Olympics 2024, Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा ने भारत को दिलाया पहला सिल्वर मेडल, रचा इतिहास
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत की झोली में पहला सिल्वर मेडल डाला है। नीरज गुरुवार रात को खेले गये जेवेलिन थ्रो के फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे। पेरिस ओलंपिक में भारत के कुल पांच मेडल हो गये हैं। भारत ने तीन कांस्य पदक शूटिंग में, हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल और ट्रैक एंड फील्ड मेंसिल्वर मेडल अपने नाम किया है
- नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में जीता था सिल्वर
- दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले बने चौथे भारतीय
नई दिल्ली। नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक-2024 में भारत की झोली में पहला सिल्वर मेडल डाला है। नीरज गुरुवार रात को खेले गये जेवेलिन थ्रो के फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे। पेरिस ओलंपिक में भारत के कुल पांच मेडल हो गये हैं। भारत ने तीन कांस्य पदक शूटिंग में, हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल और ट्रैक एंड फील्ड मेंसिल्वर मेडल अपने नाम किया है।
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भारत के भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पुरुष भाला फेंक फाइनल में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। उन्होंने 89.45 मीटर का थ्रो करके मेडल जीता। नीरज चोपड़ा स्वतंत्रता के बाद दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतनेवालेचौथेभारतीय खिलाड़ी बन गये हैं। स्वतंत्रता के बाद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (एक रजत और एक कांस्य), पहलवान सुशील कुमार (एक रजत और एक कांस्य) और निशानेबाज मनुभाकर (दो कांस्य) ही भारत के लिए दो ओलंपिक पदक जीत पाये हैं।
नीरज ने रच दिया इतिहास
नीरज निश्चित तौर पर गोल्ड मेडल नहीं जीत सके लेकिन वह फिर भी अपना नाम इतिहास में दर्ज कराने में सफल रहे। नीरज आजादी के बाद ट्रेक एंड फील्ड में दो ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गये हैं। वहीं वह इंडीविजुअल इवेंट में भारत के लिए चौथा सिल्वर जीतने वाले खिलाड़ी भी बन गये हैं।पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो फेंक गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। नदीम ने ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड पर कब्जा किया। नीरज ने 89.45 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक-2020 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इस बार भी उनसे गोल्ड की उम्मीद थी, वह इस उम्मीद को पूरा नहीं कर पाये। नीरज से पूरे देश को उम्मीद थी कि वह पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाएंगे, लेकिन पूरी कोशिश करने के बाद भी वह इसमें नाकाम रहे।
खराब शुरुआत के बाद वापसी
नीरज ने ये मेडल तब जीता जब उनका पहला प्रयास फेल रहा था। वह पहले प्रयास में फाउल कर बैठे थे। इस बीच नदीम ने दमदार थ्रो फेंक पहला स्थान हासिल कर लिया। नीरज ने दूसरे प्रयास में 89.45 का थ्रो फेंका और दूसरे स्थान पर आ गये। नीरज पर नदीम का थ्रो से आगे निकलने का दबाव और हड़बड़ाहाट साफ दिख रही थी। इसी कारण वह फाउल पर फाउल करते चले गये।नरीज के सिर्फ दो ही प्रयास सफल रहे। बाकी चार में वह फाउल कर बैठे। ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स 88.54 के थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे और ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहे।
ग्रेनाडा के पुरुष भाला फेंक फाइनल में हाई स्कोरिंग स्कोर देखनेको मिला है। पहले राउंडर में लगभग आठ से ज्यादा एथलीट ने 86 मीटर के ऊपर का थ्रो किया। नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर फेंका। उनके पांचों प्रयास फाउल रहे। भारत के नीरज चोपड़ा नेकरीब दो बार अपने खुद के थ्रो को फाउल किया। क्योंकि वह थ्रो से संतुष्ट नहीं थे। पांचवें थ्रो में वह फिर अपने आपको संभाल नहीं सके और लाइन से बाहर चले गये। वहीं नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92.97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91.79 मीटर का लगाया। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है।