Lok Sabha Election: जातियों की संख्या मांगने पर हटाये गये DSP, लेटर लीक होने पर चुनाव आयोग ने ले लिया एक्शन
चुनाव आयोग ने जातियों की जिलावार संख्या मांगने की लेटर लीक होने पर स्पेशल ब्रांच धनबाद के डीएसपी को हेडक्वार्टर बुला लिया गया है। डीएसपी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई होगी।
- स्पेशल ब्रांच धनबाद के डीएसपी हेडक्वार्टर बुलाये गये
रांची। चुनाव आयोग ने जातियों की जिलावार संख्या मांगने की लेटर लीक होने पर स्पेशल ब्रांच धनबाद के डीएसपी को हेडक्वार्टर बुला लिया गया है। डीएसपी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई होगी।
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वहीं, स्पेशल ब्रांच इस गोपनीय लेटर लीक होने के सभी बिंदुओं की छानबीन में जुट गई है। स्पेशल ब्रांच ने अपने सभी 24 जिलों के डीएसपी से लोकसभा चुनाव-2024 के आलोक में वर्तमान भौगोलिक स्थिति एवं राजनीतिक परिदृश्य तथा मतदाताओं का जिलावार जातिगत संख्या व परसेंटेज से संबंधित डिटेल मांगा था। तीन अप्रैल को यह पत्र सभी 24 जिलों के स्पेशल ब्रांच के डीएसपी को भेजा गया था। उन्हें इस पर जल्द रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था।
स्पेशल ब्रांच का लेटर लीक हो गया है। इस लेटर के लीक होने के मामले को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह का सर्वे कहीं से भी उचित नहीं है। ऐसे अफसर कार्रवाई के दायरे में आयेंगे।
स्पेशल ब्रांच का पारंपरिक कार्य: आइजी
स्पेशल ब्रांच के आइजी प्रभात कुमार का कहना है कि प्रत्येक चुनाव में मतदाताओं की जातिगत संख्या व प्रतिशत जुटाना विशेष शाखा का पारंपरिक कार्य है। यह गोपनीय होता है। स्पेशल ब्रांच हेडक्वार्टरअपने ही डीएसपी को गोपनीय लेटर भेजकर यह सूचना जुटाती है, जिसका एक बुकलेट तैयार होता है।यह बुकलेट गृह सचिव, डीजीपी, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी व डीआइजी को दिया जाता है, ताकि उक्त सूचना के आलोक में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर वे सुरक्षा संबंधित सभी उपाय कर सकें। यह कोई नया कार्य नहीं, संयुक्त बिहार के समय से अब तक सभी चुनावों में स्पेशल ब्रांच इसे करता रहा है।उन्हीं पत्रों के आधार पर अपने डीएसपी से गोपनीय रिपोर्ट के लिए लेटर जारी की गई थी। धनबाद में स्पेशल ब्रांच के उक्त डीएसपी ने इसपर खुद कार्य नहीं कर वहां के डीसी से ही सूचना मांग दी। यह स्पेशल ब्रांच की गोपनीयता भंग करना व अनुशासनहीनता है। यही वजह है कि डीएसपी पर कार्रवाई की जा रही है।