निशिकांत दूबे का आरोप इस्लामीकरण की ओर बढ़ रहा झारखंड, स्टेट के 1800 स्कूलों में हो रही शुक्रवार को छुट्टी
झारखंड के विभिन्न जिलों के सैकड़ों स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश दिये जाने का मामला शुक्रवार को लोकसभा में गूंजा। गोड्डा एमपी सदस्य डाॅक्टर निशिकांत दुबे ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को इस्लामीकरण की राह दिखा रहा है।
- इन स्कूलों में रविवार को नहीं होती छुट्टी
रांची। झारखंड के विभिन्न जिलों के सैकड़ों स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश दिये जाने का मामला शुक्रवार को लोकसभा में गूंजा। गोड्डा एमपी सदस्य डाॅक्टर निशिकांत दुबे ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को इस्लामीकरण की राह दिखा रहा है।
झारखंड में राज्य सरकार के कारण हो रहे इस्लामीकरण व स्कूल में रविवार की जगह शुक्रवार को हो रहे अवकाश के मुद्दे को लोकसभा में उठाया pic.twitter.com/TjdYS6q8rS
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) August 5, 2022
NIA से की जांच की मांग
निशिकांत दूबे ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए कहा कि अचानक देखने में आया कि झारखंड में 1800 ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने अपने नाम में उर्दू शब्द लगा लिया है। इन स्कूलों में रविवार को छुट्टी नहीं होती है, बल्कि शुक्रवार को हो रही है। इस्लामीकरण को झारखंड उसे रास्ता दे रहा है। इसकी एनआईए से जांच कराई जाए। यह कड़ा संदेश जाना चाहिए। किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।'एमपी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के कारण स्कूलों और शिक्षा का इस्लामीकरण हो रहा है। उन्होंने सेंट्रल गवर्नमेंट से ऐसे स्कूलों की एनआइए से जांच कराने, उनमें फंडिंग रोकने की मांग की है, जिनमें नाम के साथ जबरन उर्दू शब्द जोड़ दिया गया है।अब वहां रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद कह रही कि राज्य के 18 सौ स्कूलों में रविवार को छुट्टी नहीं होती।
निशिकांत ने सदन में इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि झारखंड में एकतरफा यह कार्य हो रहा है। संताल परगना क्षेत्र का पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा और जामताड़ा जिला बांग्लादेश से नजदीक है, इसलिए यहां घुसपैठिये भी हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को वह लगातार उठाते भी रहे हैं। इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) से कराई जाए। यह संदेश देश में दे कि यहां एक विधान, एक निसान और एक संविधान के अलावा कुछ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
एमपी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के कारण स्कूलों और शिक्षा का इस्लामीकरण हो रहा है। उन्होंने सेंट्रल गवर्नमेंट से ऐसे स्कूलों की एनआइए से जांच कराने, उनमें फंडिंग रोकने की मांग की है, जिनमें नाम के साथ जबरन उर्दू शब्द जोड़ दिया गया है। अब वहां रविवार की जगह शुक्रवार को छुट्टी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद कह रही कि राज्य के 18 सौ स्कूलों में रविवार को छुट्टी नहीं होती।
निशिकांत ने सदन में इस ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि झारखंड में एकतरफा यह कार्य हो रहा है। संताल परगना क्षेत्र का पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा और जामताड़ा जिला बांग्लादेश से नजदीक है, इसलिए यहां घुसपैठिये भी हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को वह लगातार उठाते भी रहे हैं। झारखंड के 1800 स्कूल, जो सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित हैं, वहां स्कूल के नाम के साथ उर्दू जोड़ दिया गया। रविवार की जगह शुक्रवार को अवकाश दे दिया जा रहा है। यह किसी और की नहीं, बल्कि राज्य सरकार ने जो कमेटी बनाई है, उसकी रिपोर्ट है। राज्य के कुछ जिलों में जनसंख्या का संतुलन बदल गया है। बांग्लादेश निकट है और इसलिए ऐसा हो रहा है।'
एमपी खुद ने ट्वीट कर दी जानकारी
एमपी डॉक्टर निशिकांत दुबे ने सदन में उठाये गये इस मुद्दे की वीडियो क्लिपिंग अपने ट्विटर अकाउंट पर भी अपलोड की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि झारखंड में राज्य सरकार के कारण हो रहे इस्लामीकरण व स्कूल में रविवार की जगह शुक्रवार को हो रहे अवकाश के मुद्दे को लोकसभा में उठाया।