Lok Sabha Election 2024 Bihar: बीजेपी एमपी अजय निषाद कांग्रस में शामिल, मुजफ्फरपुर से बनाये जा सकते हैं कैंडिडेट
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बिहार में बड़ा झटका लगा है। मुजफ्फरपुर के बीजेपी एमपी अजय निषाद ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता हासिल की।
पटना। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बिहार में बड़ा झटका लगा है। मुजफ्फरपुर के बीजेपी एमपी अजय निषाद ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता हासिल की।
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मैं कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे पार्टी में शामिल होने का मौका दिया।
— Congress (@INCIndia) April 2, 2024
मैं कांग्रेस के लिए दिन-रात काम करूंगा।
: @NishadSri जी pic.twitter.com/yMwf3xthfd
बताया जा रहा है कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऐसी संभावनाएं है कि पार्टी अजय निषाद मुजफ्फरपुर से कैंडिडेट बना सकती है। अजय निषाद ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपीसे टिकट नहीं मिलने को लेकर कहा कि मैंने हमेशा पार्टी के मुताबिक काम किया। बीजेपी ने कहा कि सर्वे मेरे बारे में अच्छा नहीं था।कांग्रेस से टिकट मिलने को लेकर अजय निषाद ने कहा कि पार्टी नेता यह फैसला करेंगे और मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं।
BJP ने अजय निषाद को 10 वर्षों तक मुजफ्फरपुर से एमपी बनाये रखा। इस बार टिकट कटते ही अजय निषाद ने दल और दिल बदलते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया। कभी अजय भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की प्रशंसा में कोई विशेषण नहीं छोड़ते थे। वहीं अब कांग्रेस में जाते ही अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर बीजेपी प्रसिडेंट जय प्रकाश नड्डा पर छल करने का आरोप लगाया।
बेटिकट होने वाले नेता दल और दिल बदलने को आतुर
सासाराम एमपी छेदी पासवान का बीजेपी से टिकट करने के बाद उनकी नाराजगी सामने आई। वे भी दल बदलने की फिराक में हैं। छेदी पासवान के बेहदी एक करीबी ने बताया कि नेताजी कांग्रेस या राजद में जा सकते हैं, बस उनका टिकट कंफर्म हो जाए।
अरुण कुमार भी टिकट की तलाश में
लोजपा-रामविलास के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं एक्स एमपी अरुण कुमार बेटिकट हो चुके हैं। वे पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। वे भी दूसरे दल में टिकट मिलने की संभावना तलाश रहे हैं। ऐसे और भी कई नेता हैं जो बेटिकट होने के बाद दल और दिल बदलने को आतुर हैं। बस मौके की तलाश में हैं। उनके करीबी जिस दल में हैं, वो भी उनके लिए जुगाड़ बिठाने की जुगत भिड़ा रहे हैं।
बिहार में कांग्रेस को महागठबंधन में नौ सीटें मिली हैं, लेकिन कई सीटों पर उसे मजबूत उम्मीदवारों का संकट है। ऐसे में उसे कुछ सीट पर आयातित उम्मीदवारों से काम चलाना पड़ेगा। इसकी शुरुआत मुजफ्फरपुर सीट पर बीजेपी से आये अजय निषाद से हो चुकी है। कांग्रेस को कुछ और नए चेहरों की तलाश है। राष्ट्रीय जनता दल भी अपने कुछ सीटों पर कैंडिडेट्स के संकट का समाधान कर लिया है। औरंगाबाद में अभय कुशवाहा और पूर्णिया में बीमा भारती इसका उदाहरण भी है।