झारखंड में ऑपरेशन लोटस शुरु… CM हेमंत की भाभी सीता सोरेन पर साजिश का आरोप, BJP से डील
झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश शुरु हो गयी है। बीजेपी की ओर से ऑपरेशन लोटस चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन की भाभी व जामा की JMM MLA सीता सोरेन पर सरकार गिराने की साजिश रचने के संगीन आरोप लगा है। इस बीच झारखंड सीता सोरेन ने शुक्रवार दोपहर दो बजे अपनी बेटी जयश्री सोरेन के साथ गवर्नर रमेश बैस से मुलाकात की। इसके साथ ही झारखंड का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है।
- गवर्नर से मिली जेएमएम एमएलए सीता सोरेन
- राजनीतिक गलियारे में अटकलें तेज
रांची। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश शुरु हो गयी है। बीजेपी की ओर से ऑपरेशन लोटस चल रहा है। सीएम हेमंत सोरेन की भाभी व जामा की JMM MLA सीता सोरेन पर सरकार गिराने की साजिश रचने के संगीन आरोप लगा है। इस बीच झारखंड सीता सोरेन ने शुक्रवार दोपहर दो बजे अपनी बेटी जयश्री सोरेन के साथ गवर्नर रमेश बैस से मुलाकात की। इसके साथ ही झारखंड का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है।
सरकार को लेकर सियासी गलियारे में अटकलें तेज हो गई हैं। आरोप है कि बीजेपी के साथ मिलकर सीता सोरेन हेमंत सरकार को गिराने की कोशिश कर रही हैं। इसके लिए झामुमो के कई MLA से संपर्क किया गया है। हालांकि, सीता सोरेन ने कहा है कि स्टेट में हो रहे इलिगल माइनिंग और भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत करने को गवर्नर से मुलाकात कर रही हैं। जबकि सियासी गलियारे में इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
बेटी संग गवर्नर से मिली सीता
राजभवन से लौटने के बाद जेएमएम MLA सीता सोरेन ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन की सरकार में राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ सरकार कार्रवाई नहीं करती। चार्टर्ड प्लेन से जेएमएम एमएलए दिल्ली गये दिल्ली जा रहे हैं। सीता ने मीडिया से बात करते हुए इस बात से इन्कार किया कि वे हेमंत सरकार को गिराने की नीयत से बीजेपी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि वह अपने ससुर दिशोम गुरु शिबू सोरेन और अपने दिवंगत पति दुर्गा सोरेन के पदचिह्न पर चल रहीं हैं। सीता सोरेन ने दिल्ली चार्टर्ड प्लेन से जाने वाले जेएमएम एमएलए का नाम बताने से इन्कार कर दिया। ऐसे में माना जा रहा है कि समय आने पर वे अपने पत्ते खोलेंगी। इस बयान के जरिये फिलहाल वे सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही है।
जो लोग उनपर आरोप लगा रहे हैंवे खुद दुध के धुले नहीं
सीता सोरेन ने हेमंत सरकार को गिराने की साजिश रचने के संगीन आरोप पर अपनी सफाई में कहा कि जो लोग उनपर आरोप लगा रहे हैं वे खुद ही दूध के धुले नहीं हैं। रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल की ओर से प्रलोभन देने की जानकारी उन्हें नहीं है। उल्लेखनीय है कि सीता सोरेन ने हाल में ही अपनी दोनों बेटियों को आगे कर दुर्गा सोरेन सेना का गठन किया है। हेमंत सोरेन के बड़े भाई दुर्गा सोरेन की वाइफ हैं।
सवाल हमसे नहीं, उनसे पूछे जो चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे
सीता सोरेन ने कहा है कि मैं बीजेपी के संपर्क में नहीं हूं। सवाल पार्टी के उन विधायकों से पूछे, जो चाटर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे। हालांकि पत्रकारों द्वारा बार-बार पूछने पर भी उन्होंने उन एमएलए का नाम नहीं बताया, जो चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप सब भी पता लगा सकते हैं। यह छिपने वाली बात नहीं है। सीता सोरेन शुक्रवार को गवर्नर रमेश बैस से राजभवन में मिलने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थी।
.जमीन की लूट नहीं रोक रही है सरकार
सीता सोरेन ने कहा झाऱखंड विधानसभा के बजट सत्र में मैंने कई बार जमीन की चल रही लूट को लेकर सरकार से सवाल पूछा। कई बार मैंने सरकार को इस बारे में जानकारी दी। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे निराशा होकर आज मैं गवनज्ञर रमेश बैस से मिली। उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी हूं। मीडिया से बात करते हुए सीता सोरेन ने कहा कि झारखंड में चारो तरफ जमीन की लूट मची हुई है। उन्होंने कई बार विधानसभा में ध्यानाकर्षण काल में यह सवाल पूछा. पर, कोई सकारात्मक जवाब तक नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आज अगर जांच करने निकलेंगे, तो संथाल से बहरागोडा तक जमीन लूट का पता चलेगा।
शिवपुर रेलवे साइडिंग में RKTC – BLA कंपनी ने 1.5 किमी वन भूमि का अतिक्रमण किया
उन्होंने कहा कि सीसीएल के आम्रपाली परियोजना के तहत शिवपुर रेलवे साइडिंग में RKTC – BLA कंपनी ने 1.5 किमी वन भूमि का अतिक्रमण किया है। उन्होंने इसकी जानकारी सरकार को दी, पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अपने ऊपर सरकार को अस्थिर करने की साजिश में शामिल होने के आरोपों के बाबत पूछे जाने पर सीता सोरेन ने कहा कि यह जवाब तो सरकार से पूछना चाहिए कि किसी ने उनके खिलाफ पत्र लिखा है, या नहीं। उन्होंने कहा कि सवाल तो उन जेएमएम MLA से पूछना चाहिए, जो बीते दिनों एक चाटर्ड प्लेन से दिल्ली गये थे। सोरेन का कहना है कि पार्टी के जिन एमएलए ने उनकी शिकायत की है, वे दूध के धुले नहीं हैं। अपनी गलती छिपाने के लिए इन्होंने पार्टी को लिखकर दिया है ताकि सीएम की नजर में अच्छा बने रहें। हम सही बात कर रहे हैं, सरकार को आइना दिखा रहे हैं। मेरी बातों को दबाने की साजिश चल रही है। रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल का मेरे आवास से फोन करने की बात गलत है।
संकट में हेमंत सरकार
झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के आधा दर्जन MLA ने केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष सह सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि एमएलए सीता सोरेन सरकार को अस्थिर करने की साजिश में जुटी हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा का निष्कासित कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल और उसका करीबी अशोक अग्रवाल सरकार को अस्थिर करने की योजना का मास्टर माइंड है। केजरीवाल और अग्रवाल मिलकर बारी-बारी से जामा से झामुमो की एमएलए सीता सोरेन के आवास पर पार्टी के एमएलए को फोन कर मिलने के लिए बुलाता है। केजरीवाल के साथ उसका करीबी अशोक अग्रवाल भी रहता है। दोनों झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों को पाला बदलकर बीजेपी का साथ देने का दबाव बना रहे हैं। दोनों सरकार अस्थिर होने के बाद नई सरकार बनने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के एमएलएम को मिनिस्टर का पद देने का भी प्रलोभन दे रहे हैं।
JMM एमएलए आरोप पर
एमएलए की ताजा शिकायतों पर झारखंड मुक्ति मोर्चा का शीर्ष नेतृत्व सतर्क हो गया है। मोर्चा के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक लिखित शिकायत के अलावा लगभग आधा दर्जन विधायकों ने इस साजिश की जानकारी मौखिक तौर पर शीर्ष नेतृत्व को दी है। यह भी बताया है कि इस मुहिम में लोबिन हेम्ब्रम का भी साथ मिल रहा है। सीता सोरेन जामा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं, जबकि लोबिन हेम्ब्रम बोरियो के विधायक हैं। दोनों विभिन्न मौके पर खुलकर सरकार की नीतियों के खिलाफ बोलते हैं।
विधानसभा के बजट सत्र में सीता सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम ने अपनी ही सरकार के खिलाफ विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना तक दिया। सीता सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन के पुत्र दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं। उन्होंने अपनी दो पुत्रियों को आगे कर एक समानांतर संगठन दुर्गा सोरेन सेना खड़ा किया है। जबकि लोबिन हेम्ब्रम लगातार सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं। उन्होंने सरकार के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है। झामुमो के एमएलए ने पत्र में उल्लेख किया है कि अपने दल के इन विधायकों के रवैये से काफी व्यथित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया है कि सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
पहले भी आ चुका है रवि केजरीवाल और अशोक अग्रवाल का नाम
झारखंड मुक्ति मोर्चा से निष्कासित रवि केजरीवाल और उसके करीबी अशोक अग्रवाल का नाम पूर्व में भी सरकार को अस्थिर करने की साजिश में आ चुका है। दोनों के खिलाफ एमएलए रामदास सोरेन ने रांची के जगन्नाथपुर थाने में मामला दर्ज कराया था। सोरेन ने शिकायत की थी कि केजरीवाल और अग्रवाल मिलकर सरकार गिराने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने इसके लिए प्रलोभन दिया गया। दोनों ने नई सरकार बनने पर मंत्री पद के साथ-साथ पैसे का लालच दिया। इसकी जांच चल रही है। कोर्ट से इस मामले में केजरीवाल को जमानत मिल चुका है। केजरीवाल को संगठन विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण झामुमो से निकाला गया था।