राकेश ओझा ने न्यूज 11 भारत के मालिक अरूप चटर्जी पर लगाये ब्लैकमेलिंग व धमकाने का आरोप
कोल बिजनसमैन व शिवम हार्डकोक भट्ठा के मालिक राकेश ओझा ने रविवार को अपने आवास में प्रेस कांफ्रेस कर न्यूज़ 11 के मालिक अरूप चटर्जी पर कई कई गंभीर आरोप लगाये हैं। राकेश ओझा ने कहा की अरूप चटर्जी चार महीने से हमें परेशान कर भयादोहन कर रहे थे।मुझसे 11 लाख रुपए मांगे जा रहे थे। उनके आदमी को छह लाख रुपये दिये। इसका वीडियो रिकॉर्डिग मेरे पास है। धमकी भरे फोन कॉल भी सबूत के तौर पर है।
धनबाद। कोल बिजनसमैन व शिवम हार्डकोक भट्ठा के मालिक राकेश ओझा ने रविवार को अपनेधैया धीरेन्द्रपुरम स्थित ऑफिस में प्रेस कांफ्रेस कर न्यूज़ 11 के मालिक अरूप चटर्जी पर कई कई गंभीर आरोप लगाये हैं। राकेश ओझा ने कहा की अरूप चटर्जी चार महीने से हमें परेशान कर भयादोहन कर रहे थे।मुझसे 11 लाख रुपए मांगे जा रहे थे। उनके आदमी को छह लाख रुपये दिये। इसका वीडियो रिकॉर्डिग मेरे पास है। धमकी भरे फोन कॉल भी सबूत के तौर पर है।
यह भी पढ़ें:झारखंड : News 11 भारत के मालिक अरूप चटर्जी अरेस्ट, पुलिस ने भेजा जेल, ब्लैकमेलिंग व रंगदारी का आरोप
राकेश ओझा ने कहा की बदनामी से बचने और सबूत जुटाने के लिए हमने पैसे भेजवाये और रिकॉर्ड किया। सारे सबूत कोर्ट में उपलब्ध करवाया गया हैं। उन्होंने पूरे मामले में धनबाद के चर्चित कोल कारोबारी मेनेजर राय की भी संलिप्तता की बात कही। राकेश ओझा ने कहा की मेरे भट्ठे के बाउंड्रीवाल पर मैनेजर राय ने सीसीटीवी कैमरा लगवाये। विडियो भी बनाया गया था।कई जानकारी मेनेजर राय के द्वारा अरूप चटर्जी को दिया गया। राकेश ने कहा की मेरे ऊपर कई झूठे आरोप लगाकर चैनल में चलाया गया। पैसे के लिए धमकी दी गई, जबकि मैं सरकार को टैक्स देता हूं।
राकेश ओझा ने प्रेस कांफ्रेस में news11 भारत चैनल पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कई पत्र भी दिखाएं। पत्र में सूचना प्रसारण मंत्रालय ने होम मिनिस्टरी के निर्देश पर चैनल के रिनुअल पर रोक लगाया हुआ है। यह मामला दिल्ली हाई कोर्ट में भी लंबित है।
राकेश ओझा का आरोप था की न्यूज़ 11 पहले से ही मेरे पीछे आदमी लगा रखा था। मैनेजर राय के कहने पर मेरे फैक्ट्री खिलाफ साजिस के कैमरा लगाया। मेरे गतिविधियों पर नजर रखने लगा। न्यूज़ 11 भारत द्वारा 13 जून को एक विडियो (प्नोमो) बनाकर जारी किया गया। मेरे वाट्सप पर डालकर मुझसे 11 लाख रूपये की मांग की गई।भी कहा गया की अगर बर्बाद होने से बचना चाहते हो तो मेरे रिपोर्टर गये है फ़िलहाल कुछ दे दो। फिर क्या था मरता क्या नहीं करता लोक लिहाज के चक्कर में अपने धैया चनचनी कॉलोनी आवास पर छह लाख रूपये की भुगतान की। इसका सारा रिकॉडिंग करता रहा और रिपोर्टर को पता तक नहीं चला लेकिन ओझा ने एफआईआर में जिस न्यूज़ 11 के प्रतिनिधि का उल्लेख किया है उसका नाम का प्रेस कांफ्रेस में जिक्र नहीं किया। ओझा कोर्ट का मामला बताकर रिपोर्टर के नाम लेने से बचते रहे।