तेलंगाना में सरडेंर करने वाले नक्सली सुधाकरण व उसकी वाइफ पर एनआइए ने झारखंड में दर्ज की दूसरी एफआइआर
तेलंगाना में सरेंडर करने वाले एक करोड़ रुपये के इनामी भाकापा माओवादी सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकरण व 25 लाख रुपये के इनामी उसकी पत्नी नीलिमा के खिलाफ एनआइए ने झारखंड में दूसरी एफआइआर दर्ज की है। एनआइए की रांची ब्रांच में 19 अप्रैल 2021 को पति-पत्नी सहित 11 नेम्ड व 100-110 अननोन माओवादियों पर एफआइआर दर्ज की गई है।
- टेरर फंडिंग मामले में लातेहार गारू पुलिस स्टेशन वर्ष 2017 की दो सितंबर 2017 को दर्ज FIR को एनआइए ने टेकओवर किया
- एफआइार में एक करोड़ के इनामी सुधाकरण उसकी नक्सली पत्नी सहित 11 नेम्ड
रांची। तेलंगाना में सरेंडर करने वाले एक करोड़ रुपये के इनामी भाकापा माओवादी सेंट्रल कमेटी सदस्य सुधाकरण व 25 लाख रुपये के इनामी उसकी पत्नी नीलिमा के खिलाफ एनआइए ने झारखंड में दूसरी एफआइआर दर्ज की है। एनआइए की रांची ब्रांच में 19 अप्रैल 2021 को पति-पत्नी सहित 11 नेम्ड व 100-110 अननोन माओवादियों पर एफआइआर दर्ज की गई है।
सुधाकरण पर दर्ज यह दूसरा मामला है, जिसमें एनआइए ने एफआइआर दर्ज की है। इस केस के इन्विस्टेशन का जिम्मा एनआइए के डीएसपी अमरनाथ अगड़े को दी गई है। मामला टेरर फंडिंग से जुड़ा है। वर्ष 2017 की दो सितंबर को लातेहार के पुलिस स्टेशन में इससे संबंधित एफआइआर दर्ज की गई थी। इस केस को एनआइए ने टेकओवर किया है। एनआइए की दबिश बढ़ने पर सुधाकरण व उसकी पत्नी ने झारखंड छोड़ दिया था। दोनों वर्ष 2019 की 11 फरवरी 2019 को तेलंगाना पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
रांची के चुटिया पुलिस स्टेशन एरिया में स्टेशन रोड स्थित पटेल चौक के पास से र्ष 2017 की 30 अगस्त को एक करोड़ के इनामी नक्सली सुधाकरण के सहयोगी सत्यनारायण रेड्डी व सुधाकर के भाई बी. नारायण पकड़े गये थे। इनके पास से लेवी के 25 लाख रुपये कैश, आधा किलोग्राम सोना व नक्सली दस्तावेज आदि मिले थे। रुपये तेलंगाना ले जाये जा रहे थे। इस मामले में वर्ष 2017 की 31 अक्टूबर 2017 को ही एनआइए ने एफआइआर दर्ज की थी। अभी एनआइए इस केस का इन्विस्टिगेशन कर रही है।
गारू पुलिस स्टेशन के केस को टेकओवर किया
एनआाए को रांची के चुटिया पुलिस स्टेशन में दर्ज केस की जांच दौरान पता चला कि सुधाकरण का सहयोगी गुमला का ठेकेदार प्रभु साव है। वह केंदू पत्ता कारोबारियों, ठेकेदारों से लेवी वसूलकर सुधाकरण तक पहुंचाता है। वह सुधाकरण के भाई बी. नारायण व सहयोगी सत्यनारायण रेड्डी को रांची स्थित पटेल चौक पहुंचाकर लौट गया था। सत्यनारायण रेड्डी व बी. नारायण की अरेस्टिंग के बाद प्रभु साव का नाम आया था। इसके बाद एनआइए ने प्रभु साव को अरेस्ट किया था। प्रभु ने ही एनआइए को बताया था कि लातेहार के रूद पंचायत में सुधाकरण सहित 100-110 नक्सली जुटे हैं। वेबड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। प्रभु साव की निशानदेही पर ही रूप जंगल से लातेहार पुलिस व एनआइए ने मिलकर एसएलआर के 13 कारतूस व नक्सली साहित्य बरामद किया था। इस मामले में लातेहार के गारू पुलिस स्टेशन में वर्ष 2017 की दो सितंबर को एफआइआर दर्ज की गई थी। अब इस केस को एनआइए ने अब टेकओवर किया है और। इसी मामले में वर्ष 2021 की 19 अप्रैल को एनआइए की रांची ब्रांच में एफआइआर दर्ज की है। इस केस के अनुंसंधान की जिम्मेदारी एनआइए के डीएसपी अमरनाथ अगड़े को दी गई है।
एनआइए की एफआइआर में नेम्ड
प्रभु साव:ओराटोली, गोबरशैला, विशुनपुर, गुमला, झारखंड।
बलराम उरांव:रेहलदाग, लातेहार।
छोटू खेरवार उर्फ सुजीत: सिकिद, हेरहंज, लातेहार।
सुधाकरण उर्फ ओंगू सत्वाजी उर्फ बुरियार उर्फ किरण : सारंगपुर, अदिलाबाद, निर्मल, तेलंगाना।
नीलिमा उर्फ माधवी उर्फ बेदुगुला उर्फ अरुणा उर्फ जया उर्फ पद्मा उर्फ माधवाका:पति सुधाकरण, सारंगपुर, अदिलाबाद, निर्मल, तेलंगाना।
प्रदीप चेरो:बरियातू जागीर, लातेहार।
नीरज जी उर्फ संजय सिंह:अबून, पांकी, पलामू।
रवींद्र गंझू उर्फ सुरेश गंझू: बांझीटोला, चंदवा, लातेहार।
मृत्युंजय जी उर्फ फरेश भुइया उर्फ अवधेश जी:नावाडीह, चकलावा, छीपादोहर, लातेहार।
विश्राम उरांव:रुद, दलदलिया, गारू, लातेहार।
मनोज सिंह: सिसई रोड, गुमला।
अन्य 100-110 अननोन माओवादी।