रांची:एक करोड़ ठगी के आरोप निवेश पोद्दार को रिमांड ओर लेगी पुलिस, पुराने केस में होगी पूछताछ, इंटर स्टेट नेवटवर्क है नटवरलाल का
राजधानी रांची पुलिस ने एक करोड़ रुपये ठगी के आरोपित नटवरलाल निवेश कुमार उर्फ निलेस पोद्दार उर्फ प्रवीण पोद्दार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। निवेश को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट को अरजी देगी।
रांची। राजधानी रांची पुलिस ने एक करोड़ रुपये ठगी के आरोपित नटवरलाल निवेश कुमार उर्फ निलेस पोद्दार उर्फ प्रवीण पोद्दार को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। निवेश को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट को अरजी देगी।
उल्लेखनीय है कि ठग निवेश डीएसपी की वर्दी पहनकर घूमता था।उसका ठिकाना धनबाद में रहा है। यहीं उसका ससुराल है। वह डीएसपी बनकर बिहार के बेगूसराय में पुलिस बहाली का झांसा देकर दर्जनों लोगों से ठगी कर चुका है।बिहार में अपने दो बॉडीगार्ड के साथ डीएसपी की वर्दी पहन कर घूमता था।लग्जरी गाड़ी में हमेशा अपने साथ दो बॉडीगार्डों को रखता था।जहां भी वह रूकता था, वहां पर बॉडीगार्ड ही उसकी गाड़ी का दरवाजा खोलते थे।
रांची के अलग-अलग पुलिस स्टेशन में दर्ज मामलों की जांच में जुटी पुलिस
नटवरलाल निवेश किसी शिकार को लेकर अपनी लग्जरी गाड़ी व बॉडीगार्ड के साथ जब रांची प्रोजेक्ट भवन पहुंचता था तो तैनात गार्ड भी उसे सलामी ठोंकते थे। सलामी ठोकने के लिए गार्ड को मैनेज कर रखा था।सलामी ठोकने के एवज में गार्ड को पैसे भी दिया करता। ताकि उसके पास आने वालों को भरोसा हो जाए। यही तामझाम दिखाकर वह लोगों को ठगी का शिकार बनाता था। पुलिस को निवेश की सांठ-गांठ प्रोजेक्ट भवन के अफसरों से भी होने की जानकारी मिली है। प्रोजेक्ट भवन बुलाकर ही लोगों को वह अपना शिकार बनाता था।पुलिस ने निवेश को 30 लाख ठगी के मामले में जेल भेज दिया था। उसके खिलाफ एक और मामला सामने आया था, जो धुर्वा पुलिस स्टेशन में दर्ज है। पुलिस धुर्वा में दर्ज 70 लाख ठगी मामले पर उसे रिमांड में लेगी। इसके अलावा रांची के अलग-अलग पुलिस स्टेशन में दर्ज मामलों के बारे में भी पुलिस पूछताछ करेगी।
धुर्वा पुलिस 72 लाख ठगी मामले में नहीं की थी निवेश को अरेस्ट
धुर्वा पुलिस स्टेशन में पिछले 23 मार्च को निवेश कुमार के खिलाफ 72 लाख की ठगी का एफआइआर दर्ज हुआ था। वह धुर्वा के आदर्श नगर में ही रहता था। लेकिन धुर्वा पुलिस उसे अरेस्ट नहीं कर पाई थी। पटना निवासी संतोष कुमार ने 23 मार्च 2021 को निवेश कुमार उर्फ राजवीर उर्फ गौजी और जीतेंद्र कुमार उर्फ संजय के खिलाफ FIR दर्ज करायी थी। आरोप लगाया कि उसके अलावा विकास कुमार, रोशन कुमार, अविनाश कुमार, संजीत कुमार, विकास कुमार, बृज भूषण कुमार, अमित कुमार को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर निवेश और उसके साथियों ने वर्ष 2018 में पैसे लिये। इसी दौरान प्रोजेक्ट भवन ले जाकर फार्म भी भरवाया। वर्ष 2019 की अप्रैल तक सभी की ज्वाइनिंग हो जाने की बात कहा था। वर्ष 2021 की मार्च 2021 तक न तो नौकरी लगी और न ही निवेशन ने उनोलोंगों केपैसे ही वापस किए। इसके बाद उन्होंने धुर्वा पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज करायी थी।
खूंटी से भी पेट्रोल पंप और नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ लोगों से एक करोड़ से अधिक की ठगी
पिछले दिनों रांची पुलिस की गिरफ्त में आये निवेश कुमार उर्फ निवेश पोद्दार उर्फ प्रवीण पोद्दार ने खूंटी से भी पेट्रोल पंप और नौकरी दिलाने के नाम पर कुछ लोगों से एक करोड़ से अधिक राशि की ठगी की है। खूंटी में ठगी के मामले को लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व अंजाम दिया था, लेकिन अबतक किसी भी भुक्तभोगी ने पुलिस में नहीं कराया है। खूंटी के पांच लोगों से उसने पेट्रोल पंप दिलाने का झांसा देकर लगभग एक करोड़ की ठगी की है। इन पांच लोगों में तीन अंगराबाड़ी के और दो खूंटी के हैं। नौकरी दिलाने का झांसा देकर कुछ और लोगों को उसने लाखों का चूना लगाया है। पिछले वर्ष ठगी के शिकार हुए लोगों ने शहर के मेलाटांड़ में स्थित उक्त नटवरलाल की ससुराल में जब हंगामा मचाया था, तब ठगी का यह मामला सामने आया था। भुक्तभोगियों ने निवेश के ससुराल वालों पर पैसा वापस कराने का दबाव बनाया। इसपर ससुरालवालों के साथ उक्त नटवरलाल ने मामले को सुलझाने के लिए भुक्तभोगियों से बातचीत की।बातचीत के दौरान पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर जिन पांच लोगों से उसने मोटी रकम की ठगी की थी। उन पांचों ने मिलकर उसपर दबाव बढ़ाया, तो उक्त नटवरलाल ने अंगराबाड़ी स्थित 10 डिसमिल जमीन पर नवनिर्मित अपने दो मंजिला पक्के मकान को उनके नाम कर दिया। इस आलीशान मकान का निर्माण निवेश ने अपने सास के नाम पर खरीदी गई जमीन पर की थी। मकान देने के बाद निवेश ने बाकी राशि को भी देने का आश्वासन दिया था। खूंटी में उसकी ससुराल होने के कारण बगैर किसी जांच पड़ताल व इकरारनामा के लोगों ने उसे मोटी रकम दे दी।
बेगूसराय पुलिस ने भेजा था जेल
निवेश कुमार ने रांची के अलावा बिहार के बेगुसराय में भी लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। वह बेगुसराय में पुलिस की वर्दी पहनकर घुमता था। बेगुसराय के दर्जनों लोगों को दरोगा और डीएसपी बनाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। इस मामले में बेगुसराय पुलिस ने तीन साल पहले उसे अरेस्ट कर जेल भी भेजी थी। हालांकि रांची पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है।
धनबाद में भी आया था चर्चा में
निवेश की धनबाद तीन-चार साल पहले धनबाद में खुद को एसीबी डीएसपी बताकर एक सीओ से मोटी रकम ठगी किया था। एक किराये के फ्लैट में रहता था। बॉडीगार्ड के साथ घूमता था। मामले की कंपलेन पुलिस में हुई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी।