मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल की ओटी और दवा स्टोर सील, सेंट्रल ने आंख की रोशनी गायब मामले की मांगी रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लापवाही ने दर्जनों लोगों के आंख की रौशनी छीन ली है। 15 लोगों के बह चुके आंख को निकालना प़ड़ा है। जिला प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए आई हॉस्पीटल को सील कर दिया है। ऑपरेशन थियेटर (ओटी) और दवा स्टोर को भी सील कर दिया है।
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लापवाही ने दर्जनों लोगों के आंख की रौशनी छीन ली है। 15 लोगों के बह चुके आंख को निकालना प़ड़ा है। जिला प्रशासन ने मामले में कार्रवाई करते हुए आई हॉस्पीटल को सील कर दिया है। ऑपरेशन थियेटर (ओटी) और दवा स्टोर को भी सील कर दिया है।
मोतियाबिंद के ऑपरेशन कराने वाले तीन अन्य पेसेंट को पटना के आइजीआईएमएस हॉस्पीटल भेज दिया गया है। हॉस्पीटल की लापरवाही के कारण आंख गंवाने के मामले में सेंट्रल गवर्नमेंट ने स्टेट गवर्नमेंट से रिपोर्ट मांगी है। सेंट्रल हेल्थ मिनिस्टरी ने हेल्थ डिपार्टमेंट को यह बताने को कहा है कि यह घटना कैसे हुई, इसमे कितने पीड़ित हुए हैं। स्टेट गवर्नमेंट ने उनके इलाज के लिए क्या कर रही है।
सेंट्रल को रिपोर्ट देने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की एक टीम ने मुजफ्फरपुर जाकर आइ हॉस्पीटल का निरीक्षण किया। एसकेएमसीएच में एडमिट पेसेंट से बातचीत की। हॉस्पीटल से लिये गये सैंपलो की जांच रिपोर्ट अब तक नही मिली है। कहा जा रहा हैहै कि सरकार को सोमवार या मंगलवार को पूरी रिपोर्ट भेज दी जायेगी।
वहीं आंख के ऑपरेशन के बाद आंख गंवाने वाले 15 पेसेंट को स्टेट गवर्नमेंट आर्थिक सहायता दे सकती है। बेहतर इलाज के लिए बाहर भी भेजा जा सकता है। हालांकि, अब तक इसकी ऑफिसियल घोषणा नही की गयी है।उल्लेखनीय है कि 22 नवम्बर को इस आई ह़ॉस्पीटल में एक डॉक्टर ने कुछ घंटों में 65 पेसेंट का मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया था। उनमें से 24 एक आंख से अंधे हो गये और 15 की आँख निकालनी पड़ी।