लखीमपुर पहुंचे राहुल-प्रियंका, मारे गये किसान के परिवार से की मुलाकात, लवप्रीत के माता-पिता को सीने से लगाया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बुधवार की शाम लखीमपुर खीरी पहुंच मारे किसान परिवार के मुलाकात की। दोनों भाई बहन मौत शिकार पत्रकार के परिजनों से भी मिले। पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
- पीड़ितों को हर संभव मदद का दिया भरोसा
लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बुधवार की शाम लखीमपुर खीरी पहुंच मारे किसान परिवार के मुलाकात की। दोनों भाई बहन मौत शिकार पत्रकार के परिजनों से भी मिले। पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
राहुल व प्रियंका सबसे पहले पलिया पहुंचे और बवाल में मारे गए किसान लवप्रीत के परिवार वालों से मुलाकात की। पलिया के चौखड़ा फार्म स्थित घर पर दोनों नेताओं ने लवप्रीत के परिजनों से बातचीत की। उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया। राहुल-प्रियंका ने लवप्रीत के मां-पिता व दोनों बहनों से मिले और दुःख सांझा किया। उन्होंने न्याय के संघर्ष में परिवार का साथ निभाने का भरोसा भी दिलाया। दोनों ने लवप्रीत के माता-पिता को देखकर अपने सीने से लगा लिया।
राहुल-प्रियंका लवप्रीत के घर पर बीस मिनट तक रुकने के बाद बवाल में मारे गये पत्रकार रमन कश्यप (30) के निघासन स्थित घर पहुंचे। उनके परिवार वालों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इन परिवारों को न्याय मिलना चाहिए। कांग्रेस नेता इसके बाद धौरहरा के गांव रमनदीन पुरवा के शहीद किसान नक्षत्र सिंह (65) के घर गयेए। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता कल बहाराइच पहुंच दलजीत और गुरविंदर के परिवार से मिलेंगे। राहुल और प्रियंका के साथ पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, एमपी दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला समेत अन्य भी मौजूद थे।
प्रियंका ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमारा संघर्ष इन किसानों के संघर्ष के आगे कुछ भी नहीं है। पीड़ित परिवार को इंसाफ मिलना चाहिए। प्रशासन को जल्द से जल्द केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करना चाहिए।
राहुल सीतापुर से प्रियंका को लेकर लखीमपुर पहुंचे
इससे पहले राहुल लखनऊ से निकलने के बाद सीधे सीतापुर गेस्ट हाउस पहुंचकर प्रियंका गांधी से मिले। वे यहां लगभगआधे घंटे रुके। इसके बाद दोनों भाई-बहन किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए रवाना हुए थे। समाजवादी के प्रसिडेंटमुख अखिलेश यादव और बीएशपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र भी गुरुवार को लखीमपुर जायेंगे।
मुरादाबाद में सचिन पायलट अरेस्ट
राजस्थन के एक्स डिप्टी सीएम सचिव पायलट व कांग्रेस लीडर प्रमोद कृष्णम को मुरादाबाद में अरेस्ट कर लिया गया। दोनों सर्किट हाउस में पुलिस कस्टडी में रखा गया। दोनों नेता सड़क के रास्ते लखीमपुर जाने की कोशिश कर रहे थे। ये सुबह ही दिल्ली के रास्ते गाजीपुर बॉर्डर होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश किये थे।
लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे राहुल
नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचे राहुल गांधी एयरपोर्ट पर कुछ देर धरने पर बैठने के बाद एयरपोर्ट टर्मिनल से बाहर निकले। प्रशासन ने उनकी मांग को मान लिया। उनके साथ पंजाब और छत्तीसगढ़ के सीएम. केसी वेणुगोपाल व रणदीप सिंह सुरजेवाला भी बाहर निकले। वह अपनी गाड़ी से सीतापुर के लिए रवाना हो गए हैं। सीतापुर से प्रियंका गांधी को साथ लेकर वह लखीमपुर-खीरी रवाना हुए।
लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे नाराज राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षाकर्मी मुझे एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। राहुल ने कहा कि निर्दोष किसानों को गाड़ियों से रौंदने वाले अपराधी आजाद घूम रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। हम लोगों को लखीमपुर खीरी जाने से रोका जा रहा है। क्या यही है उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति? राहुल का कहना है कि वे अपनी गाड़ी से लखीमपुर खीरी जायेंगे। जबकि, प्रशासन का तर्क है कि सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए ऐसा संभव नहीं है। लखनऊ एयरपोर्ट पर राहुल गांधी अपनी गाड़ी से लखीमपुर जाने की जिद पर अड़ गये। उन्होंने कहा कि मुझे क्या पता कि प्रशासन अपनी गाड़ी से कहां ले जाए। उनके साथ आए दोनों सीएम भी एयरपोर्ट लाउंज में विरोध स्वरूप बैठे।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लगभग 60 घंटे की कस्टडी के बाद सीतापुर पुलिस रिहा कर दिया।है। वह रविवार देर रात से पीएससी गेटस हाउस में कस्टडी में थी। इसके बाद प्रियंका वाड्रा अपने बाई राहुल गांधी के साथ लखीमपुर खीरी रवाना हो गयी।
माहौल बिगाड़ने के लिए अनुमति नहीं दी जायेगी
सिद्धार्थनाथ सिंह ने राहुल गांधी के लखनऊ दौरे को लेकर कहा कि लखीमपुर खीरा आपको जाना है तो कुछ दिन बाद चले जाइयेगा। आप दुखी परिवारों से मिलें, इसमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन माहौल बिगाड़ने के लिए अनुमति नहीं दी जायेगी। हम चीजों को नियंत्रण में रखने के लिए काम कर रहे हैं। जल्द ही राजनीतिक नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति देंगे, लेकिन फिलहाल जो जरूरी है वही किया जा रहा है। योगी सरकार दोषियों को गिरफ्तार करने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
लखीमपुर खीरी हिंसा का सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, आज सुनवाई करेगी CJI की बेंच
नई दिल्ली। लखीमपुर में हुई हिंसा का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस सूर्य कांत और हीमा कोहली की बेंच गुरुवार कोइस मामले पर सुनवाई करेगी। रविवार को यहां हुई हिंसा में चार किसान व एक पत्रकार समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी।
किसानों का आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों को गाड़ी से कुचलकर मार डाला। जबकि मंत्री और उनके बेटे का दावा है कि वह मौके पर मौजूद नहीं थे। आक्रोशित किसानों ने इसके बाद तोड़फोड़ और आगजनी की। केंद्रीय मंत्री के ड्राइवर के अलावा बीजेपी के तीन कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर मर्डर कर दी गई। कवरेज के दौरान घायल हुए एक पत्रकार ने भी अगले दिन दम तोड़ दिया।
यूपी पुलिस ने किसानों की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर केंद्रीय मंत्री के बेटे के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है।वहीं मौके से भागकर जान बचाने वाले बीजेपी नेता सुमित ने भी अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
यूपी गवर्नमेंट लखीमपुर खीरी कांड की जांच के लिए एक सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन कर दिया गया है। आयोग पूरे घटनाक्रम की जांच कर सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।यूपी गवर्नमेंट की ओर से प्रवक्ता व एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि किसी को माहौल नहीं बिगाड़ने दिया जायेगा। सरकार ने किसानों की मांगें मान ली हैं। मृतका के आश्रित को मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जा रही है।