अयोध्या पर पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक, क्या हों खूबियां, श्रीराम की नगरी के विकास कार्यों में जन भागीदारी का आह्वान
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अयोध्या विकास योजना पर समीक्षा बैठक की। पीएम ने कहा कि राम की इस नगरी को आध्यात्मिक और वैश्विक पर्यटन केंद्र के साथ ही एक टिकाऊ स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करना है। अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए।
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अयोध्या विकास योजना पर समीक्षा बैठक की। पीएम ने कहा कि राम की इस नगरी को आध्यात्मिक और वैश्विक पर्यटन केंद्र के साथ ही एक टिकाऊ स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करना है। अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए।
सोर्सेज कहना है कि बैठक में अयोध्या के नये मास्टर प्लान पर भी चर्चा हुई। पीएम मोदी अयोध्या में अब तक हुए विकास कार्यों की समीक्षा की। पीएम ने अयोध्या को हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में उकेरा हुआ शहर बताया। उन्होंने कहा कि बेहतरीन परंपराओं और सर्वोत्तम विकास परिवर्तनों को प्रकट करना चाहिए। इसके मानव लोकाचार को भविष्य के बुनियादी ढांचे से मेल खाना चाहिए।ये सभी के लिए फायदेमंद है।
बताया जाता है कि कि बैठक के दौरान पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि अयोध्या को प्रगति की इस अगली छलांग की ओर ले जाने की गति लेकिन अभी से शुरू करें। अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने और अभिनव तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को जीवित रखने का हमारा सामूहिक प्रयास है।उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जन भागीदारी की भावना से निर्देशित किया जाना चाहिए। उन्होंने इस विकास में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का आह्वान किया।
पीएम ने कहा कि अयोध्या के मानवीय लोकाचार भविष्य के बुनियादी ढांचों से मिलते जुलते होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने, नवीन तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की अपील की।पीएमओ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में अयोध्या के विकास से जुड़ी परियोजना के विभन्न पहलुओं पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की ओर से एक प्रस्तुती दी गई।बयान में कहा गया कि अयोध्या के विकास की कल्पना में एक अध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और टिकाऊ स्मार्ट सिटी विकसित करना है। बैठक में प्रधानमंत्री को अयोध्या के संपर्क को बेहतर करने से संबंधित ढांचागत विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराया गया। इस दौरान हवाई अड्डे के विकास से जुड़ी परियोजनाओं, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, सड़कों और राजमार्गों के विकास से संबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई।
बयान में कहा गया बैठक के दौरान एक हरित उपनगर बसाने को लेकर भी चर्चा की गई ताकि यहां दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम, होटल और विभिन्न राज्यों के भवनों की सुविधा उपलब्ध हो। एक आधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र और वैश्विक स्तर का एक संग्रहालय बनाए जाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में 13 अन्य लोग भी शामिल हुए। सीएम योगी लखनऊ स्थिति अपने आवास से वर्चुअल माध्यम से जुड़े। दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन,अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी इस बैठक में उपस्थित थे।
अयोध्या में 400 करोड़ की लागत से बनेगा बस स्टैंड
यूपी गवर्नमेंट की हाल की कैबिनेट की बैठक में कुल आठ प्रस्तावों पर मुहर लगी थी, जिसमें अयोध्या में 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड के निर्माण कार्य को मंजूरी मिली थी। अयोध्या में पीपीपी मोड पर 400 करोड़ की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया जाएगा। इंटर स्टेट टर्मिनल इस बस स्टैंड पर आने वाले लोगों को जाम से बचाने के लिए एक करीब डेढ़ किलोमीटर का फ्लाईओवर भी बनेगा। अयोध्या में सुल्तानपुर मार्ग नये एयरपोर्ट को जोड़ता है। इस पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए यहां फोर लेन फ्लाईओवर को भी मंजूरी मिली है।