पलामू: SI लालजी यादव सुसाइड मामला: परिजनों ने SP, DTO व DSP पर लगाया प्रताड़ना का आरोप , CBI जांच की मांग

पलामू जिला के नावा बाजार के सस्पेंड थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर लालजी यादव सुसाइड मामले में परिजनों ने SP, DTO, व DSP पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। एसआइ की मौत के खिलाफ जारी एनएच 98 जाम मंगलवार की रात 12.45 बजे खत्म हुआ। लगभग 16 घंटे बाद मेदिनीनगर -औरंगाबाद मेन रोड पर वाहनों का परिचालन शुरू हुआ।

पलामू: SI लालजी यादव सुसाइड मामला: परिजनों ने SP, DTO व DSP पर लगाया प्रताड़ना का आरोप , CBI जांच की मांग
  • 15 घंटे तक जाम रहा NH

पलामू। पलामू जिला के नावा बाजार के सस्पेंड थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर लालजी यादव सुसाइड मामले में परिजनों ने SP, DTO, व DSP पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। एसआइ की मौत के खिलाफ जारी एनएच 98 जाम मंगलवार की रात 12.45 बजे खत्म हुआ। लगभग 16 घंटे बाद मेदिनीनगर -औरंगाबाद मेन रोड पर वाहनों का परिचालन शुरू हुआ। पलामू के इतिहास में यह सबसे लंबे समय तक किया गया रोड जाम है।

मामले की जांच सीबीआई से कराई जाने का आश्वासन

जाम के का्रण रोड के दोनों और 15 -15 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। रोड जाम कर रहे ग्रामीण सस्पेंड थाना प्रभारी लालजी यादव सुसाइड मामले की सीबीआई जांच कराने, पलामू एसपी, डीटी  व विश्रामपुर डीएसपी को सस्पेंड करने की मांग कर रहे थे। पलामू डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने रात 12:40 बजे सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों को मामले में समुचत कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जायेगी ।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम
एसआइ लालजी यादव की बॉडी का बुधवार की सुबह मेदिनीनगर के एमआर एमसीएच में मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद बॉडी पुलिस लाइन में ले जाया गया। शोक सलामी के बाद पार्थिव शरीर को उनके गांव साहिबगंज भिजवाया गया। इससे पहले लालजी यादव के परिजन लालजी यादव की पत्नी पूजा देवी, मां महेश्वरी देवी, पिता राम अयोध्या यादव, भाई संजीव यादव ,ससुर गोवर्धन यादव सहित मामा, सास, बहन, बहनोई  मंगलवार की रात लगभग 11 बजे साहेबगंज से नावा बाजार थाना पहुंचे। पुलिस स्टेशन पहुंचते ही लालजी यादव के मां, पिता, सास-ससुर, भाई, पत्नी सहित अन्य परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे। 
परिजन लगभग दो घंटे तक नाबाजार पुलिस स्टेशन उठने नहीं दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि एसपी, डीटीओ व डीएसपी द्वारा लालजी को प्रताड़ित किया जा रहा था। पलामू रेंज के डीआईजी राजकुमार लाकड़ा ने परिजनों को आश्वस्त किया कि उनके आरोपों के अनुसार मामले में जांच की जायेगी। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके बाद परिजन शांत हुए।परिजन लालजी यादव के बेडरूम में भी गये, जहां उनका बॉडी फंदे से लटका हुआ था।वाइफ के अलावा पिता, भाई ने कमरे में एक-एक सामान को देखा। मौके पर वीडियोग्राफी भी कराई गई। रात के लगभघ के बजे मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बॉडी पोस्टमार्टम के लिए मेदनीनगर भेजा गया।

परिजनों ने लगाया साजिश कर मर्डर का आरोप
परिजनों ने साजिश के तहत लालजी की मर्डर किये जाने का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि एक साजिश के तहत लालजी यादव को गलत कार्य नहीं करने पर पहले प्रताड़ित किया गया और फिर उनकी मर्डर कर दी गई। लालजी यादव के छोटे भाई संजीव कुमार यादव ने मामले में एफआइआर दर्ज के लिए पलामू डीआईजी को लिखित आवेदन दिया है। आवेदन में लालजी यादव की मर्डर का आरोप लगाया गया है। इसमें पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा, डीटीओ अनवर हुसैन, बिश्रामपुर के एसडीपीओ सुरजीत कुमार सहित अन्य लोग दोषी हैं.

 परिजनों का आरोप प्रताड़ित करते थे  एसपी,डीटीओ 
लालजी यादव के पिता राम अयोध्या यादव का कहना है कि उनका बेटा सुसाइड नहीं कर सकता। परिजनों ने पलामू एसपी चंदन सिन्हा, पलामू डीटीओ अनवर हुसैन एवं विश्रामपुर एसडीपीओ सुरजीत कुमार पर लालजी यादव को  प्रताड़ित करते रहने  का आरोप लगाया है। पिता राम अयोध्या यादव  ने आरोप लगाया कि  साजिश के तहत मर्डर को सुसाइड बताया  जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच सीबीआई द्वारा होनी चाहिए।

लालजी यादव ने सोमवार की रात कर ली थी सुसाइड
नावा बाजार के सस्पेंड थाना प्रभारी लालजी यादव ने सोमवार की रात अपने कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर ली थी। लालजी यादव को डीटीओ से दुर्व्यवहार के आरोप में पांचजनवरी को एसपी ने सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद लालजी लालजी यादव एसपी से अनुमति लेकर रांची के बुढ़मू पुलिस स्टेशन में मलखाना का चार्ज देने गये थे। मालाखाना प्रभार देकर 10 जनवरी को लौटे थे। बुढ़मू पुलिस स्टेशन में मलखाना के कुछ सामान मिसिंग होने और सस्पेंड को लेकर टेंशन में लालजी द्वारा सुसाइड कर लेने की चर्चा है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि एसआइ लाल जी यादव ने सुसाइड क्यों की?