Kuwait Fire : कुवैत में बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग, 41 भारतीयों की मौत
कुवैत के मंगफ टीउन में एक बहुमंजिला इमारत में बुधवार सुबह आग लगने से 41 भारतीयों की मौत हो गई। इस भीषण अग्निकांड में कुल मिलाकर 49 विदेशी कामगार मारे गये हैं। घायल 50 लोगों में भी अधिकांश भारतीय ही हैं।
- भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को कुवैत भेजा
- पीएम मोदी, विदेश मंत्री जयशंकर ने घटना पर शोक जताया
- कुवैत के अमीर ने दिया घटना की जांच का आदेश
नई दिल्ली। कुवैत के मंगफ टीउन में एक बहुमंजिला इमारत में बुधवार सुबह आग लगने से 41 भारतीयों की मौत हो गई। इस भीषण अग्निकांड में कुल मिलाकर 49 विदेशी कामगार मारे गये हैं। घायल 50 लोगों में भी अधिकांश भारतीय ही हैं।हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दुख जताया है।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्द्धन सिंह को तत्काल कुवैत के लिए रवाना किया है। मंत्री कुवैत में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर घायलों को राहत दिलाने और मृतकों के शवों को स्वदेश लाने में मदद करेंगे।आग जिस इमारत में लगी थी, उसमें बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर रह रहे थे। यह आग अल-मंगफ नाम कीइमारत में लगी, जहां मजदूर रहते थे। कुवैती मीडिया का कहना है कि कुछ लोगों की मौत आग में जलकर हुई है। वहीं बड़ी संख्या में लोगों की मौत धुंए के चलते दम घुटने से हुई।
हादसे में मृतकों की संख्या इसलिए भी अधिक हो गई क्योंकि आग तड़के चार बजे लगी, जिस दौरान लोग सो रहे थे। ऐसे में लोगों को बचने का मौका नहीं मिला। उनका नींद में रहने के दौरान ही दम घुट गया। इस बिल्डिंग को NBTC ग्रुप नाम की एक कंपनी ने ले रखा था। इसमें 195 मजदूर रह रहे थे। इनमें से ज्यादातर लोग भारत के केरल, तमिलनाडु और कुछ उत्तर भारत के राज्यों के थे।
भारतीय दूतावास ने कहा है कि भारतीय कामगारों के साथ हुई दुखद घटना के संबंध में एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +965-65505246 जारी किया गया है। सभी संबंधित लोगों से अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ने का अनुरोध किया गया है।
कुवैत के आंतरिक मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ ने इस घटना के लिए भवन के मालिक को जिम्मेदार ठहराया है और उसे गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। साथ ही जिस कंपनी के श्रमिकों को एक साथ इसमें रखा गया था, उनके मालिक को भी गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है।शेख फहद ने कहा है कि यह घटनाक्रम बिल्डिंग के मालिक की लालच की वजह से हुआ है। कंपनी ने अपने फायदे के लिए बड़ी संख्या में एक ही भवन में बहुत ज्यादा श्रमिकों को भर दिया था। हम यह तय करेंगे कि इस तरह का घटनाक्रम आगे फिर ना हो। यह भी सूचना सामने आई है कि इस तरह के कई भवन मंगफ इलाके में हैं, जहां सैकड़ों मजदूरों को बहुत ही खराब हालात में रहने के लिए मजबूर किया जाता है।
कुवैत में लगभग 10 लाख भारतीय रहते हैं जो वहां की आबादी का 21 प्रतिशत है। इनमें से नौ लाख भारतीय बतौर श्रमिक अपना योगदान देते हैं। पूर्व में कई बार कुवैत व दूसरे खाड़ी देशों में रहने वाले भारतीय श्रमिकों की खराब स्थिति का मामला सामने आता रहा है। कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने अधिकारियों को अग्निकांड की जांच का आदेश दिया और कहा कि जिन लोगों के चलते यह त्रासदी हुई है, उन्हें जवाबदेह ठहराया जायेगा।