नई दिल्ली: 'कर्तव्य पथ' के नाम से जाना जायेगा राजपथ, पीएम नरेंद्र मोदी अगले आठ सितंबर को करेंगे उद्घाटन
सेंट्रल गवर्नमेंट ने राजपथ और राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर कर्तव्यपथ करने का फैसला किया है। एनडीएमसी ने राजपथ और सेंट्रल विस्टा के लॉन का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करने के लिए सात सितंबर को एक विशेष बैठक बुलाई है, जिसमें नये नाम पर औपचारिक मुहर लगेगी। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी अगले आठ सितंबर की शाम को इस क्षेत्र का उद्घाटन करेंगे।
- किंग्स-वे से राजपथ और अब कर्तव्य पथ
- इतिहास के पन्ने में दर्ज दिल्ली की ऐतिहासिक सड़कों की कहानी
इंडिया गेट के पास लगाई गई है नेताजी की प्रतिमा
सबसे पहले अलबुकर्क रोड का नाम बदला
राजधानी की रोड के नामों के बदलने के सिलसिले सबसे पहले अलबुकर्क रोड का नाम बदला गया था। महात्मा गांधी ने अपने जीवन के अंतिम समय अलबुकर्क रोड के बिड़ला हाउस में बिताये थे, इसलिए उनकी हत्या के तुरंत बाद इस रोड का नाम 30 जनवरी मार्ग कर दिया गया। आजादी के आठ साल बाद वर्ष 1955 में किंग्स-वे राजपथ और क्वींस-वे हो गया जनपथ। यार्क रोड जहां पंडित जवाहरलाल नेहरू को दो सितंबर, 1946 में देश में अंतरिम सरकार के गठन के समय रहने का लिए बंगला मिला था, उसका नाम बदलकर मोतीलाल नेहरू मार्ग हो गया। डॉ राजेंद्र प्रसाद क्वींस विक्टोरिया रोड के बंगले में रहते थे, इसलिए इस रोड का नाम उनके नाम पर पड़ गया। देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद का निवास किंग एडवर्ड रोड पर था तो उनकी मृत्यु के बाद इसका नाम बदलकर मौलाना आजाद रोड रख दिया गया।