैंप कर मंत्री बनने के लिए लॉबिंग की थी।मंत्रिमंडल में ओबीसी कोटे को नजरअंदाज करने का आरोप लगा। कहा गया कि राहुल गांधी (ओबीसी समुदाय के हित की बात करते हैं, लेकिन मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह नहीं दी गयी।
आलाकमान के स्तर से पूरे मामले में हस्ताक्षेप हुआ और तय किया गया कि सीनीयर एमएलएको विधायक दल के नेता बनाया जाए, जो पूरी तरह से उम्मीद और अपेक्षाओं पर खड़ा उतर सके। प्रदीप यादव इसी वजह से इस पद के लिए चिह्नित किये गये। विधानसभा सदस्य के तौर पर लंबे अनुभव के साथ-साथ उनकी तेजतर्रार छवि का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।इसके अलावा, वे ओबीसी जनाधार भी कांग्रेस के पाले में ला सकते हैं।
राजेश कच्छप और अनूप सिंह पर दांव
कांग्रेस द्वारा राजेश कच्छप को विधायक दल का उप नेता बनाकर जनजातीय समाज को संदेश देने की कोशिश की गई है। वहीं, मंत्री पद की रेस में चल रहे बेरमो के विधायक अनूप सिंह विधानसभा में पार्टी के सचेतक बनाकर पार्टी में विवाद पैदा होने से रोकने की दिशा में प्रयास किया गया।