नवादा में जहरीली शराब पीने से नौ लोगों की मौत की आशंका, शराब माफिया ने आनन-फानन में करा दिया बॉडी का अंतिम संस्कार
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौत की एक बड़ी घनवादा जिले में हुई है। टाउन पुलिस स्टेशन एरिया के चार अलग-अलग गांवों में कथित रूप से जहरीली शराब से नौ लोगों की मौत होने की सूचना है। एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है। जबकि एक दर्जन लोग बीमार हैं। सभी का इलाज पटना, नालंदा और नवादा के प्राइवेट हॉस्पीटल में चल रहा है।
- डीएम ने जहरीली शराब से मौत की आशंका को खारिज किया
- बकौल डीएम ने -तीन की मौत डायरिया से हुई, अन्य मृतक गंभीर बीमारी से थे पीडि़त
- परिजनों ने जहरीली शराब से ही मौत की बात कही
- एक दर्जन बीमार का अभी इलाजरत
नवादा। बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौत की एक बड़ी घनवादा जिले में हुई है। टाउन पुलिस स्टेशन एरिया के चार अलग-अलग गांवों में कथित रूप से जहरीली शराब से नौ लोगों की मौत होने की सूचना है। एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली गई है। जबकि एक दर्जन लोग बीमार हैं। सभी का इलाज पटना, नालंदा और नवादा के प्राइवेट हॉस्पीटल में चल रहा है।
नवादा डीएम जहरीली शराब से मौत या लोगों के बीमार होने की बात को खारिज किया है। हालांकि पीडि़तों के परिजन मौतों का कारण जहरीली शराब ही बता रहे हैं।डीएम यशपाल मीणा, एसपी धूरत सयाली साबला राम ने गोंदापुर गांव पहुंच कर मृतकों के परिजनों से बातचीत की। जांच टीम ने पीड़ित परिजनों का बयान लिया हैं। डीएम ने देर शाम कहा कि दो की आज मौत हुई है। कुछ लोगों की दो दिन पूर्व मौतें हुई हैं। तीन लोगों की मौत डायरिया से हुई। जबकि कुछ अन्य मृतक पूर्व से गंभीर बीमारी से पीडि़त थे। प्रारंभिक जांच में शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
मृतक और बीमार लोग
मृतकों में खरीदी बिगहा गांव के दिनेश सिंह उर्फ शक्ति, गांव में किराए के मकान में रहने वाले ओमप्रकाश उर्फ लोहा ठठेरा (मूल निवासी- तीन नंबर बस स्टैंड के समीप), प्रभाकर गुप्ता (मूल निवासी- पिथौरी, अकबरपुर), गोंदापुर का रामदेव यादव, अजय यादव, शैलेंद्र यादव उर्फ सालो और उसका भांजा, सिसवां गांव का गोपाल कुमार और बुधौल गांव का सोनू कुमार मिश्रा हैं। खरीदी बिगहा के चमारी चौधरी की आंखों की रोशनी चली गई है। बीमार लोगों में प्रमोद यादव, नंदू यादव, नीतीश कुमार, विपिन कुमार, आजाद कुमार आदि शामिल हैं।
शराब माफिया के भय से गांव में सन्नाटा
एक साथ नौ लोगों की मौत की घटना की जानकारी मिलते ही आनन-फानन में प्रशासनिक अफसरों का काफिला गांवों में पहुंचा।र पीडि़त परिवारों से घटना की जानकारी ली। अफसरों के पहुंचने से पूर्व सभी शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था। शराब माफिया के भय से मृतकों के परिजन खुलकर बोलने से परहेज कर रहे हैं।बीमारी को मौत की वजह बता रहे हैं। मृतक दिनेश, ओमप्रकाश, गोपाल के अलावा अंधेपन के शिकार हुए चमारी के परिजनों ने जहरीली शराब को ही वजह बताया है। दिनेश की पत्नी प्रियंका ने कहा कि शराब पीने से ही पति की मौत हुई है। उनकी पहले से तबीयत खराब नहीं थी। मृतक ओमप्रकाश की पत्नी ने भी यही बात कही है।
अंतिम संस्कार के बाद अफसरों की खुली नींद
कथित रूप से जहरीली शराब से नौ लोगों की मौत के बाद नवादा में शराबबंदी कानून की पोल खुल गई है। लापरवाही की हद रही कि एक-एक कर शव को जलवा दिया गया, लेकिन कोई भी अफसर समय से नहीं पहुंचा। अगर समय रहते अफसर गांव पहुंच जाते तो शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा सकता था। इससे मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी मिल सकती थी।
शराब पीने से हुई मौत
सभी मृतक नगर पुलिस स्टेशन एरिया के भदौनी पंचायत के रहने वाले हैं। मृतकों में शामिल खरीदी बीघा के दिनेश उर्फ शक्ति की पत्नी प्रियंका और बहन रेखा ने शराब पीने से मौत की बात कही है। प्रियंका ने बताया कि पति बीमार नहीं थे। उन्होंने शराब पी थी। इससे ही मौत हुई है। हालांकि जिले के डीएम और एसपी ने पहले घटना के प्रति अनभिज्ञता जाहिर की, फिर कहा कि जांच कराई जायेगी।
एक की आंख की रोशनी गयी
एसडीओ उमेश कुमार भारती और उत्पाद अधीक्षक अनिल कुमार आजाद ने गांव पहुंचकर मामले की जांच की। कहा जा रहा है कि खरीदी बीघा के चमारी चौधरी की आंख की रोशनी शराब पीने के कारण चली गई है। उसकी पुत्री ने बताया कि शराब पीने से ऐसा हुआ है।