Land For Job Scam: लालू फैमिली को कोर्ट से बड़ी राहत, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मिली बेल

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू फैमिली को कोर्ट सेबड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, बिहार के एक्स सीएम राबड़ी देवी, डिप्टी तेजस्वी यादव व आरजेडी एमपी मीसा भारती को बेल दे दी है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।

Land For Job Scam: लालू फैमिली को कोर्ट से बड़ी राहत, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में मिली बेल
लालू-राबड़ी-तेजस्वी-मीसा (फाइल फोटो)।
  • दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव व मीसा भारती
  • मामले में दो आरोपियों ने नहीं किया था बेल के लिए आवेदन

नई दिल्ली। रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में लालू फैमिली को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, बिहार के एक्स सीएम राबड़ी देवी, डिप्टी तेजस्वी यादव व आरजेडी एमपी मीसा भारती को बेल दे दी है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी।

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कोर्ट ने राबड़ी, लालू और तेजस्वी यादव समेत 15 आरोपितों को 50000 के निजी मुचलके पर बेल दी है। मामले के दो आरोपियों ने बेल के लिए आवेदन नहीं दिया था। राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष न्यायधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष सुनवाई हुई। नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार के एक्स सीएम लालू यादव, राबड़ी देवी के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे। इनके साथ राज्यसभा एमपी मीसा भारती और मनोज झा भी कोर्ट पहुंचे थे। 
कोर्ट से बेल मिलने के बाद बाहर आने पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह कानूनी चीज थी, हम कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने हर एक चीज को देखते हुए बेल दी है। उन्होंने राहत मिलने के सवाल पर कहा कि हम लोग कॉन्फिडेंट हैं। जहां कोई गड़बड़ी होगी तब ना। तेजस्वी के इस बयान का वीडियो भी सामने आया है।
डरते नहीं हैं, कुछ गलत नहीं किया : लालू
लालू यादव ने सुनवाई के लिए दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि सुनवाई होती रहती है। वह डरते नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। 22 सितंबर को दिल्ली की एक कोर्ट ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, एक्स रेल मिनिस्टर लालू प्रसाद यादव, एक्स सीएम राबड़ी देवी और 14 अन्य आरोपियों को समन जारी किया था।

सीबीआई ने हाल ही में कथित इस घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव समेत उनके बेटे तेजस्वी यादव और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया है। सीबीआई ने 18 मई, 2022 को लालू यादव और उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप यह लगाया गया था कि 2004-2009 के बीच तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री ने रेल विभाग के ग्रुप "डी" में नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों आदि के नाम पर जमीन लेकर आर्थिक लाभ प्राप्त किया था। 
ऐसे हुआ लैंड फॉर जॉब घोटाला
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 2004-2009 में यूपीए गवर्नमेंट में लालू यादव के रेल मिनिस्टर रहने के दौरान बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर पसंदीदा लोगों को रेलवे में नियुक्त किया गया। एजेंसी के अनुसार रेलवे में नौकरी के बदले में अभ्यर्थियों ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लालू फैमिली के सदस्यों को बाजार भाव से काफी कम दरों पर जमीन बेची थी। आरोप है कि जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। रेलवे में बहाली के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था। फिर भी जो पटना के निवासी थे... उन्हें मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित अलग-अलग जोनल रेलवे में सब्स्टिट्यूट के तौर पर नियुक्त किया गया था। सीबीआई के अनुसार इस मामले में पटना में 1,05,292 फुट जमीन लालू यादव के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को कैश पमेंट कर हासिल की थी। 
ED ने IRCTC घोटाला यानी नौकरी के बदले जमीन देने के मामले में 10 मार्च 2023 को बड़ी एक्स रेल मिनिस्टर लालू यादव के रिश्तेदारों व करीबियों के अलग-अलग 20 से ज्यादा ठिकानों बिहार, झारखंड, दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में रेड किया था। ईडी की टीम ने दिल्ली में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ ही लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती, हेमा यादव, रागिनी यादव, चंदा यादव और आरजेडी के एक्स एमएलए अबू दुजाना के अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ रेड की है। ईडी ने लालू के रिश्तेदार और समाजवादी पार्टी के लीडर जितेंद्र यादव के आवास पर भी रेड की है की। लालू यादव के सीए के के चार्टर्ड फर्म एसके नायक एंडएं कंपनी के रांची कांटाटोली स्थित मंगल टावर के पीछे एक और टावर है, जिसमें एक ऑफिस में भी रेड किया था।
Land For Job Scam कब-कब क्या हुआ
18 मई 2022 : सीबीआई ने 16 नामजद समेत अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज किया 
20 मई 2022 : बिहार और दिल्ली के 16 ठिकानों पर एक साथ रेड 
27 जुलाई 2022 : एक्स एमएलए भोला यादव व रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी अरेस्ट 
27 जुलाई 2022: भोला यादव के पटना व दरभंगा के आवास पर सीबीआई रेड
24 अगस्त 2022 : आरजेडी नेताओं के बिहार, दिल्ली व गुरुग्राम के 17 ठिकानों पर रेड
सात अक्टूबर 2022: सीबीआई ने लालू, राबड़ी, मीसा और हेमा समेत 17 के खिलाफ चार्जशीट दायर की
छह फरवरी 2023: एक्स सीएम राबड़ी देवी से पटना आवास पर सीबीआई की पूछताछ
सात फरवरी 2023: मीसा भारती के दिल्ली आवास पर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से सीबीआइ ने की पूछताछ
10 मार्च 2023: लालू यादव के रिश्तेदारों व करीबियों के अलग-अलग 20 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी रेड
तीन जुलाई 2023:तेजस्वी यादव समेत अन्य के खिलाफ सीबीआई ने दाखिल की चार्जशीट
31 जुलाई लालू फैमिली से जुड़े छह करोड़ की संपत्ति ईडी ने किया जब्त
22 सितंबर :  दिल्ली की एक कोर्ट तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और 14 अन्य आरोपियों को समन जारी किया 
चार अक्तबूर: लालू, राबड़ी व तेजस्वी समेत 15 एक्युज्ड को मिली बेल
जिन लोगों ने लालू प्रसाद के परिजनों को जमीन
राजकुमार, मिथिलेश कुमार और अजय कुमार को नौकरी देने के नाम पर लालू प्रसाद ने किशुन देव राय और उनकी पत्नी सोनमतिया देवी से छह फरवरी 2008 को महुआबाग की 3375 वर्गफीट जमीन राबड़ी देवी के नाम ट्रांसफर कराई। एवज में दिए 3.75 लाख। तीन को नौकरी मिली और मुंबई सेंट्रल में हुआ पदस्थापन।
संजय राय, धर्मेंद्र राय, रविंद्र राय ने अपने पिता कामेश्वर राय की महुआबाग की 3375 वर्ग फीट जमीन छह फरवरी 2008 को राबड़ी देवी के नाम पर लालू प्रसाद के कहने पर ट्रांसफर की। एवज में इन्हें मुंबई सेंट्रल में समूह-डी में नौकरी मिली।
किरण देवी नाम की महिला ने 28 फरवरी 2007 में बिहटा की अपनी 80905 वर्ग फीट जमीन लालू प्रसाद के कहने पर उनकी पुत्री मीसा भारती के नाम कर दी। इस जमीन के एवज में किरण देवी को 3.70 लाख रुपये और उनके पुत्र अभिषेक कुमार को सेंट्रल रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।
हजारी राय ने महुआबाग की अपनी 9527 वर्गफीट जमीन 10.83 लाख रुपये लेकर मेसर्स एके इंफोसिस के नाम लिख दी। इसके एवज में हजारी राय के दो भांजे दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार में से एक को पश्चिम सेंट्रल रेलवे, जबलपुर में और दूसरे को पूर्वोत्तर रेलवे कोलकाता में नौकरी मिली।
लाल बाबू राय ने महुआ बाग, पटना की अपनी 1360 वर्गफीट जमीन 23 मई 2015 को लालू प्रसाद के नाम ट्रांसफर की, जिसके एवज में लाल बाबू को 13 लाख रुपये दिए गए। इसके पहले ही उनके पुत्र लालचंद कुमार को 2006 में उत्तर-पश्चिम रेलवे, जयपुर में नौकरी मिल चुकी थी।
ब्रजनंदन राय ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट की जमीन 29 मार्च 2008 को गोपालगंज निवासी हृदयानंद चौधरी को 4.21 लाख लेकर ट्रांसफर किया।बाद में यह जमीन हृदयानंद चौधरी ने लालू की पुत्री हेमा यादव के नाम कर दी, जिसके बाद यह जमीन तोहफे में दी गई उस वक्त उसका सर्किल रेट 62.10 लाख रुपये था। जमीन के एवज में हृदयानंद चौधरी को पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर (बिहार) में नौकरी मिली।
विशुन देव ने महुआबाग की अपनी 3375 वर्गफीट जमीन 29 मार्च 2008 को सिवान निवासी ललन चौधरी के नाम ट्रांसफर की। ललन चौधरी ने बाद में यह जमीन हेमा यादव को 28 फरवरी 2014 को तोहफे में दे दी। सीबीआई के अनुसार इस तोहफे के बदले में ललन चौधरी के पोते पिंटू कुमार को दक्षिण रेलवे, मुंबई में नौकरी दी गई।