बिहार, बंगाल व झारखंड के माओवादियों के बीच संबंधों की जांच NIA करेगी
सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के माओवादियों के बीच के संबंधों की जांच एनआइए से कराने का निर्देश दिया है। एनआईए ने जांच शुरू कर दी है।
पटना। सेंट्रल होम मिनिस्टरी ने बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के माओवादियों के बीच के संबंधों की जांच एनआइए से कराने का निर्देश दिया है। एनआईए ने जांच शुरू कर दी है।
एनआईए ने पटना और जहानाबाद में नक्सलियों से बरामद आर्म्स और विस्फोटक बरामद किये जाने के मामले में एफआइआर दर्ज की है। मामले में जहानाबाद के नक्सली परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी, गया के गौतम कुमार व संजय सिंह और उमेश यादव उर्फ राधेश्याम सिंह को एक्युज्ड बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि मार्च, 2021 में बिहार में बिहार की राजधानी पटना के दानापुर और जहानाबाद के करौना क्षेत्र से डेटोनेटर, हथगोले, रॉकेट लॉन्चर मैप, सेफ्टी पिन, फ्यूज, कोडेक्स वायर समेत अन्य स्पेयर पार्ट्स की बड़ी खेप जब्त की गयी थी। इन सामानों की जब्ती बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रही हैं। बिहार एसटीएफ ने नक्सली परशुराम सिंह उर्फ नंदलाल जी और सहयोगी सिंह सिंह समेत पांच माओवादियों को जहानाबाद के बिस्तौल गांव से अरेस्ट किया था। बाद में परशुराम के दो बेटों राकेश सिंह और गौतम सिंह को मैकेनिक मोहम्मद बदरुद्दीन के साथ दबोचा गया था।
होम मिनिस्टरी के अनुसार अरेस्ट किये गये लोगों पर यूएपीए की सेक्शन के तहत मामला दर्ज किया गया है। इंटर स्टेट प्रभाव के कारण मामले की जांच की एनआईए द्वारा करायी जायेगी। मामले की जांच को लेकर एनआईए की टीम झारखंड और अन्य राज्यों का दौरा कर सकती है।